Weather Update: डराने वाली है उत्तर भारत की गर्मी! जानें- अगले पांच दिनों में कितना बढ़ जाएगा तापमान?
देश के कई हिस्सों फरवरी में पहले से ही इतना तापमान दर्ज किया जा रहा है जो आमतौर पर मार्च के पहले सप्ताह में दर्ज किया जाता है. मौसम विभाग ने सोमवार (20 फरवरी) को कहा था कि सामान्य से अधिक तापमान का गेहूं और अन्य फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है.(फोटो-Getty)
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View In Appआईएमडी के एक वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करने वाले पश्चिमी विक्षोभ के कम होने के बाद अगले दो दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है.(फोटो-PTI)
उन्होंने कहा कि हालांकि, अगले 5 दिनों में क्षेत्र के साथ-साथ मध्य और पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक रहने की संभावना है.(फोटो-Getty)
सोमवार (20 फरवरी) को उत्तर-पश्चिम, मध्य और पश्चिम भारत के अधिकांश स्थानों पर अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया.(फोटो-PTI)
राष्ट्रीय राजधानी के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के साथ दिल्ली में सोमवार को 1969 के बाद फरवरी का तीसरा सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया.(फोटो-Getty)
शहर में 26 फरवरी 2006 को अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस और 17 फरवरी 1993 को अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.(फोटो-PTI)
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि दिल्ली और उत्तर पश्चिम भारत के अन्य हिस्सों में शुरुआती गर्मी की अहम वजह मजबूत पश्चिमी विक्षोभ की कमी है. उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर पश्चिम भारत में मौसम मुख्य रूप से पश्चिमी विक्षोभ से नियंत्रित होता है. 29 जनवरी के बाद से क्षेत्र में कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ नहीं है, इसलिए तापमान में काफी बढ़ोतरी हुई है.’’(फोटो-Getty)
श्रीवास्तव ने कहा कि कुछ कमजोर पश्चिमी विक्षोभों के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में सामान्य से कम बारिश हुई है. उन्होंने कहा कि अधिकतम तापमान पहले से ही बढ़ रहा है और मार्च के पहले 15 दिनों में उत्तर -पश्चिम भारत के एक या दो मौसम संबंधी उपखंडों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस और उससे ऊपर तक पहुंच सकता है.(फोटो-Getty)
आईएमडी के मुताबिक, यदि किसी केंद्र का अधिकतम तापमान मैदानी इलाकों में कम से कम 40 डिग्री सेल्सियस, तटीय क्षेत्रों में कम से कम 37 डिग्री और पहाड़ी क्षेत्रों में कम से कम 30 डिग्री तक पहुंच जाता है और वह सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री अधिक होता है तो लू की एलान किया जाता है.(फोटो-PTI)
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