2023 चुनाव में इकलौता ब्राह्मण सीएम, पहली बार बने विधायक, संगठन में मजबूत पकड़... जानें भजनलाल शर्मा के बारे में 10 बातें
बीजेपी ने भजनलाल शर्मा को इस बार जयपुर की सांगानेर सीट से चुनावी मैदान में उतारा था. उनको निवर्तमान विधायक का टिकट काटकर चुनावी दंगल में उतारा गया था.
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View In Appभजनलाल शर्मा ने अपने निकट प्रतिद्वंदी कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज को 48,081 वोटों के अंतराल से मात दी थी. उनको कुल वोट 145162 मिले थे. तीसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी के अमित दधीच रहे थे.
नवनियुक्त सीएम भजनलाल बीजेपी, राजस्थान के प्रदेश महासचिव भी हैं. वह अब तक चार बार महासचिव पद की जिम्मेदारी संभालने वाले नेताओं में शुमार है. उनके संघ के नेताओं के साथ भी अच्छे और करीबी संबंध हैं.
नए सीएम के रूप में चुने जाने वाले भजनलाल शर्मा ने राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की हुई है.
भजनलाल शर्मा एक करोड़ 50 लाख रुपये की प्रॉपर्टी के मालिक हैं. उनके पास 43 लाख 60 हजार रुपये की चल संपत्ति है और एक करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है. चुनाव आयोग को दिए एफिडेविट के मुताबिक, उन पर पर 46 लाल रुपये की देनदारियां है.
भजनलाल शर्मा ब्राह्मण समाज से संबंध रखते हैं. राजस्थान में करीब 7 फीसदी आबादी स्वर्ण समाज की है. ऐसे में इस समुदाय से राज्य का सीएम बनाकर बीजेपी इस समाज के वोट बैंक को साधने की पुरजोर कोशिश की है.
भजनलाल शर्मा के बीजेपी नेताओं के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी करीब हैं. उनके पार्टी और संघ दोनों में अच्छे संबंध होने का बड़ा फायदा मिला है. बीजेपी के वैचारिक संरक्षक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे हैं.
पहली बार विधानसभा चुनाव जीतकर पहली बार मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए भजनलाल शर्मा 56 साल के हैं.
भजनलाल शर्मा को राजस्थान बीजेपी संगठन में सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले महामंत्रियों के साथ-साथ इसलिए भी जाना जाता है कि वो फर्स्ट टाइम चुनाव लड़े और जीत हासिल की. पार्टी ने उनको भरतपुर की बजाय जयपुर की सांगानेर से उतारना सही समझा, क्योंकि वहां उनकी जीत की संभावना कम जताई जा रही थी.
जयपुर की सांगानेर सीट से जीत दर्ज करने वाले भजनलाल शर्मा राजस्थान के भरतपुर जिले के रहने वाले हैं.
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