क्या अजमेर दरगाह गए शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद, चढ़ाई चादर? वायरल तस्वीर का जानें सच
ज्योतिर्मठ के वर्तमान जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से इनकार किया है. उनका कहना है कि राम मंदिर निर्माण अधूरा है. ऐसे में प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होना धार्मिक मान्यताओं के खिलाफ है.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appजगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के अलावा बाकी के तीन मठों के शंकराचार्य भी प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं हो रहे हैं. शंकराचार्यों के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं होने की वजह से काफी विवाद भी छिड़ा हुआ है.
प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं होने के बीच स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इसमें दावा किया गया है कि वह अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर चढ़ा रहे हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर इस दावे की क्या सच्चाई है.
फैक्ट चेक करने पर पता चला कि ईमंच नाम के फेसबुक पेज पर बताया गया कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की ये तस्वीर 2006 की है. उस समय उन्होंने ‘रामसेतु रक्षा मंच’ के बैनर तले एक राजधानी दिल्ली में एक रैली का नेतृत्व किया और फिर उन्होंने स्वामी रामानंद की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित किया.
द वायर के पत्रकार करन थापर को दिए एक इंटरव्यू में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने वायरल हो रही तस्वीर को लेकर बात की है. उन्होंने बताया है कि इस तस्वीर को उनकी छवि धूमिल करने के लिए वायरल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वह कभी भी अजमेर शरीफ दरगाह नहीं गए हैं.
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने वायरल तस्वीर पर कहा कि रामदेव पीर नाम के एक संत हैं. जिस वक्त हम रामसेतु की रक्षआ का आंदोलन चला रहे थे. उस समय हमारी मुलाकात अरविंद स्वामी नाम के व्यक्ति से हुई, जिन्होंने हमारी मदद की और बदले में हमें दिल्ली में बने आश्रम में आने का निमंत्रण दिया.
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने आगे बताया कि अरविंद स्वामी रामदेव पीर की समाधी का प्रतिरूप बनाकर पूजा करते हैं. हम लोग यहां पर ही गए थे. उस वक्त हमारे साथ पुरी के शंकराचार्य महाराज भी थे. कई प्रतिष्ठित संत-महात्मा भी वहां गए थे. ये तस्वीर वहां की है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -