नौंवी फेल, ना आती भोजपुरी ना अंग्रेजी... तेजस्वी यादव पर बरसे प्रशांत किशोर, जानें क्यों सुना दी खरी-खरी

जल्द ही बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसको लेकर प्रदेश का सियासी तापमान बढ़ चुका है. इस बार बिहार के चुनाव में एक नया चेहरा सबके सामने आ रहा है जो है चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर. प्रशांत किशोर की तो लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद के साथ तनातनी शुरू हो गई है.
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न्यूज नेशन की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार की सबसे बड़ी पार्टी राजद के तेजस्वी यादव और जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर के बीच तनातनी शुरू है. प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव को लेकर नौंवी फेल और अनपढ़ जैसे शब्दों का भी प्रयोग किया. प्रशांत किशोर ने जनता के सामने कहा कि तेजस्वी यादव को ना तो भोजपुरी आती है और ना ही अंग्रेजी. उन्होंने न कभी कुछ पढ़ा ना समझा और बड़े होकर सिर्फ बकवास करते हैं.

प्रशांत किशोर ने राजद को अपराधियों का कुनबा बताया और कहा कि यह सिर्फ लोगों को गुमराह करने का काम करती है. उन्होंने कहा कि राजद ने बिहार को बालू और शराब माफिया का केंद्र बना दिया है.
चुनावी एक्सपर्ट्स का कहना है कि अपनी मौजूदगी दर्ज करने के लिए प्रशांत किशोर बिहार की सबसे बड़ी पार्टी राजद को अपना निशाना बना रहे हैं. इस पार्टी को निशाना बनाकर प्रशांत किशोर बड़े तबके तक अपनी आवाज पहुंच सकते हैं. या फिर यह प्रशांत किशोर की सोची समझी स्ट्रेटजी भी हो सकती है. हालांकि, इससे राजद की टेंशन तो बढ़ तो गई ही है.
कुछ दिनों पहले ही राजद नेता जगदानंद सिंह ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को चेतावनी भरा पत्र लिखा था और अपनी पार्टी के लोगों को जान सुराज में सदस्य और सहयोगी नहीं बनने की हिदायत दी है. इतना ही नहीं उन्हीं प्रशांत किशोर को बीजेपी की बी टीम भी कहा था.
बता दे कि प्रशांत किशोर ने 2 साल पहले बिहार में जनसुराज की पदयात्रा की शुरुआत की थी. अब उनकी नजरें बिहार विधानसभा चुनाव पर हैं. प्रशांत किशोर जनसभा में बिहार में बदलाव लाने की बात भी करते हैं. लंबे समय से बिहार में जमे रहने वाले राजनीतिक दलों का सफाया करने की भी बात कर रहे हैं. उन्होंने बिहार के कई बड़े नेताओं को अपने निशाने पर लिया इसके बाद दूसरे दल के नेताओं ने भी जनसुराज के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हालांकि प्रशांत किशोर की जान स्वराज का असर अगले साल होने वाले चुनाव में कितना दिखेगा यह तो वक्त ही बताएगा.
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