Prashant Kishor: चिराग पासवान ने स्वीकार लिया प्रशांत किशोर का चैलेंज? उठा सकते हैं यह कदम
चुनावी परिणामों के बाद पीके ने किंगमेकर की भूमिका में आए बिहार के मुख्यमंत्री और जेडी(यू) चीफ नीतीश कुमार की करनी को लेकर बड़े सवाल उठाए.
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View In Appपीके की ओर से सवाल उठाया गया कि नीतीश कुमार आखिरकार केंद्र में एनडीए सरकार से मंत्रालयों की जगह बिहार के लिए फैक्ट्रियां क्यों नहीं मांगते हैं?
चुनावी रणनीतिकार ने दावा किया कि बिहार की ताकत के बगैर दिल्ली (केंद्र) में सरकार नहीं बन सकती. हालांकि, नीतीश कुमार राज्य के मुद्दे नहीं उठा रहे.
पीके आगे बोले कि नीतीश कुमार यह नहीं कह पा रहे कि गुजरात में फैक्ट्री लगे या न लगे पर मोतिहारी, छपरा और गोपालगंज में फैक्ट्रियां लगनी चाहिए.
जन सुराज के संस्थापक ने कहा कि क्या नीतीश कुमार ने ऐसा बोला? वह मंत्रालय मांग रहे हैं. जनता उन्हें ऐसे नीचे उतारेगी कि वह कुछ भी नहीं बोल पाएंगे.
इस बीच, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान (लोजपा - राम विलास गुट - के अध्यक्ष) पदभार संभालने के बाद फुल एक्शन मोड में आ गए हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सियासी गलियारों में ऐसी चर्चा है कि चिराग पासवान आने वाले समय में बिहार को लेकर कई बड़े फैसले ले सकते हैं.
लोजपा (राम विलास) के सांसदों के हवाले से कुछ रिपोर्ट्स में जानकारी दी गई कि बिहार में आने वाले समय में विभिन्न फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगेंगी.
हालांकि, इन यूनिट्स के बारे में फिलहाल कोई आधिकारिक जानकारी नहीं पर इतना जरूर कहा जा रहा है कि केला, आम, लीची, मक्का-मखाना और आलू उद्योग से जुड़े लोगों को खासा फायदा होगा.
पीके ने इससे पहले दावा किया था कि 10 साल से नरेंद्र मोदी पीएम हैं पर वह बिहार सिर्फ वोट लेने जाते हैं, जबकि गुजरात वह 50 बार जा चुके हैं. पीएम क्यों नहीं किसी बड़े उद्योगपति से कहते कि वह बिहार में फैक्ट्री लगाए?
प्रशांत किशोर ने यह भी दावा किया था कि बिहार में फैक्ट्री लगाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को कौन न कह देगा? बिहार से सस्ता मजदूर मिल रहा है और लोग वोट दे रहे हैं, तब वह क्यों फैक्ट्री लगवाएंगे?
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