Varanasi Assi Ghat Photos: बनारस में अस्सी घाट के रंग, 74 साल के बुजुर्ग भी करते हैं युवाओ के साथ स्केटिंग
बनारस के अस्सी घाट में न सिर्फ रंग बदले हैं बल्कि वहां की जिंदगियां भी अब बदलने लगी है. 74 साल के नरेंद्र जायसवाल दशकों से अस्सी घाट पर आ रहे हैं लेकिन पिछले कुछ महीनों से वे इस उबड़-खाबड़ जमीन पर स्केटिंग कर रहे हैं. नरेंद्र जायसवाल ने स्केटिंग कर यह साबित कर दिया है कि उम्र महज एक आंकड़ा है. ऐसा इसलिए कि आमतौर पर बच्चे ही स्केटिंग करते नजर आते हैं ऐसे में 74 साल की उम्र में भी वाराणसी के अस्सी घाट पर स्केटिंग सीखने का उनका उत्साह देखते बनाता है.
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View In Appनरेंद्र जायसवाल ने बताया, ''आमतौर पर 4-5 साल के बच्चे ही यहां आते हैं, मैंने उनसे 2 साल पहले पूछा था कि क्या मैं भी सीख सकता हूं. वह अवाक रह गए थे. लेकिन फिर उन्होंने मुझे सुरक्षा गियर पहनाए और मेरा बैलेंस चेक किया. अब मैं वास्तव में आत्मविश्वास महसूस कर रहा हूं और यहां अपने समय का आनंद ले रहा हूं.''
उन्होंने बताया, ''करीब 20-25 साल पहले मैं यहां स्केटिंग सीखने आया था. प्रशिक्षक ने मुझे समझाया कि आप ऐसा न करें क्योंकि एक डर था कि गिरने पर मेरी हड्डियों में फ्रैक्चर हो सकता है. हालांकि, मैंने हार नहीं मानी! जब यह घाट विकसित हुआ तो मैंने अवसर का लाभ उठाया. अब मैं बहुत सारे स्टंट कर सकता हूं जैसे कूदना और संतुलन बनाना. मुझे बच्चों के साथ बहुत मज़ा आता है.''
बता दें कि अस्सी घाट वाराणसी के सबसे बड़े और सबसे लोकप्रिय घाटों में से एक है. वाराणसी भ्रमण के लिए आए पर्यटकों के लिए यह एक ऐसा स्थान होने के लिए जाना जाता है जहां लंबे समय तक विदेशी छात्र, शोधकर्ता और पर्यटक रहते हैं.
स्केटिंग के कोच एके अंसारी ने बताया कि साल 2018 से शुरू हुआ स्केटिंग क्लास बच्चों के लिए शुरू किया गया था. उन्होंने बताया कि कैसे यहां विकास के कार्य शुरू हुए. एके अंसारी ने बताया, ''2018 से मैं अस्सी घाट बनारस मंच पर छोटे बच्चों को स्केटिंग सिखा रहा हूं. मैं बहुत सारे बच्चों को स्केटिंग सिखाने में सक्षम रहा हूं और इससे मुझे बहुत खुशी होती है.''
उन्होंने बताया कि बहुत सारे बच्चे ऐसे हैं जो सफलतापूर्वक कोर्स पूरा होने के बाद पाठ्यक्रम छोड़ चुके हैं और नए बच्चे नामांकन ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि हमारे यहां फ्री सर्विस है. उन्होंने कहा कि मैं यहां राज्य की ओर से बच्चों को ट्रेनिंग देता हूं.
उन्होंने बताया कि कई गरीब बच्चे, जो स्केट्स का खर्च नहीं उठा सकते, यहां आते हैं, मैं उन्हें अपनी स्केट्स देता हूं ताकि उन्हें सीखने में मदद मिल सके. उन्होंने बताया कि अच्छी बात यह है कि अब यहां की चट्टानों को सूट स्केटिंग के लिए मॉडिफाई किया गया है, पहले ऐसा नहीं था.
ट्रेनर ने बताया कि बनारस में स्केटिंग के लिए एक सुंदर जगह है. उन्होंने बताया कि हमारे यहां प्रसाद घाट पर एक और जगह है, लेकिन वह बहुत छोटी है. मोदी को लेकर पूछे गए एक सवाल के दौरान उन्होंने कहा कि मैं एक स्पोर्ट्स प्लेयर हूं, मुझे राजनीति के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. लेकिन मैं पीएम मोदी को इंसान के रूप में देखता हूं. मैं उसे एक व्यक्ति के रूप में पसंद करता हूं.
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