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शरद पवार के घर विपक्षी दलों की बड़ी बैठक, टीएमसी-एनसीपी समेत कई दलों ने लिया हिस्सा, देखें तस्वीरें
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शरद पवार के घर पर बैठक
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![भाजपा विरोधी कई पार्टियों के नेताओं की राकांपा प्रमुख शरद पवार के यहां स्थित आवास पर मंगलवार को एक बैठक हुई, जिसे भगवा दल को कहीं अधिक मजबूत चुनौती देने के लिए विपक्षी नेताओं के एकजुट होने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/06/22/7276724db88ba08ca06745a0fee1b728faeed.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
भाजपा विरोधी कई पार्टियों के नेताओं की राकांपा प्रमुख शरद पवार के यहां स्थित आवास पर मंगलवार को एक बैठक हुई, जिसे भगवा दल को कहीं अधिक मजबूत चुनौती देने के लिए विपक्षी नेताओं के एकजुट होने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है.
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![हालांकि, बैठक में शामिल हुए नेताओं ने इसके राजनीतिक महत्व को तवज्जो नहीं देने की कोशिश की और इसे पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के राष्ट्र मंच के बैनर तले समान विचार वाले लोगों के बीच एक संवाद बताया. तृणमूल कांग्रेस नेता सिन्हा का यह गैर राजनीतिक संगठन भाजपा विरोधी विचार अभिव्यक्त करता रहा है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/06/22/6bf769edc7f0e23c393fc5cff54c149f6443e.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
हालांकि, बैठक में शामिल हुए नेताओं ने इसके राजनीतिक महत्व को तवज्जो नहीं देने की कोशिश की और इसे पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के राष्ट्र मंच के बैनर तले समान विचार वाले लोगों के बीच एक संवाद बताया. तृणमूल कांग्रेस नेता सिन्हा का यह गैर राजनीतिक संगठन भाजपा विरोधी विचार अभिव्यक्त करता रहा है.
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![राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार कोई भी व्यक्ति इस बात की अनेदेखी नहीं कर सकता है कि बैठक की मेजबानी पवार ने अपने आवास पर की. यह बैठक चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ हुई उनकी हालिया मुलाकातों के बाद हुई है. पवार की किशोर के साथ एक बैठक महज एक दिन पहले सोमवार को ही हुई थी.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/06/22/f7f1fb1338727ef983f7b075b1fb909675df3.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार कोई भी व्यक्ति इस बात की अनेदेखी नहीं कर सकता है कि बैठक की मेजबानी पवार ने अपने आवास पर की. यह बैठक चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ हुई उनकी हालिया मुलाकातों के बाद हुई है. पवार की किशोर के साथ एक बैठक महज एक दिन पहले सोमवार को ही हुई थी.
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![पश्चिम बंगाल के हालिया विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस द्वारा भाजपा को करारी शिकस्त देने के कुछ समय बाद विपक्षी नेताओं की यह बैठक हुई.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/06/22/5d62ac8214bb0a5c0be4231116fc08ee2cbe6.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पश्चिम बंगाल के हालिया विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस द्वारा भाजपा को करारी शिकस्त देने के कुछ समय बाद विपक्षी नेताओं की यह बैठक हुई.
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![भाजपा नीत मोर्चे ने हाल ही में हुए तमिलनाडु और केरल विधानसभा चुनावों में भी खराब प्रदर्शन किया था. तमिलनाडु में द्रमुक नीत गठबंधन ने जीत हासिल की जबकि केरल में वाम मोर्चे ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की. वहीं, भाजपा की मुख्य राष्ट्रीय राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस ने असम और केरल में उत्साहजनक प्रदर्शन नहीं किया.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/06/22/aa1b0e648c4a0b50747d3461b76e41bcb5f30.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
भाजपा नीत मोर्चे ने हाल ही में हुए तमिलनाडु और केरल विधानसभा चुनावों में भी खराब प्रदर्शन किया था. तमिलनाडु में द्रमुक नीत गठबंधन ने जीत हासिल की जबकि केरल में वाम मोर्चे ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की. वहीं, भाजपा की मुख्य राष्ट्रीय राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस ने असम और केरल में उत्साहजनक प्रदर्शन नहीं किया.
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![अगले साल उत्तर प्रदेश और पंजाब जैसे राज्यों के अलावा कई अन्य राज्यों में भी विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में क्षेत्रीय क्षत्रपों और गैर भाजपा दलों को एकजुट करने की कोशिश को मुख्य रूप से 2024 के लोकसभा चुनाव के प्रति लक्षित देखा जा रहा है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/06/22/efb28a5884f78a879d744c1401b996575eb48.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अगले साल उत्तर प्रदेश और पंजाब जैसे राज्यों के अलावा कई अन्य राज्यों में भी विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में क्षेत्रीय क्षत्रपों और गैर भाजपा दलों को एकजुट करने की कोशिश को मुख्य रूप से 2024 के लोकसभा चुनाव के प्रति लक्षित देखा जा रहा है.
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![भाजपा के केंद्र की सत्ता में आने के बाद से उसके खिलाफ कांग्रेस की तुलना में क्षेत्रीय दलों ने काफी बेहतर प्रदर्शन किया है और उनके द्वारा कहीं अधिक एकजुट तरीके से मोदी सरकार को राष्ट्रीय स्तर पर चुनौती देने का विचार हाल के समय में दृढ़ हुआ है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/06/22/8f0b994c0204497c0194dd1316d1a4b160af6.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
भाजपा के केंद्र की सत्ता में आने के बाद से उसके खिलाफ कांग्रेस की तुलना में क्षेत्रीय दलों ने काफी बेहतर प्रदर्शन किया है और उनके द्वारा कहीं अधिक एकजुट तरीके से मोदी सरकार को राष्ट्रीय स्तर पर चुनौती देने का विचार हाल के समय में दृढ़ हुआ है.
Published at : 22 Jun 2021 09:53 PM (IST)
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प्रफुल्ल सारडाराजनीतिक विश्लेषक
Opinion