'इच्छा लाल चौक पर फहराएं तिरंगा', 88 साल के बुजुर्ग में युवाओं सा हौसला, दिल लूट लेंगी भारत जोड़ो यात्रा की ये तस्वीरें
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भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक हाथ में छड़ी और दूसरे में तिरंगा लिए कई मील की पदयात्रा कर 88 वर्षीय कांग्रेस कार्यकर्ता करुण प्रसाद मिश्रा ने पुराने जमाने के आदर्शवाद को आज के भारत की मजबूत व्यावहारिकता से जोड़ दिया है.
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वह उज्जैन से राहुल गांधी की अगुवाई वाली पदयात्रा में शामिल हुए थे और उम्र की सीमाओं को लांघकर उनका इरादा श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा (राष्ट्र ध्वज)फहराने का है.
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मिश्रा ने कहा, ‘‘मैंने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में संकल्प लिया था कि मैं कश्मीर तक यात्रा करूंगा.. .कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुझे कार में बैठने के लिए कहा, लेकिन मैंने इनकार कर दिया.
मैं श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने के बाद एक और संकल्प लूंगा और मैं पूर्व से पश्चिम तक की यात्रा करूंगा.’’
उनका परिवार राजस्थान के कोटा भी आया और उनसे मध्य प्रदेश के सीधी स्थित अपने घर लौटने की गुजारिश की, लेकिन उन्होंने इनकार करते हुए उन्हें याद दिलाया कि वह कांग्रेस के पुराने योद्धा हैं, जो 60 साल से अधिक समय से पार्टी के साथ हैं.
उन्होंने अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंताओं को खारिज करते हुए कहा, ‘‘मुझे इसकी आदत है. मैंने महात्मा गांधी जी के साथ 1935-36 में जबलपुर से इलाहाबाद तक पदयात्रा की थी. मैं नेहरू जी और विनोबा भावे जी के साथ भी था। मुझे पदयात्रा करने की आदत है.
गांधी टोपी पहने तथा वृद्धावस्था के कारण थोड़ा झुक कर चलने के बावजूद वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा के स्रोत बन रहे हैं.
अपनी यात्रा के बारे में मिश्रा ने बताया, ‘‘दो अक्टूबर को मैं मध्य प्रदेश के सीधी में अपने जिले से भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुआ. जिले में यात्रा पूरी करने के बाद यह राज्य के दूसरे जिलों में गयी और फिर यह सागर में संपन्न हो गयी.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के मार्च और उनके विचारों ने अब उनमें नयी उम्मीद जगायी है. उन्होंने कहा कि वह देश में बढ़ती असहिष्णुता से परेशान हैं और उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के साथ पदयात्रा करने का फैसला किया.
राहुल गांधी को देखकर लोगों ने कहा कि, अगर आप खेद जताते हैं तो आपकी गलतियां माफ कर दी जाती हैं. उनके अनुसार, भारत जोड़ो यात्रा देश में ‘‘भारी बदलाव’’ लाएगी.
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा ने 100 दिन भी पूरे कर लिए हैं और इस दौरान देश के विभिन्न रंग देखने को मिले हैं.
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