Afghanistan Crisis: अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट पर कुछ यूं मनाया जश्न, देखें PHOTOS
Afghanistan Crisis: अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद अमेरिकी सेना वापस लौट गई है. मंगलवार की सुबह पांच बजकर 27 मिनट पर अमेरिकी रक्षा विभाग ने एक तस्वीर जारी की और इसके साथ लिखा कि यह अफगानिस्तान छोड़ने वाले अमेरिका के आखिरी सैनिक हैं. रक्षा विभाग ने कहा, ''ये मेजर जनरल क्रिस डोनाहू हैं. अमेरिका के लिए काबुल से निकल रहे आखिरी सी-17 विमान में सवार हो रहे हैं.''
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View In Appअमेरिकी सैनिकों की वापसी के साथ ही तालिबान ने काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कब्जा कर लिया. सैकड़ों की संख्या में लड़ाके काबुल एयरपोर्ट पहुंचे और जश्न में जमकर हवाई फायरिंग की.
अपनी जीत का जश्न मनाते हुए तालिबान नेता रनवे पर चले. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा, ‘‘ दुनिया ने सबक सीख लिया और यह जीत का सुखद क्षण है.’’ दरअसल, 9/11 आतंकी हमले के बाद अमेरिकी सेना आतंकवाद को खत्म करने के ख्याल से अफगानिस्तान में दाखिल हुई थी. इसके 20 साल बाद अमेरिकी सेना वापस लौटी है.
15 अगस्त को तालिबान ने पंजशीर को छोड़कर पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था. इसके बाद से ही हवाईअड्डे पर स्थिति तनावपूर्ण थी. एक अमेरिकी ‘सी -17’ सैन्य मालवाहन विमान के किनारे लटकने के बाद, नीचे गिरकर कुछ लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, इस्लामिक स्टेट द्वारा हवाईअड्डे के बाहर किए हमलों में अमेरिकी बल के 13 सदस्य और कम से कम 149 अफगान मारे गए थे.
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से हजारों हजार की संख्या में विदेशी और अफगानी नागरिक तालिबान के डर से देश छोड़ चुके हैं. अमेरिकी सेना के आखिरी विमान के रवाना होने तक भी हजारों हजार लोगों की यही तमन्ना थी कि वह अफगानिस्तान छोड़ दे.
न्यूज एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक, अफगानिस्तान में अब भी अमेरिका के कम से कम 200 नागरिक रह गए हैं. साथ ही रह गए हैं वहां से निकलने की आस लगाए हजारों अफगान, जिनका वहां से निकलना अब पूरी तरह से तालिबान पर निर्भर है.
इसपर विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका अपने नागरिकों और अफगानों को वहां से निकालने का प्रयास करता रहेगा और काबुल हवाई अड्डा फिर से खुलने के बाद अफगानिस्तान के पड़ोसी मुल्कों के साथ सड़क रास्ते से या चार्टर्ड विमानों के जरिए उनकी सुरक्षित वापसी का प्रयास करेगा.
सोमवार को निकासी अभियान समाप्त होने की पेंटागन की घोषणा के कुछ देर बाद विदेश मंत्री ने कहा कि काबुल में अमेरिकी दूतावास बंद रहेगा और खाली भी रहेगा. उन्होंने कहा कि अमेरिका के राजनयिक कतर के दोहा में रहेंगे.
अमेरिका ने अफगानिस्तान से निकासी की समयसीमा 31 अगस्त निर्धारित की थी और इसके कुछ घंटे पहले ही उसने अफगानिस्तान में अपना युद्ध समाप्त करने की घोषणा की. इसके बाद तालिबान के लड़ाकों ने एयरपोर्ट पर कब्जा जमा लिया.
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