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Eid Ul Adha 2024: पिछले साल से ज्यादा दी गई इसबार कुर्बानी, ईद-उल-अजहा पर 1.04 करोड़ जानवर किए गए कुर्बान
Eid-ul-Azha: बांग्लादेश के मत्स्य एवं पशुधन मंत्रालय का दावा है कि इस साल पवित्र ईद-उल-अजहा पर देश भर में 10,408,918 जानवरों की कुर्बानी दी गई, जो पिछले साल की तुलना में 367,106 ज्यादा है.

बकरीद के त्योहार पर जानवरों की बलि दी गई (फाइल फोटो)
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
ईद-उल-अजहा यानी बकरीद इस साल 17 जून 2024 को मनाई गई. बकरीद इस्लाम के सबसे पवित्र त्योहार में से एक है. इस्लाम में बकरीद ईद-उल-अजहा कुर्बानी का दिन भी होता है. बकरीद के दिन इसलिए बकरे या किसी अन्य पशु की कुर्बानी दी जाती है.
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
ईद-उल-अज़हा विश्व स्तर पर मुस्लिम समुदाय द्वारा मनाया जाता है. इसे "बलिदान का त्योहार" भी कहा जाता है. इस साल ईद-उल-अजहा के अवसर पर बांग्लादेश में कुल 1,04,08,918 पशुओं की कुर्बानी दी गई.
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
ईद के मौके पर पिछले साल से 3,67,106 ज़्यादा जानवरों के बलिदान होने की संख्या सामने आयी है. जबकि, इस साल सबसे ज़्यादा जानवरों का बलिदान ढाका डिवीजन में हुआ.
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
वहीं, मयमनसिंह डिवीजन ने सबसे कम नंबर के बकरों के बलिदान होने के रिकार्ड दर्ज किए हैं. जानकारी के मुताबिक, इस साल ढाका डिवीजन में कुल 25,29,182 जानवरों का बलिदान हुआ. इसके अलावा बांग्लादेश में स्थितक चटगांव डिवीजन में 20,57,520 जानवरों का बलिदान किया गया.
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
इस दौरान राज़शाही डिवीजन में 24,26,111 जानवरों की बलि दी गई है. वहीं, खुलना डिवीजन में 10,8,855 जानवरों को बलिदान देना पड़ा. इसके अलावा बरीशल डिवीजन में 4,28,438 जानवरों ने बलिदान दिया है.
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
इसके साथ ही बांग्लादेश के सिलहट डिवीजन में जहां 3,93,742 जानवरों का बलिदान हुआ हैं.
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
बांग्लादेश के मंत्री के अनुसार, 1,29,80,367 पशु बलि के लिए तैयार किए गए थे, जिसमें बलि दिए गए पशुओं में गाय 47,66,859, भैंस 1,12,918, बकरियां 50,56,719, भेड़ 471,149 और अन्य पशु 1,273 शामिल थे.
Published at : 18 Jun 2024 09:43 PM (IST)
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उत्कर्ष सिन्हा
Opinion