बांग्लादेश हिंसा के पीछे चीन और पाक का हाथ, तैयार कर रहा था स्लीपर सेल; पढ़ाई के नाम पर रच रहा था साजिश
बांग्लादेश में तख्तापलट हो गया है. इसके पीछे जितना पाकिस्तान का हाथ है उतना ही चीन का भी है. अलग-अलग खुफिया एजेंसी के द्वारा जुटाए गए सबूत इस बात को बता रहे हैं कि ISI के साथ-साथ चीन ने भी बांग्लादेश के माहौल को बिगाड़ने के लिए कई साजिश से रची.
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View In Appपढ़ाई करने के नाम पर चीन बांग्लादेश के छात्रों का एक बड़ा नेटवर्क बना रहा था. पढ़ाई के नाम पर चीन स्टूडेंट का स्लीपर सेल बना रहा था. शेख हसीना की सरकार कमजोर करने के लिए चीन द्वारा यह साजिश रची गई. चीन का स्लीपर सेल छात्रों के बीच में ही था.
खुफिया एजेंसी से मिले इनपुट यह बताते हैं कि जब बांग्लादेश में हालत बिगड़ने शुरू हुए सचिन के हवा देने से सियासी उथल-पुथल शुरू हुआ. केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की मानें तो चीन मिशन एजुकेशन के नाम पर बांग्लादेश कि छात्रों को अपने देश में बुलाता. चीन न केवल मेडिकल की पढ़ाई बल्कि दूसरे कई बड़े संस्थानों में आसानी से एडमिशन के लिए भी रास्ते तैयार करता. स्टूडेंट एक्सचेंज के तहत चीन ने अपने लोगों को बांग्लादेश भेजा. इसके पीछे चीन की बड़ी साजिश थी जो बांग्लादेश में तख्तापलट के दौरान पूरी दुनिया ने देख ली.
चीन से आए हुए छात्रों ने बांग्लादेश के छात्रों को अपने देश में पढ़ने के लिए लाइनअप किया. यही लोग चीन के स्लीपर सेल बनकर छात्रों के बीच आंदोलन को और बढ़ा रहे थे. इसके बाद हालात आरक्षण के मामले पर आ गई और चीन ने हर तरीके से इस आंदोलन को हवा दी. सूत्रों की मानें तो जो भी बांग्लादेश के आज हालात हैं उसके पीछे पाकिस्तान और चीन लंबे समय से प्लानिंग कर रहे थे. कहा यह भी जा रहा है कि चीन और पाकिस्तान ने बांग्लादेश में लोगों को पढ़ाई के नाम पर फंड भी दिया था. इसके पीछे मकसद बांग्लादेश में अराजकता फैलाने का था.
बांग्लादेश की एक रिपोर्ट के मुताबिक विदेश जाने वाले जितने भी छात्र हैं उसमें 80% छात्र चीन में जाकर पढ़ाई कर वहीं नौकरी करना ज्यादा पसंद करते हैं. चीन के निगाहें बांग्लादेश के संसाधनों पर और जमीन पर टिकी हुई है जो कि भारत से लगी हुई है. चीन के मिशन एजुकेशन और स्टूडेंट एक्सचेंज को लेकर शेख हसीना ने जब चीन की मंशा समझी तब तक देर हो चुकी थी. चीन में बांग्लादेश के छात्रों को अपने इशारों पर नाचना शुरू कर दिया.
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