Year Ender 2023: चांद से आई इन तस्वीरों ने रचा इतिहास, कभी नहीं भूलेगा हिंदुस्तान
साल 2023 के खत्म होने को अब कुछ ही दिन बचे हैं. जैसे-जैसे 2024 करीब आ रहा है वैसे-वैसे इस साल हासिल हुईं भारत की उपलब्धियों की यादें भी तरोताजा हो रही हैं. मौजूदा साल 2023 में भारत ने दुनिया को अपनी ताकत का नमूना दिखाया.
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View In Appचांद पर पहुंचकर भारत ने इतिहास रच दिया. भारत के चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर देश सहित दुनिया में रहने वाले भारतीयों ने जश्न मनाया. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को उसके सफल चंद्रयान-3 मिशन के लिए सम्मानित भी किया गया है.
इसरो की ओर से चांद पर भेजे गए विक्रम लैंडर ने कई ऐसी तस्वीरें भेजीं जिन्हें हिंदुस्तान कभी नहीं भूलेगा. 23 अगस्त 2023 को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग कर विक्रम लैंडर ने वहां की कई तस्वीरों को कैप्चर किया.
इस तरह से भारत चंद्रमा की सतह पर पहुंचने वाला चौथा और दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया. चांद की सतह पर प्रज्ञान रोवर ने खूब चहलकदमी की और इसरो को वहां से डेटा भेजा.
चांद की सतह पर जहां चंद्रयान-3 की लैंडिंग हुई थी उसका नाम शिवशक्ति प्वॉइंट रखा गया है. साथ ही 23 अगस्त के दिन को अब राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में मनाया जाएगा. गूगल की ओर से जारी किए गए डेटा में बताया गया कि इस साल 2023 में सबसे ज्यादा सर्च किए गए टॉपिक्स में चंद्रयान -3 और चैटजीपीटी टॉप पर हैं.
चंद्रयान-3 की सफलता ने काफी सुर्खियां बटोरीं. इससे दुनियाभर में लोगों ने उसे इंटरनेट पर खूब सर्च किया. इसरो ने बताया कि चंद्रयान के ऑर्बिटर में लगा पेलोड काफी जानकारी भेज चुका है. चंद्रयान के पेलोड में स्पेक्ट्रो-पोलरिमेट्री ऑफ हैबिटेबल प्लैनेट लगा हुआ था.
इस पेलोड की ओर से दी गई जानकारी से एग्जोप्लेनेट्स के बारे में जानकारी जुटाने में मदद मिलेगी. एग्जोप्लेनेट्स ऐसे ग्रह होते हैं जो सौरमंडल का हिस्सा नहीं हैं, फिर भी वे तारों का चक्कर लगाते रहते हैं. दुनियाभर के देश इस पर काफी अध्ययन कर रहे हैं.
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने इसरो और उसकी पूरी टीम को बधाई दी थी. उन्होंने कहा था, चंद्रयान-3 का चंद्रमा पर उतरना हमारे लिए एक ऐतिहासिक क्षण है. यह सफलता मानवता की सफलता है. मुझे विश्वास है कि दुनिया के सभी देश ऐसी उपलब्धियां हासिल करने में सक्षम हैं.
चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोप की अंतरिक्ष एजेंसियों ने भारत को बधाई दी थी. नासा ने एक्स पर पोस्ट किया था, ''चंद्रयान-3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग के लिए इसरो को बधाई.'' यूके स्पेस एजेंसी ने लिखा था, ''इतिहास बन गया. इसरो को बधाई.'' यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) के महानिदेशक ने कहा था, ''अविश्वसनीय! इसरो, चंद्रयान-3 और भारत के सभी लोगों का बधाई.''
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग के बाद इसरो को बधाई दी थी. इस मिशन के बाद अमेरिका ने कहा था कि वह आने वाले दिनों में अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत के साथ अपनी साझेदारी को और बढ़ाएगा.
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