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(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
भारतीय सुप्रीम कोर्ट में अब तक कितनी महिलाएं बनी हैं जज? 1989 में पहली जस्टिस बनी थीं फातिमा बीवी
बी.वी. नागरत्ना 31 अगस्त 2021 को सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बनीं. उनका रिटायरमेंट 29 अक्टूबर 2027 को होना है. ऐसा बताया जा रहा है कि साल 2027 में वह देश की पहली महिला चीफ जस्टिस बन सकती हैं. वह सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस ईएस वेंकटरमैया की बेटी हैं.
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View In Appबेला माधुर्य त्रिवेदी ने साल 2021 में सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में पदभार संभाला. इससे पहले वह गुजरात हाईकोर्ट की जज रह चुकी हैं. उन्होंने बिलकिस बानो केस से खुद को अलग कर लिया था.
हिमा कोहली ने साल 2021 में सुप्रीम कोर्ट के जज का पदभार संभाला. इससे पहले वह तेलंगाना हाईकोर्ट की पहली महिला चीफ जस्टिस रह चुकी हैं. वह साल 2007 में दिल्ली हाई कोर्ट की स्थाई जज बनीं थीं.
जस्टिस इंदिरा बनर्जी का जन्म 24 सितंबर 1957 को हुआ था. साल 1985 में वह वकील बनीं और कोलकाता में निचली कोर्ट और हाईकोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की. साल 2017 में वह मद्रास हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस बनीं. इंदिरा बनर्जी 2018 में सुप्रीम कोर्ट की आठवीं महिला जज बनीं थी. साल 2022 में वह रिटायर हुईं थी.
इंदू मल्होत्रा 27 अप्रैल 2018 को सुप्रीम कोर्ट की जज बनीं. वह पहली ऐसी महिला थीं, जो सीधे वकील से जज बनीं. 21 मार्च 2021 को वह रिटायर हो गईं. उनके पिता सुप्रीम कोर्ट के वकील रह चुके हैं. सबरीमाला केस में उनका फैसला सबसे चर्चित था.
अगस्त 2014 में आर. भानुमति सुप्रीम कोर्ट की जज बनीं. साल 2003 में उन्हें मद्रास हाईकोर्ट का जज नियुक्त किया गया था. उन्होंने जल्लीकट्टू केस की सुनवाई की थी. 2013 में वह झारखंड हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस बनीं. साल 2012 में दिल्ली में हुए गैंगरेप की सुनवाई करते हुए जस्टिस भानुमति बेहोश हो गईं थीं.
रंजना प्रकाश देसाई 2011 में सुप्रीम कोर्ट की जज बनीं और 2014 में रिटायर हुईं. 1996 में उन्हें बॉम्बे हाई कोर्ट में नियुक्त किया गया था. उन्हें लोकपाल सर्च कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया.
ज्ञान सुधा मिश्रा ने साल 2010 में सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में कार्यभार संभाला. इससे पहले वह राजस्थान हाईकोर्ट में जज थीं.
रूमा पाल की नियुक्ति 28 जनवरी 2000 को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में हुई. वह 27 अप्रैल 2014 को रिटायर हुईं. रूमा पाल कोलकाता हाईकोर्ट की जज रह चुकी हैं.
सुजाता मनोहर 8 नवंबर 1994 को सुप्रीम कोर्ट की जज बनीं. 27 अगस्त 1999 को उनका रिटायरमेंट हुआ. इससे पहले वह केरल हाईकोर्ट और बॉम्बे हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस रह चुकी हैं.
भारत में सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज फातिमा बीवी थीं. उन्हें 1989 में जस्टिस नियुक्त किया गया. फातिमा ने साल 1950 में भारत के बार काउंसिल की परीक्षा को टॉप किया था. गुरुवार (23 नवंबर) को 96 साल की उम्र में उनका निधन हो गया.
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