Election Results 2024
(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Prajwal Revanna: हासन में अब भी प्रज्वल रेवन्ना का खौफ, वीडियो वायरल होने के बाद कई पीड़ित परिवारों ने छोड़ा घर
इस घटना के बाद से लोग अब भी डरे हैं. एक शख्स ने बताया, “यह पूरा जिला एच डी रेवन्ना के नियंत्रण में है. अगर आप उनके बारे में कुछ भी बुरा बोलते हैं तो यह बात उन तक पहुंच जाएगी. यहां उनकी पार्टी के पास बड़ी संख्या में कार्यकर्ता हैं इसलिए सभी डरे हुए हैं.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appप्रज्वल के खिलाफ पहली एफआईआर 28 अप्रैल को एक महिला की शिकायत पर दर्ज की गई थी, जिसका परिवार अब अपना घर छोड़ चुका है. महिला रेवन्ना के घर पर घरेलू सहायिका के रूप में काम करती थी. एक पड़ोसी ने बताया कि उनके कुछ वीडियो प्रसारित होने लगे और फिर उनके घर पर ताला लगा हुआ देखा गया. हमें नहीं पता कि वह कब चली गई.
एक स्थानीय जद (एस) नेता ने कहा कि पहले पार्टी के लिए काम करने वाली कई महिलाएं अब संपर्क में नहीं हैं. पार्टी की कई महिलाएं सोशल मीडिया पर प्रज्वल के साथ अपनी तस्वीरें हटा रही हैं. वहीं कुछ मामलों में, पुरुष अपनी पत्नियों से सांसद के साथ उनके संबंधों के बारे में सवाल कर रहे हैं. यह जिले की कई महिलाओं का जीवन बर्बाद कर रहा है.
पास के एक गांव में प्रज्वल के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराने वाली एक पूर्व जिला पंचायत सदस्य रहती थी. जिला पंचायत सदस्य ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि उसके साथ तीन साल तक बलात्कार किया गया और वीडियो रिकॉर्ड किया गया. वह तब से अपना घर छोड़ चुकी है. वह 24 अप्रैल तक यहां थी, अगले दिन जैसे ही वीडियो सामने आए, वह यहां से चली गई.
वीडियो क्लिप से महिलाओं की पहचान उजागर होने के बाद कई अन्य परिवारों ने भी हसन छोड़ दिया है. जब एसआईटी टीम रेवन्ना के आवास पर पहुंची तो बाहर जमा पार्टी कार्यकर्ताओं को महिलाओं के बारे में बात करते सुना गया. कोई कह रहा था कि मैं इस महिला को जानता हूं, वह हमारे आवास के करीब रहती थी और जद (एस) गतिविधियों में बहुत सक्रिय थी. उसका घर बंद है... उसके छोटे बच्चे हैं. तो कई कह रहा था कि वह महिला मेरे पड़ोसी की रिश्तेदार है.
वहीं के एक दुकानदार का कहना है कि महिलाओं की पहचान उजागर होना वाकई गलत है. मैं उनमें से कुछ को जानता हूं और वे छिप गईं हैं. हम नहीं जानते कि वे वापस लौट सकती हैं या नहीं. ये परिवार मामले दर्ज नहीं करना चाहते क्योंकि रेवन्ना के परिवार के खिलाफ मामला लड़ते हुए हसन में जीवित रहना असंभव है.
पदुवलहिप्पे गांव में जहां देवेगौड़ा ने अपना वोट डाला, जेडीएस के एक नेता ने कहा कि वीडियो क्लिप प्रसारित होने के बाद पार्टी ने प्रचार नहीं किया. इस निर्वाचन क्षेत्र के युवाओं के पास अपने मोबाइल फोन पर वीडियो थे. हम लोगों का सामना कैसे कर सकते हैं और उनसे प्रज्वल के लिए वोट करने के लिए कैसे कह सकते हैं?
गांव में आठ फुट की दीवार से घिरा एक बड़ा फार्महाउस है, जिसे एसआईटी ने भी देखा. एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, प्रज्वल अक्सर फार्महाउस जाता था, जहां कथित तौर पर कुछ वीडियो रिकॉर्ड किए गए थे. अब यहां एक पुलिस कॉन्स्टेबल बाहर पहरा देता है. एक कर्मचारी ने कहा, ''प्रज्वल दोस्तों के साथ यहां आता था और पार्टी करता था, लेकिन हम इसके अलावा कुछ नहीं जानते.''
नाम न छापने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि जिला खुफिया इकाई को वीडियो क्लिप के बारे में पता था, लेकिन मुद्दे की भयावहता के बारे में नहीं पता था. अधिकारी ने कहा, “वह पेन ड्राइव 2023 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले सर्कुलेट हो रही थी, लेकिन उस समय वीडियो सामने नहीं आए थे.”
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -