Republic Day 2021: गणतंत्र दिवस से पहले हुई फुल ड्रेस रिहर्सल, देखें तस्वीरें
मार्चिंग-दस्ते में सेना के अलावा सभी की निगाहें नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स यानि एनएसजी के ब्लैक-कैट कमांडो के दस्ते पर टिकी होंगी. अपने हथियार, गैजेट्स और सैन्य साजो सामान के साथ ब्लैक कैट कमांडो फास्ट मूविंग करते हुए राजपथ पर गुजरेंगे. इसके अलावा, बीएसएफ का कैमल (ऊंट) दस्ता, आईटीबीपी और दिल्ली पुलिस के मार्चिंग-दस्ते सहित मिलिट्री-बैंड भी राजपथ पर दिखाई देंगे.
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View In App72वें गणतंत्र दिवस परेड की पूरी तैयारी कर ली गई है. इसके लिए 23 जनवरी को राजपथ पर फुल ड्रेस रिहर्सल का आयोजन किया गया. इस फुल ड्रेस रिहर्सल में सब कुछ ठीक वैसी ही ड्रिल की गई, जो 26 जनवरी को होने जा रही है. हालांकि यहां सिर्फ वीवीआईपी गेस्ट की मौजूदगी नहीं थी. आगे देखें फुड ड्रेस रिहर्सल की तस्वीरें और जानें गणतंत्र दिवस पर इस साल क्या-क्या होगा...
गणतंत्र दिवस के दिन परेड की शुरुआत सुबह 9 बजे से राजपथ पर होगी. सुबह 9.25 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय समर स्मारक पर देश के वीर सैनिकों को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे.
करीब 9.45 पर प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) और तीनों सेनाओं के प्रमुख राजपथ पर पहुंच जाएंगे. वहां उप-राष्ट्रपति और राष्ट्रपति की आगवानी करेंगे. राष्ट्रपति के काफिले में गाड़ियों के साथ-साथ थलसेना के होर्स-वॉरियर (प्रेसिडेंट-गार्ड्स) भी होंगे.
ठीक 10 बजे राजपथ पर ध्वजारोहण के साथ ही गणतंत्र दिवस परेड की शुरुआत होगी. राष्ट्रगान के दौरान 21 तोपों की सलामी भी दी जाएगी.
राजपथ और उसके आसपास राजधानी दिल्ली के इलाकों की सुरक्षा भी बेहद कड़ी रहेगी. पूरे इलाके की किलेबंदी की गई है. दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ-साथ केंद्रीय पुलिस बल, एनएसजी के कमांडो भी सुरक्षा में लगाए गए हैं.
इस बार गणतंत्र दिवस परेड का ‘शो-स्टॉपर’ राफेल लड़ाकू विमान होगा. राफेल लड़ाकू विमान पहली बार गणंतत्र दिवस परेड की फ्लाई-पास्ट में दिखाई देगा. परेड का समापन भी आसमान में राफेल की वर्टिकल-चार्ली मैन्युवर से होगा. पिछले कई सालों से सुखोई विमानों के मैन्युवर से परेड का समापन होता था लेकिन अब ये जगह राफेल ने ले ली है.
गणतंत्र दिवस परेड में भारतीय सेना के सारथ-2 को कैप्टन अक्षय रस्तोगी कमांड कर रहे हैं. सेना में शामिल होने से पहले कैप्टन अक्षय आईटी कंपनी में काम करते थे लेकिन देश सेवा और सेना के जुनून के चलते वे आईटी कंपनी में नौकरी छोड़कर सेना में शामिल हो गए हैं.
इस साल गणतंत्र दिवस परेड में भारतीय सेना (थलसेना) की ताकत का नमूना दिखाई देगा. साथ ही एलएसी पर चीन से चल रही तनातनी के दौरान जिन हथियारों, टैंक और मिसाइलों को तैनात किया गया है, वो सब राजपथ पर नजर आएंगे.
राजपथ पर सबसे पहली टुकड़ी पड़ोसी और मित्र-देश बांग्लादेश की होगी. इस बार बांग्लादेश की सेना का 122 सदस्य-दल खास तौर से गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा ले रहा है क्योंकि भारत ये साल 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर मिली जीत के 50 साल पूरे होने के लिए स्वर्णिम विजय वर्ष मना रहा है.
परेड की शुरुआत आसमान में वायुसेना के चार मी-17वी5 हेलीकॉप्टर्स से होगी. एक हेलीकॉप्टर पर तिरंगा होगा और बाकी तीनों पर थलसेना, वायुसेना और नौसेना के ध्वज होंगे.
कोविड-प्रोटोकॉल के चलते इस बार दर्शकों की सीमा कम कर दी गई है. इस साल सिर्फ 25 हजार लोगों को ही देखने की इजाजत है. बैठने की जगह पर सोशल-डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा जाएगा. एंट्री-प्वाइंट पर सैनिटाइजर, मास्क आदि रखे होंगे.
जिस एनक्लोजर में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित वीवीआईपी बैठेंगे, उसकी क्लोज-क्वार्टर सिक्योरिटी की जिम्मेदारी एसपीजी की होगी.
नौसेना की झांकी में 1971 के युद्ध में अहम भूमिका निभाने वाले विमानवाहक युद्धपोत, आईएनएस विक्रांत को दिखाया गया है. दिखाया गया है कि किस तरह से युद्ध के दौरान पूर्वी-पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) पर विक्रांत से नौसेना ने एयर-ऑपरेशन्स किए थे
इस साल कुल 42 एयरक्राफ्ट गणतंत्र दिवस फ्लाई-पास्ट में दिखाई पडेंगे. इनमें दो राफेल के अलावा, सुखोई, मिग-29 और जगुआर फाइटर जेट्स, सी130जे सुपरहरक्युलिस और सी-17 ग्लोबमास्टर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, मी17-वी5, ध्रुव, चिनूक और अपाचे हेलीकॉप्टर्स हिस्सा लेंगे.
अगर इस साल गणतंत्र दिवस परेड में झांकियों की बात करें तो कुल 32 राज्यों और केंद्र सरकार के मंत्रालयों की झांकियां राजपथ पर दिखाई देंगी. राज्यों में सबसे पहली झांकी, लद्दाख की है जो पहली बार केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद गणतंत्र दिवस परेड में अपनी एंट्री कर रहा है.
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