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Mahakumbh Stampede News: दूर तक बिखरा सामान, अस्पतालों की ओर दौड़े लोग... महाकुंभ में भगदड़ के बाद क्या-क्या हुआ?
Maha Kumbh Stampede: मौनी अमावस्या के मौके पर महाकुंभ स्नान से पहले मची भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की जान गई, जबकि 60 लोग घायल हुए हैं.
![Maha Kumbh Stampede: मौनी अमावस्या के मौके पर महाकुंभ स्नान से पहले मची भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की जान गई, जबकि 60 लोग घायल हुए हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/30/979dc6a689e4e3867d9b9fba20b323a417382022384541123_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन मची भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की जान चली गई, जबकि 60 लोग घायल हुए हैं.
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![रात के समय संगम की सड़कों पर सन्नाटा था और बड़ी संख्या में लोग सो रहे थे. यही वजह था कि हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया और हालात को काबू कर लिया. यदि यही हादसा दिन में होता जब चारों ओर भीड़ उमड़ रही होती तो स्थिति और गंभीर हो सकती थी.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/30/7ad09816460c6f3096b65de674769668cdb51.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
रात के समय संगम की सड़कों पर सन्नाटा था और बड़ी संख्या में लोग सो रहे थे. यही वजह था कि हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया और हालात को काबू कर लिया. यदि यही हादसा दिन में होता जब चारों ओर भीड़ उमड़ रही होती तो स्थिति और गंभीर हो सकती थी.
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![हर तरफ बदहवासी का आलम था. लोग रोते-बिलखते अपने परिवार के सदस्यों को ढूंढ रहे थे. जब कुंभ क्षेत्र में बिछड़े परिजन नहीं मिले तो लोग अस्पताल की ओर भागने लगे. भगदड़ के निशान हर जगह दिखाई दे रहे थे कपड़े, पानी की बोतलें और बैग सड़कों पर बिखरे पड़े थे.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/30/5c22badd58c984c4cb7b0dae179a3caf8ab0c.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
हर तरफ बदहवासी का आलम था. लोग रोते-बिलखते अपने परिवार के सदस्यों को ढूंढ रहे थे. जब कुंभ क्षेत्र में बिछड़े परिजन नहीं मिले तो लोग अस्पताल की ओर भागने लगे. भगदड़ के निशान हर जगह दिखाई दे रहे थे कपड़े, पानी की बोतलें और बैग सड़कों पर बिखरे पड़े थे.
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![ये घटना इतनी बड़ी थी कि किसी को समझ नहीं आ रहा था कि अचानक क्या हुआ और कैसे हुआ. बुधवार (29 जनवरी) की सुबह महाकुंभ के सबसे बड़े स्नान में सिर्फ चार घंटे का समय बचा था, लेकिन देर रात 1 से 2 बजे के बीच मेला क्षेत्र में भगदड़ मच गई.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/30/c4be94bad8e132cc5b8cf66dc0827870007f9.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
ये घटना इतनी बड़ी थी कि किसी को समझ नहीं आ रहा था कि अचानक क्या हुआ और कैसे हुआ. बुधवार (29 जनवरी) की सुबह महाकुंभ के सबसे बड़े स्नान में सिर्फ चार घंटे का समय बचा था, लेकिन देर रात 1 से 2 बजे के बीच मेला क्षेत्र में भगदड़ मच गई.
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![एक महिला अपनी छोटी बहन के साथ कोलकाता से कुंभ स्नान के लिए आई थी. वह हिंदी नहीं जानती थी, लेकिन उसकी आंखों से बहते आंसू सब कुछ बयां कर रहे थे. पोस्टमार्टम हाउस के बाहर एक और परिवार मिला जहां एक बेहोश बेटी अपनी मां की तलाश में परिवार के साथ भटक रही थी.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/30/2a3a6fcff3edd5abcc8af27d9100169169299.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
एक महिला अपनी छोटी बहन के साथ कोलकाता से कुंभ स्नान के लिए आई थी. वह हिंदी नहीं जानती थी, लेकिन उसकी आंखों से बहते आंसू सब कुछ बयां कर रहे थे. पोस्टमार्टम हाउस के बाहर एक और परिवार मिला जहां एक बेहोश बेटी अपनी मां की तलाश में परिवार के साथ भटक रही थी.
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![जिन्हें कुंभ में अपने परिजन नहीं मिले वे पोस्टमार्टम हाउस की ओर दौड़ पड़े. एक बेटी को जैसे ही हादसे की खबर मिली वह तुरंत बाइक से घर से निकली. आधे घंटे का सफर उसे पूरे पांच घंटे में तय करना पड़ा. जब वह पोस्टमार्टम हाउस पहुंची तो वहां उसे बुरी खबर मिली.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/30/3a09da1c45d96469b2ff7c6309fa68b81d9c7.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
जिन्हें कुंभ में अपने परिजन नहीं मिले वे पोस्टमार्टम हाउस की ओर दौड़ पड़े. एक बेटी को जैसे ही हादसे की खबर मिली वह तुरंत बाइक से घर से निकली. आधे घंटे का सफर उसे पूरे पांच घंटे में तय करना पड़ा. जब वह पोस्टमार्टम हाउस पहुंची तो वहां उसे बुरी खबर मिली.
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![इसी कुंभ क्षेत्र में हमें वो आवाजें भी सुनाई दीं जो कह रही थीं कि अगर समय रहते पुलिस प्रशासन एक्टिव नहीं होता तो ये हादसा और भी बड़ा हो सकता था. कई लोगों ने कहा कि पुलिस ने उनकी जान बचाई.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/30/c76f2d7ff52d1927aefb26e2e074706da8d48.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
इसी कुंभ क्षेत्र में हमें वो आवाजें भी सुनाई दीं जो कह रही थीं कि अगर समय रहते पुलिस प्रशासन एक्टिव नहीं होता तो ये हादसा और भी बड़ा हो सकता था. कई लोगों ने कहा कि पुलिस ने उनकी जान बचाई.
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![करोड़ों की भीड़ को संभालना प्रशासन के लिए आसान नहीं था. कुछ चूक जरूर हुई, लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी की वजह से ये हादसा और भयावह होने से बच गया.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/30/030e20ebf7b07cc07e9ee85fbe9f307dc741c.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
करोड़ों की भीड़ को संभालना प्रशासन के लिए आसान नहीं था. कुछ चूक जरूर हुई, लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी की वजह से ये हादसा और भयावह होने से बच गया.
Published at : 30 Jan 2025 07:52 AM (IST)
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अनिल चमड़ियावरिष्ठ पत्रकार
Opinion: 'आस्था, भावुकता और चेतना शून्य...', आखिर भारत में ही क्यों होती सबसे ज्यादा भगदड़ की घटनाएं
Opinion