Dawood Ibrahim Profile: मुंबई की झुग्गी से निकलकर बनाया डी कंपनी, डॉन दाऊद इब्राहिम की पूरी कुंडली पढ़िए
दाऊद इब्राहिम कासकर का जन्म 1955 में मुंबई में हुआ था. उसकी परवरिश मध्य मुंबई की एक झुग्गी बस्ती डोंगरी में हुई. दाऊद इब्राहिम के पिता एक पुलिस कांस्टेबल थे. दाऊद इब्राहिम कम उम्र से ही चोरी, डकैती और धोखाधड़ी में शामिल हो गया.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appसाल 1974 में मात्र 19 साल की कम उम्र में ही दाऊद इब्राहिम उस समय मुंबई के सबसे बड़े डॉन हाजी मस्तान का करीबी बन गया. हालांकि, इसके बाद दाऊद इब्राहिम ने मस्तान और उसके सहयोगियों के खिलाफ एक भयानक गैंगवार छेड़ गई.
तीन हत्यारों ने साल 1981 में दाऊद इब्राहिम और उसके भाई शब्बीर को एक गैस स्टेशन में घेर लिया. इस दौरान शब्बीर मारा गया, दाऊद भाग गया. तीन साल के अंतराल के बाद साल 1984 में दाऊद ने अपने भाई शब्बीर की हत्या में शामिल तीनों हत्यारों को मार डाला. मुंबई पुलिस ने दाऊद को मस्तान के खिलाफ कर दिया, हिंसा इतनी बढ़ गई थी कि उसे संभालना मुश्किल हो गया था. इसके बाद मस्तान 1984 में ही दुबई भाग गया जहां वह व्हाइट हाउस नामक बंगले में रहता था. इधर मुंबई में दाऊद छोटा राजन के साथ मिलकर डी कंपनी चलाने लगा.
भारत ने साल 1991 में विदेशी व्यापारियों को देश में निवेश करने की अनुमति दी. इसी दौरान कालाबाजारी पुरानी हो गई. जापानी टीवी या चीनी रेडियो जैसी चीज़ें कानूनी तौर पर खरीदी जाने लगी. धीरे-धीरे मुंबई की गद्दी पर दाऊद की खेप वाले जहाजों की संख्या कम हो गई. उसी साल पुलिस और डी कंपनी के सदस्यों के बीच भारी गोलीबारी हुई.
बाबरी मस्जिद को साल 1993 में गिराने के बाद साल मुंबई में 13 बम विस्फोट हुए. बम धमाकों में करीब 250 लोगों की मौत हो गई. इसके बाद, एफबीआई और इंटरपोल ने डॉन को अपनी सर्वाधिक वांछित सूची में डाल दिया और गिरफ्तारी से बचने के लिए उसे दुबई भागना पड़ा. इसके बाद वो पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची के में शरण ले लिया.
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार दाऊद इब्राहिम को 2003 में भारत और अमेरिका की तरफ से वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया गया. 1993 के बॉम्बे बम विस्फोटों में उसकी कथित भूमिका के लिए उसके सिर पर 25 मिलियन डॉलर का इनाम रखा गया था.
पाकिस्तान के हाफिज सईद की प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने साल 2008 में 26/11 मुंबई हमले को अंजाम दिया. आतंकियों ने पूरे मुंबई में विस्फोट किए जिसमें ताज महल होटल की चार दिनों की घेराबंदी भी शामिल थी. इसमें कई नागरिक मारे गए. एस्क्वायर पत्रिका ने अंदरूनी सूत्रों के हवाले से खबर दी थी कि दाऊद ने भी इस हमले की साजिश रची थी.
डी कंपनी एक अंतरराष्ट्रीय आपराधिक संगठन बन गया है. दक्षिण एशिया के अलावा, डी कंपनी कुछ अफ्रीकी देशों के लिए भी सिर दर्द बन गई है क्योंकि दाऊद ने पूर्वोत्तर नाइजीरिया में स्थित संयुक्त राष्ट्र की तरफ से नामित आतंकवादी संगठन बोको हराम में निवेश किया है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -