Saddam Hussein Super Yachts: सद्दाम हुसैन के शौक थे बड़े, अरबों के यॉट्स का था मालिक, एक हुआ बर्बाद तो दूसरा है आलीशान होटल की तरह खड़ा
सद्दाम हुसैन की मौत के दशकों बाद जहाजों की स्थिति बहुत बदल गई है. एक नदी में बर्बाद हो गया, जो मछुआरों के लिए एक स्पॉट बन चुका है और दूसरा एक होटल बन गया.
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View In Appसद्दाम हुसैन की अल-मंसूर नाम की मल्टी मिलियन-डॉलर यॉट्स को साल 2003 में अमेरिकी सेना ने बर्बाद कर दिया, जिसके बाद वो शट्ट अल-अरब में डूब गई.
अल-मंसूर में 20 साल बाद ग्लैमर का कोई निशान बाकी नहीं रहा है. इसे लूट लिया गया है. इसका दाहिना हिस्सा नदी के तल में डूब चुका है.
इराक के पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन की सुपरयॉट्स कभी लग्जरी का प्रतिक हुआ करती थी. उनके दो सुपरयॉट्स का निर्माण साल 1980 में किया गया था. ये संगमरमर की टाइल और अलग-अलग सुविधाओं से लैस था.
सद्दाम हुसैन की अल-मंसूर नाम की मल्टी मिलियन-डॉलर यॉट्स को साल 2003 में अमेरिकी सेना ने बर्बाद कर दिया, जिसके बाद वो शट्ट अल-अरब में डूब गई.
हुसैन सबाही नाम के मछुआरे ने सद्दाम हुसैन की अल-मंसूर यॉट्स को देखकर कहा कि राष्ट्रपति के समय कोई इसके करीब नहीं आता था और अब में इसके करीब घूम रहा हूं.
वहीं सद्दाम हुसैन की एक और यॉट्स, जिसका नाम बशराह ब्रीज है, उसकी कीमत 1981 में 25 मिलियन डॉलर (20 करोड़) थी, जो आज के समय में 100 मिलियन डॉलर (82 अरब) की हो चुकी है. ये 270 फीट की सुपररीच यॉट्स है.
बशराह ब्रीज सुपररीच यॉट्स को एक बार बेचने की भी कोशिश की गई, लेकिन इराक ने हस्तक्षेप किया और अदालतों ने फैसला किया कि बशराह ब्रीज सरकार की है. इसमें 18 केबिन सहित 17 कमरें है. इसमें एक छोटी मस्जिद भी है.
बशराह ब्रिज को बसरा विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के इस्तेमाल करने के लिए किया जाता है. अधिकारियों का कहना है कि ये अच्छी कंडीशन में है और अच्छी तरह से काम कर रहा है.
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