एक्सप्लोरर
Prashant Kishor Family: पिता थे कांग्रेसी, मां पॉलिटिक्स के खिलाफ और बीवी स्मार्ट वर्कर...प्रशांत किशोर की पर्सनल लाइफ से जुड़ी ये बातें जानते हैं आप?
Prashant Kishor News: चुनावी रणनीतिकार पीके नाम से भी जाने जाते हैं. चुनावों के दौरान वह बीजेपी, जेडी(यू), कांग्रेस, आप, वाईएसआरसीपी, डीएमके और टीएमसी को सेवाएं दे चुके हैं.
![Prashant Kishor News: चुनावी रणनीतिकार पीके नाम से भी जाने जाते हैं. चुनावों के दौरान वह बीजेपी, जेडी(यू), कांग्रेस, आप, वाईएसआरसीपी, डीएमके और टीएमसी को सेवाएं दे चुके हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/04/01/bfc4c4c70b78891b43477ba3f9df5eb81711968570983947_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) काम को लेकर बड़े जुनूनी हैं. वह इसी वजह से परिवार को समय नहीं दे पाते हैं, जिसकी वजह से फैमिली को उनसे अक्सर शिकायत रहती है. कभी-कभी इस बात को लेकर उनका घर वालों से झगड़ा भी होता है.
1/6
![बिहार के रोहतास जिले में कोनार गांव के रहने वाले प्रशांत किशोर के पिता दिवंगत श्रीकांत पांडे डॉक्टर थे. पीके के मुताबिक, वह कांग्रेसी थे, जबकि मां दिवंगत सुशीला पांडे गृहिणी थीं और वह बेटे की 'ब्लाइंड सपोर्टर' थीं. पीके जो कुछ भी कहते या करते, वे उसे हमेशा सही मानती थीं. हालांकि, वह राजनीति के सख्त खिलाफ थीं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/04/01/2a7b021b46bd2c655612d9bbc4a2546a0d02d.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
बिहार के रोहतास जिले में कोनार गांव के रहने वाले प्रशांत किशोर के पिता दिवंगत श्रीकांत पांडे डॉक्टर थे. पीके के मुताबिक, वह कांग्रेसी थे, जबकि मां दिवंगत सुशीला पांडे गृहिणी थीं और वह बेटे की 'ब्लाइंड सपोर्टर' थीं. पीके जो कुछ भी कहते या करते, वे उसे हमेशा सही मानती थीं. हालांकि, वह राजनीति के सख्त खिलाफ थीं.
2/6
![पीके के परिवार में उनके बड़े भाई अजय किशोर हैं, जो कि पहले पटना में कारोबार करते थे. बाद में वह दिल्ली आ गए और यूपी के गाजियाबाद में रहते हैं. पीके की दो बहनें भी हैं, जिनमें से एक दिल्ली में रहती हैं और उनके पति सेना में अफसर हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/04/01/fed396c1615e50bcbca676b773b677d4bd7c5.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पीके के परिवार में उनके बड़े भाई अजय किशोर हैं, जो कि पहले पटना में कारोबार करते थे. बाद में वह दिल्ली आ गए और यूपी के गाजियाबाद में रहते हैं. पीके की दो बहनें भी हैं, जिनमें से एक दिल्ली में रहती हैं और उनके पति सेना में अफसर हैं.
3/6
![प्रशांत किशोर की पत्नी का नाम जानवी दास है, जो कि मूल रूप से असम के गुवाहाटी की रहने वाली हैं. वह पेशे से डॉक्टर हैं. दोनों का एक बेटा है, जो कि फिलहाल कक्षा आठ में पढ़ता है. पत्नी खुद को 'स्मार्ट वर्कर' मानती हैं, जबकि पीके को वह 'हार्ड वर्कर' (मेहनत करने वाला आदमी) के तौर पर देखती हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/04/01/fdd7cae32059d65a055b0526c458ec25324ba.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
प्रशांत किशोर की पत्नी का नाम जानवी दास है, जो कि मूल रूप से असम के गुवाहाटी की रहने वाली हैं. वह पेशे से डॉक्टर हैं. दोनों का एक बेटा है, जो कि फिलहाल कक्षा आठ में पढ़ता है. पत्नी खुद को 'स्मार्ट वर्कर' मानती हैं, जबकि पीके को वह 'हार्ड वर्कर' (मेहनत करने वाला आदमी) के तौर पर देखती हैं.
