Star Shower: आज रात होगी आसमान से सितारों की बारिश, दिवाली जैसा होगा माहौल, देखें तस्वीरें
आज रात यानी 14 दिसंबर को जेमिनीड्स उल्का की बौछारें होगी. जिससे आसमान में तारों की बारिश जैसा नजारा दिखेगा. इसका सबसे शानदार नजारा आज की रात को देखने को मिलेगा.
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View In Appअपने ज्वलंत प्रदर्शन के लिए प्रसिद्ध जेमिनीड्स को सबसे विश्वसनीय और सक्रिय उल्का बौछारों में से एक माना जाता है. शुरू में हर घंटे 10 से 20 उल्काओं के साथ इससे बौछारें होती थीं, जो अब कई परिस्थितियों में प्रति घंटे 120 उल्काओं तक भी पहुंच गई हैं.
आज के वक्त में हर घंटे 100 से ज्यादा तारे आसमान में टूटते हुए दिखेंगे. 14 दिसंबर को जब जेमिनीड्स की बौछार अपने चरम पर होगी तो इसे आकाश में आसानी से देखा जा सकेगा. इनको देखने के लिए किसी विशेष उपकरण की आवश्यकता नहीं होगी.
अपनी चमक, हाई स्पीड और स्पेशल पीले रंग की विशेषता वाले उल्का पिंड आसमान में एक खूबसूरत दृश्य बनाते हैं. नासा ने कहा है कि रात और भोर से पहले के घंटों के दौरान शहर की रोशनी से दूर अगर इस दृश्य को देखा जाएगा तो एक अद्भुत नजारा देखने को मिल सकता है.
नासा ने कहा है कि इसे बेहतर तरीके से अनुभव करने के लिए पीठ के बल लेटकर और दक्षिण की ओर मुंह करके देखने की जरूरत है.अर्थ स्काई के मुताबिक, 19 नवंबर से 24 दिसंबर आसमान में तारों की ये बौछार होती है लेकिन इसका पीक 13-14 दिसंबर है.
13 दिसंबर को भी अच्छा नजारा देखने को मिला लेकिन 14 दिसंबर की रात ये चरम पर होगा. चांद क्योंकि शाम की शुरुआत में ही डूब जाएगा, ऐसे में इससे भी बेहतर नजारा मिलने में मदद मिलेगी क्योंकि जेमिनीड उल्का बौछार के चरम के दौरान आसमान में अंधेरा होगा.
आसमान में सितारों की बारिश का यह नजारा पूरी दुनिया में देखा जा सकता है. मौसम साफ रहा और धुंध ना हुआ तो यह उल्कापात भारत में भी दिखाई देगा. शहर में ये देखना मुश्किल होता है, इसके लिए अंधेरे वाले क्षेत्र में जाने की आवश्यकता होती है.
उल्कापात देखने का समय रात 1 बजे के बाद और सुबह 6 बजे से पहले बेहतर माना जाता है. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मुताबिक जेमिनीड उल्कापात का नाम जेमिनी तारामंडल से लिया गया है.
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