India 75th Republic Day: कैसे चुनी जाती हैं गणतंत्र दिवस की परेड के लिए झांकियां, कितने साल बाद आता किसी राज्य का नंबर, जानें
गणतंत्र दिवस परेड के झांकियों की तैयारियां पहले ही शुरू हो जाती हैं. इस दिन निकलने वाली झांकियों की तैयारी की जिम्मेदारी रक्षा मंत्रालय की होती है. रक्षा मंत्रालय द्वारा गठित एक्सपर्ट कमिटी तय करती है कि किस राज्य झांकी परेड में शामिल होगी.
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View In App26 जनवरी को कर्तव्य पथ से लेकर इंडिया गेट तक सुंदर झांकियां भी निकाली जाती हैं. झांकियां निकालने के लिए राज्यों को सबसे पहले रक्षा मंत्रालय से अप्रूवल लेना होता है. उसके बाद कई चरणों की प्रक्रिया के बाद अप्रूवल मिलता है.हर साल गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर परेड होती है.
नई दिल्ली के कर्तव्य पथ से निकलने वाली झांकियों में राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, केंद्रीय मंत्रालयों व अन्य विभागों की झांकियां भी शामिल होती हैं. इन झांकियों की तैयारी की जिम्मेदारी रक्षा मंत्रालय की होती है. इस साल गणतंत्र दिवस परेड के लिए झांकियों के प्रस्तावों को अस्वीकार करने पर केंद्र सरकार और गैर भाजपा शासित राज्यों के बीच विवाद भी हुआ है.
नई दिल्ली के कर्तव्य पथ से निकलने वाली झांकियों में राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, केंद्रीय मंत्रालयों व अन्य विभागों की झांकियां भी शामिल होती हैं. इन झांकियों की तैयारी की जिम्मेदारी रक्षा मंत्रालय की होती है.
देश के रक्षा मंत्रालय से गठित एक एक्सपर्ट कमेटी तय करती है कि किस राज्य की झांकी परेड में शामिल होगी. इस समारोह की तैयारियां कई महीनों पहले से शुरू हो जाती हैं. रक्षा मंत्रालय से गठित एक्सपर्ट कमिटी में आर्ट, कल्चर, पेंटिंग, स्कल्पचर, म्यूजिक, आर्किटेक्चर, कोरियोग्राफी क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोग शामिल होते हैं
रक्षा मंत्रालय से गठित एक एक्सपर्ट कमेटी बैठकें करके गणतंत्र दिवस (Republic Day) के लिए प्राप्त झांकियों के प्रस्तावों को देखती हैं. झांकियों का विषय, डिजाइन और विजुअल इंपैक्ट के आधार पर जांच करती है. झांकी की लोगों पर कितना प्रभाव डालेगी, आइडिया, थीम और म्यूजिक समेत कई अन्य विषय भी देखती है.
झांकियों का सिलेक्शन गणतंत्र दिवस (Republic Day) के लिए हो जाता है, उनको रक्षा मंत्रालय की ओर से ट्रैक्टर-ट्राली भी मुहैया कराया जाता है. इसके अलावा अगर कोई भी झांकी अन्य कोई वाहन शामिल करना चाहती है. उसे खुद ही इसका इंतजाम करना होता है.
गणतंत्र दिवस जैसे खास मौके पर हर राज्य चाहता है कि उसकी झांकी शामिल हो. लेकिन कभी-कभी किसी कारण के चलते किसी राज्य की झांकी को खारिज कर दिया जाता है. इस बार बात करें तो चार राज्यों की झांकियां को खारिज कर दिया गया है. रक्षा मंत्रालय के तय किए गए पैमानों पर इन राज्यों की झांकियां खरी नहीं उतरी हैं. इसलिए इस साल के गणतंत्र दिवस में यह झांकियां शामिल नहीं होंगी. इनमें दिल्ली, कर्नाटक, पंजाब और पश्चिम बंगाल के राज्य शामिल हैं.
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