Bangladesh Crisis: क्या बांग्लादेश में अवामी लीग हो जाएगी बैन? BNP और जमात ए इस्लामी ने कह दी अपने मन की बात
बांग्लादेश में शेख हसीना के नेतृत्व वाली आगामी लीग पार्टी पर प्रतिबंध लगाने की लगातार मांग बढ़ रही है, लेकिन पार्टी के दोनों कट्टर प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दल बीएनपी और जमात का कहना है कि वह किसी भी पार्टी या संगठन पर प्रतिबंध लगाने के खिलाफ है.
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View In Appबांग्लादेश नेशनल पार्टी के महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर का कहना है कि शेख हसीना और आगामी लीग से हिसाब बराबर करने के लिए वह किसी राजनीतिक दल पर बैन लगाने की राजनीति में विश्वास नहीं रखते.
दूसरी ओर जमात का भी यही कहना है कि किसी भी पार्टी का लोकतांत्रिक अधिकार छिन जाए, वह ऐसी राजनीति में विश्वास नहीं रखते. अवामी लीग की ओर से जमात पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, जिसे अंतरिम सरकार ने बीते सप्ताह हटा दिया.
जमात ए इस्लामी के प्रमुख शफीकुर रहमान का कहना है कि उनकी पार्टी अवामी लीग के अत्याचारों से सबसे ज्यादा पीड़ित रही है. अवामी लीग ने ही जमाते इस्लामी पर प्रतिबंध लगाया था. रहमान का कहना है कि किसी पार्टी पर प्रतिबंध लगाकर उसके विचारधारा को खत्म नहीं किया जा सकता. उनकी पार्टी इसका उदाहरण है. उन्होंने कहा हम चाहते हैं कि अवामी लीग चुनाव लड़े और हम उन्हें चुनाव में हराएंगे.
बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने चेतावनी जारी कर दी है, जिसमें कहां गया है कि देश में अस्थिरता पैदा करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
गृह मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि स्वार्थी लोगों द्वारा जबरन इस्तीफा, तोड़फोड़, अवैध तलाशी, लूटपाट, आगजनी और जबरन वसूली से देश में अस्थिरता चरम पर पहुंच गई है. कुछ लोग पुलिस पर एफआईआर दर्ज करने के लिए भी दबाव बना रहे हैं और कोर्ट में आरोपियों पर हमले कर रहे हैं. सरकार ने भरोसा दिलाते हुए यह कहा है कि FIR दर्ज होने का मतलब यह नहीं है कि मनमानी ढंग से गिरफ्तारियां हो
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