आचार्य प्रमोद के कल्कि धाम को PM मोदी करेंगे प्रणामः समझिए, कैसे संभल कनेक्शन बदल सकता है 2024 का इलेक्शन
कल्कि धाम पहला ऐसा धाम होगा जहां पर भगवान कल्कि के अवतार लेने से पहले ही उनका मंदिर बनाया जा रहा है. इस मंदिर में एक नहीं बल्कि 10 अलग-अलग गर्भ ग्रह होंगे. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा, “कल्कि धाम दुनिया का पहला ऐसा धाम होगा जहां पर भगवान विष्णु के 10 अलग-अलग रूपों के 10 अलग-अलग गर्भ ग्रह होंगे.”
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View In Appकल्कि धाम के संभल से कनेक्शन की अगर बात की जाए तो श्रीमद्भागवत महापुराण में इसका जिक्र कुछ इस तरह से है- सम्भल ग्राम मुख्यस्य, ब्राह्मणस्य महात्मनः। भवने विष्णु यशसः कल्किः प्रादुर्भविष्यति।। इसका मतलब है कि संभल गांव में विष्णयश नाम के एक ब्राह्मण होंगे और वो बड़े परोपकारी और बड़े धार्मिक होंगे. उस विष्णु भक्त ब्राह्मण के घर में ही कल्कि अवतार लेंगे.
बीजेपी अपने मिशन को हकीकत में बदलने के लिए जी जान से जुटी है और यूपी में तो पार्टी का नारा 80 में 80 का है लेकिन ये कैसे मुमकिन होगा? क्योंकि इसी यूपी में मैनपुरी है जहां बीजेपी आज तक नहीं जीती और इसी यूपी में है संभल भी है जहां आज तक सिर्फ 1 बार ही कमल खिला है.
ऐसे में बीजेपी की नजर यूपी के संभल इलाके में अपनी धाक जमाने पर है. एबीपी न्यूज से बातचीत में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने समाजवादी पार्टी के मुखिया पर बड़ा आरोप लगाया. प्रमोद कृष्णम ने कहा कि 2016 में अखिलेश यादव ने धाम के उद्घाटन पर रोक लगा दी थी. तब अखिलेश ही सूबे के सीएम थे.
इसी गढ़ में सेंध लगाने की तैयारी में बीजेपी है. तो क्या इस बार बीजेपी आचार्य प्रमोद कृष्णम पर दांव लगाएगी. क्या कल्कि धाम के सहारे यहां कमल खिलेगा?
बीजेपी संभल से सिर्फ 2014 में जीती थी. तब प्रमोद कृष्णम संभल से ही कांग्रेस उम्मीदवार थे. मोदी लहर में प्रमोद कृष्णम की जमानत जब्त हो गई थी. कांग्रेस से निकाले जाने के बाद प्रमोद कृष्णम भी बोल चुके हैं कि जब तक रहेंगे पीएम मोदी के साथ रहेंगे.
संभल जितना शांत दिखता है यहां के वोटर्स उतने ही वोकल हैं. अपने दिल की बात कहने में झिझकते नहीं. अब संभल 19 फरवरी के इंतजार में है. कुछ मंदिर और धाम के लिए और कुछ विकास के लिए.
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