4/6
![कभी भी जन्मदिन न मनाने वाले पीके ने लव मैरिज की थी. हालांकि, उन्होंने 20 साल से कोई फिल्म नहीं देखी पर बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन उनके पसंदीदा अभिनेता हैं. रोचक बात है कि पीके मौजूदा समय में 12 से 13 हजार रुपए की कीमत वाले जूते पहने हैं. उन्होंने यह खुलासा एक इंटरव्यू में किया था और बताया था कि पदयात्रा के दौरान काफी चलना पड़ता है. ऐसे में उनके जूते सिर्फ चार महीने ही चल पाते हैं. उसके बाद वे फट जाते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/04/01/ae9cd7a489ab0583b051577b2937cc2017b27.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
कभी भी जन्मदिन न मनाने वाले पीके ने लव मैरिज की थी. हालांकि, उन्होंने 20 साल से कोई फिल्म नहीं देखी पर बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन उनके पसंदीदा अभिनेता हैं. रोचक बात है कि पीके मौजूदा समय में 12 से 13 हजार रुपए की कीमत वाले जूते पहने हैं. उन्होंने यह खुलासा एक इंटरव्यू में किया था और बताया था कि पदयात्रा के दौरान काफी चलना पड़ता है. ऐसे में उनके जूते सिर्फ चार महीने ही चल पाते हैं. उसके बाद वे फट जाते हैं.
5/6
![चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने यह भी दावा किया कि जन सुराज को मिलने वाला फंड/चंदा वह केवल चेक से लेते हैं. वह जीवन में रुपए-पैसे की अधिक चाहत नहीं रखते बल्कि वह तो मुख्यमंत्री के बगल में बैठकर बराबरी का कद पाने की उम्मीद करते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/04/01/732267dc8f405e704e2c6c066e2dfe0c529ac.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने यह भी दावा किया कि जन सुराज को मिलने वाला फंड/चंदा वह केवल चेक से लेते हैं. वह जीवन में रुपए-पैसे की अधिक चाहत नहीं रखते बल्कि वह तो मुख्यमंत्री के बगल में बैठकर बराबरी का कद पाने की उम्मीद करते हैं.
6/6
![इंटरव्यू के दौरान पीके ने आगे यह भी बताया कि बिहार में 2015 में जो सरकार बनी थी, उसमें उनकी खूब चलती थी. अगर उन्हें कोई पद हासिल करना होता तो वह तभी उसे पा लेते. उन्हें तब कोई रोकने वाला नहीं था. हालांकि, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के संस्थापक लालू यादव और मौजूदा बिहार सीएम नीतीश कुमार के साथ तब मिलकर उन्होंने जो काम किया था, उससे बिहार नहीं बदल पाया. वह इस बात को आज भी मानते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/04/01/d550a1bc74f50a7fcce27a88130c485ee54b3.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
इंटरव्यू के दौरान पीके ने आगे यह भी बताया कि बिहार में 2015 में जो सरकार बनी थी, उसमें उनकी खूब चलती थी. अगर उन्हें कोई पद हासिल करना होता तो वह तभी उसे पा लेते. उन्हें तब कोई रोकने वाला नहीं था. हालांकि, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के संस्थापक लालू यादव और मौजूदा बिहार सीएम नीतीश कुमार के साथ तब मिलकर उन्होंने जो काम किया था, उससे बिहार नहीं बदल पाया. वह इस बात को आज भी मानते हैं.
Published at : 01 Apr 2024 05:26 PM (IST)
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
ओटीटी
बिजनेस
Advertisement
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)