Flood in India: उफान पर नदियां! यूपी-उत्तराखंड से लेकर जम्मू कश्मीर तक बाढ़ से तबाही, मौसम विभाग का आ गया ताजा अलर्ट
देश के उत्तरी हिस्से में स्थित राज्यों में बाढ़ का कहर लगातार जारी है. ऐसे में आने वाले दिनों में भारी बारिश की आशंका जताई जा रही है. इस बीच मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और असम में अलग-अलग स्तर की चेतावनियां भी जारी की हैं. जहां असम और उत्तराखंड में भी लगातार बारिश की वजह से कई नदियां उफान पर हैं.
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View In Appवहीं, उत्तर प्रदेश में अभी भी बाढ़ से बुरे हालात हैं. पिछले दिनों लगातार हुई बारिश से बाढ़ का दायरा लगातार बढ़ रहा है. जहां पर सूबे के 21 जिले बाढ़ से ग्रस्त हैं. जिनमें से लगभग साढ़े चार लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. दरअसल, लगातार बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
उत्तर प्रदेश में बाढ़ के कारण बदायूं, गाजीपुर और बलिया में गंगा नदी का जल स्तर खतरे का निशान पार कर गया है. जबकि, लखीमपुर खीरी जिले में शारदा नदी, बाराबंकी, अयोध्या और बलिया में सरयू खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. इसके अलावा फर्रुखाबाद में गंगा, मुरादाबाद और शाजहांपुर में रामगंगा नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई हैं. जहां इस भीषण बारिश और बाढ़ से मकान भी ढह रहे हैं.
पश्चिम बंगाल में भारी बारिश और दामोदर वैली कॉर्पोरेशन (डीवीसी) द्वारा पानी छोड़े जाने के कारण दामोदर घाटी के निचली क्षेत्रों में में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं. डीवीसी के अधिकारियों ने बताया कि सोमवार (16 सितंबर) की रात साढ़े 11 बजे से मंगलवार की सुबह 6:54 बजे तक तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. उन्होंने बताया कि सोमवार रात को शुरू में 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, लेकिन ऊपर से पानी का प्रवाह ज्यादा रहने के कारण मंगलवार सुबह 6:54 बजे तक 2.1 लाख क्यूसेक पानी अतिरिक्त छोड़ा गया.
यूपी के वाराणसी में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ने से स्थिति भयावह हो गई है. घाटों को डुबोने के बाद गंगा का रुख अब बस्तियों की ओर हो गया है। मणिकर्णिका और अस्सी घाट की गलियों में नावें चल रही है. ऐसे में अंतिम संस्कार के लिए शवों को नाव से लाया जा रहा है. जिले में करीब 2 हजार एकड़ फसल बाढ़ से बर्बाद चुकी है.
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी बारिश की वजह से बाढ़ के हालात बन गए हैं. बारिश और बाढ़ की वजह से दोनों राज्यों में जान-माल का भी काफी नुकसान हुआ है. तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. तेलंगाना में पिछले दिनों हुई भारी बारिश ने पूरे प्रदेश में लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है. प्रदेश के 33 में से 29 जिलों को बाढ़ प्रभावित घोषित किया गया है. हालांकि, राज्य सरकार ने 29 जिलों को बाढ़ प्रभावित घोषित कर दिया है.
बंगाल की खाड़ी में बने गहरे दबाव के क्षेत्र के कारण ओडिशा में भारी बारिश होने से सुवर्णरेखा, बुधबलंग और जलाका नदियां उफन गईं. जिसके चलते बालासोर में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. इस बाढ़ से कम से कम छह प्रखंड और लगभग 8,000 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र प्रभावित हुई है. फिलहाल, राजघाट में सुवर्णरेखा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 10.36 मीटर के मुकाबले 11.60 मीटर पर बना हुआ है.
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