खुफिया स्टोर रूम, 2000 से ज्यादा वीडियो, पुलिस अफसर से नौकरानी तक शिकार...रेवन्ना की करतूत की Inside Story
कर्नाटक की हासन सीट पर 26 अप्रैल को वोटिंग हुई और इसको लेकर चुनावी प्रचार जोर-शोर से चल रहा था. इस बीच कुछ गुमनाम लोग 20 अप्रैल को बाजार, चाय की दुकान और घरों में पेन ड्राइव फेंक जाते हैं. लोगों ने पेन ड्राइव देखी तो प्रज्वल रेवन्ना की करतूत सामने आ गई. पेन ड्राइव में दिख रहा था कि महिलाओं से जबरदस्ती की जा रही है.
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View In Appमामला सामने आया तो पता लगा कि कई महिलाएं तो ग्राम पंचायत की सदस्य है, पुलिस अफसर और सरकारी कर्मचारी है. सभी वीडियो में एक बात सामान्य है और वो स्टोर रूम है. इसमें ही सभी वीडियो शूट किए गए हैं. दावा किया जा रहा है कि ये स्टोर रूम प्रज्वल रेवन्ना का है.
क्राइम तक के मुताबिक, वीडियो सामने आने के बाद प्रज्वल रेवन्ना के लोग पुलिस स्टेशन पहुंचे और शिकायत की कि चुनाव के दौरान बदनाम करने के लिए साजिश रची जा रही है. रेवन्ना का चेहरा लगाया गया है. मामला चल ही रहा था कि 26 अप्रैल को हासन सीट पर इलेक्शन हो गए. इसके बाद रेवन्ना जर्मनी चला गया.
प्रज्वल रेवन्ना के घर में काम करने वाली एक महिला पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज करवाती है. महिला ने कहा कि रेवन्ना की पत्नी जब भी बाहर जाती थीं तो वो जबरदस्ती करने की कोशिश करता था. मैंने ये बात रेवन्ना के पिता को भी बताई थी. महिला ने कहा कि मैं शुरू में डरी हुई थी, लेकिन मेरी जब बेटी आई तो मैंने देखा कि उसके साथ भी रेवन्ना ने ये करने की कोशिश की. मैंने बेटी को भेज दिया. इसके बाद मैंने हिम्मत जुटाई और काम छोड़ दिया. पेन ड्राइव सामने आई तो मैंने शिकायत की.
प्रज्वल रेवन्ना के पूर्व कार ड्राइवर कार्तिक ने कहा कि वह पिछले 15 सालों से काम कर रहे थे, लेकिन करीब एक साल से उन्होंने काम छोड़ दिया है. उन्होंने कहा, ‘‘ प्रज्वल से दूरी बनाने का कारण यह था कि मेरी जमीन छीन ली गई और मेरी पत्नी को पीटा गया. मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया. जमीन वापस लेने की लड़ाई लड़ने के लिए मैंने नौकरी छोड़ी.’’
कार्तिक नौकरी छोड़ने के साथ ही पेन ड़्राइव लेकर निकला. इसमें 2 हजार से ज्यादा वीडियो थे. पूर्व कार ड्राइवर कार्तिक ने बीजेपी नेता और विधायक जी. देवराजे गौड़ा को ये पेन ड़्राइव दे दी. ये बात प्रज्वल रेवन्ना को पता लगी थी वो कोर्ट पहुंच गया और अदालत ने स्टे लगा दिया. इसपर रोक लगने के बाद कार्तिक परेशान हो गया. पिछले साल दिसंबर में देवराजे गौड़ा ने बीजेपी नेताओं को ये बात बताई.
दावा किया जा रहा है कि देवराजे गौड़ा के ये बात बीजेपी नेताओं को बताने के बाद भी प्रज्वल रेवन्ना को चुनावी मैदान में उतार दिया गया. इसके बाद 20 अप्रैल से पेन ड्राइव सामने आ गई. कार्तिक और गौड़ा दोनों कह रहे हैं कि उन्होंने वीडियो लीक नहीं किए.
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