'मैं सबसे अच्छी मां...' ये कहकर राजनीति छोड़ने वाली न्यूजीलैंड की पूर्व PM जीती हैं सिंपल लाइफ, देखिए तस्वीरें
जैसिंडा अर्डर्न 2017 में सबसे कम उम्र की महिला प्रधानमंत्री बनी थीं, ये वो वक्त था जब न्यूजीलैंड आर्थिक संकट का सामना कर रहा था. और, प्राकृतिक आपदाओं के कारण सबसे बुरे दौर में था.
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View In Appजैसिंडा के पांच साल के प्रीमियर टर्म के दौरान व्यापक स्तर पर कई सुधार हुए, जिनके चलते उन्हें अब एक संकट प्रबंधक के रूप में याद किया जाएगा.
अब जैसिंडा अर्डर्न प्रधानमंत्री के पद पर नहीं हैं और, उन्होंने राजनीति भी छोड़ दी है. उनका कहना है कि जब मैं राजनीति में बड़ी जिम्मेदारी निभाने चली थी, तो मेरा मातृत्व दांव पर लग गया था.
उन्होंने कहा, ''मैं सियासत से दूर रहती तो क्या अच्छी मां नहीं बन सकती थी? मैं महिलाओं को कहना चाहूंगी कि वे नेतृत्व की भूमिका के रास्ते में मातृत्व को आड़े नहीं आने दें.'' उन्होंने महिलाओं से अपने कर्तव्य को प्राथमिकता देने का भी आग्रह किया.
जैसिंडा अर्डर्न 42 वर्ष की हो चुकी हैं. उन्होंने 37 वर्ष की आयु में प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाला था. उनका जन्म 26 जुलाई 1980 को हैमिल्टन में हुआ था. उन्होंने क्लार्क गेफोर्ड से विवाह किया.
विवाह के कई सालों बाद 2017 में वह न्यूजीलैंड में सबसे कम उम्र की महिला प्रधानमंत्री चुनी गईं, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है.
जैसिंडा जब देश को संकट से उबारने में व्यस्त थीं, तो उन्हें पता चला कि वो प्रेग्नेंट हैं. फिर 21 जून 2018 को एक बेटी को जन्म दिया, पीएम के पद पर रहते हुए जन्म देने वाली जैसिंडा अर्डर्न दुनिया की दूसरी सत्तारूढ़ महिला बनीं. उनसे पहले पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो ऐसी ही महिला थीं.
42 वर्षीय जैसिंडा ने वेलिंगटन में बुधवार, 5 अप्रैल को न्यूजीलैंड की संसद में अंतिम भाषण दिया, जिसमें उन्होंने कहा, मैं राजनीति छोड़ रही हूं, यहां न होती तो मैं शायद एक अच्छी मां होती. उन्होंने जनवरी में पीएम पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि एक लोकप्रिय नेता के रूप में अब तक पहचानी जाती रही हैं.
जैसिंडा जब प्रधानमंत्री थीं, तो उनके कार्यकाल के दौरान न्यूजीलैंड में कई ऐसी घटनाएं हुईं, जिनसे कोहराम मच गया था. 2019 में 2 धर्मस्थलों पर आतंकवादी हमला हो गया था, जिसमें 51 उपासक मारे गए थे, उसी साल बाद में एक ज्वालामुखी विस्फोट भी हुआ जिसमें 22 लोग मारे गए. और, कोरोना महामारी ने तो हर तरफ हाहाकार मचा ही दिया था.
जैसिंडा कहती हैं, दुख के भयानक क्षणों में अपने देश को संकट में देखकर मैंने निष्कर्ष निकाला कि देश त्रासदी से आगे नहीं बढ़ते हैं, बल्कि वे आपके मानस का हिस्सा बन जाते हैं. उन्होंने कहा, लेकिन जिस तरह से ये पल हमारे अस्तित्व में खुद को बुनते हैं, यह इस बात से तय होगा कि हम उनका सामना कैसे करते हैं.
जैसिंडा ने 2018 में एक बच्चे को जन्म दिया था, तब वे प्रधानमंत्री कार्यालय में रहती थीं, उनके मातृत्व ने देश में कामकाजी महिलाओं के लिए एक नया रास्ता तैयार कर दिया.
जैसिंडा ने अपने भाषण में अपनी प्रेग्नेंसी के बारे में खुलासा करते हुए कहा कि उन्हें 37 साल की उम्र में ये बताया गया था कि अत्यधिक काम का तनाव उन्हें गर्भवती नहीं होने देता.
उन्होंने कहा, जब मैं लेबर पार्टी की नेता बनी तो मैंने आईवीएफ के असफल दौर का अनुभव नहीं किया था. मुझे यही लगता था कि मैं मां नहीं बनूंगी., उन्होंने कहा, 'मेरे आश्चर्य की कल्पना कीजिए जब उसके कुछ महीने बाद, मुझे पता चला कि मैं गर्भवती थी.
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