फिर से चीन से नजदीकियां बढ़ा रहा इटली, पीएम मेलोनी ने किस प्रोजेक्ट पर किया साइन, प्रेसिडेंट शी जिनपिंग से भी करेंगी मुलाकात
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी पांच दिवसीय चीन के दौरे पर हैं. कहा जा रहा है कि मेलोनी चीन के साथ दोबारा अपने संबंधों को स्थापित करने के लिए दौरे पर गईं हैं.
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View In Appमेलोनी ने बीते रोज चीन के पीएम ली कियांग के साथ भी बैठक की. मुलाकात के दौरान चीन के साथ तीन साल के एक्शन प्लान पर भी हस्ताक्षर किए. मेलोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि चीन और इटली के बीच जिस को-ऑपरेशन मेमोरेंडम पर हस्ताक्षर हुए हैं, उसमें इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और रिन्यूएबल जैसे इंडस्ट्रियल सेक्टर इंवॉल्व किए गए हैं.
इटली के प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी अक्सर ही चीन से आए निवेश को अपने देश की आर्थिक कमजोरी के रूप में देखती हैं. बीते साल 2023 में चीन के बीआरआई प्रोजेक्ट से इटली बाहर निकल गया था. यही कारण है कि इटली और चीन के रिश्ते थोड़े डगमगा गए थे, लेकिन जॉर्जिया मेलोनी की चीन यात्रा को दोनों ही देश के रिश्तों को मजबूत करने की ओर देखा जा रहा है.
मेलोनी बीते रोज चीनी-इटली बिजनेस फोरम में भी शामिल हुई. इस फोरम में टायर कंपनी, एनर्जी ग्रुप, डिफेंस ग्रुप, वाइन प्रोड्यूसर्स जैसी कई इटली की कंपनियों को भी आमंत्रित किया गया था. चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग का कहना है कि इटली और चीन को आपस में व्यापार और निवेश बढ़ाना चाहिए, जिससे उनके रिश्ते मजबूत हो.
चीन के बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव 2019 में इटली शामिल हुआ था. तब वह G7 का इकलौता देश था, जो बीआरआई में शामिल हुआ था, लेकिन पिछले साल US के दबाव में इटली इससे बाहर आ गया और मेलोनी सरकार ने यह भी कहा कि इससे उनके देश को कोई भी फायदा नहीं हुआ.
मेलोनी की चीन यात्रा का मकसद बीआरआई में इटली की वापसी पर कुछ गलतफहमियों को स्पष्ट करना भी है. बता दें कि मेलोनी आज (29 जुलाई) वह चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मुलाकात करने वाली हैं,
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