Queen Elizabeth II Tribute: एलिजाबेथ द्वितीय को दी गई 96 तोपों की सलामी, ब्रिटेन ने नम आंखों से महारानी को ऐसे दी श्रद्धांजलि
ब्रिटेन में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) के स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल स्थित आवास पर निधन के एक दिन बाद राजकीय शोक जारी है. इसी बीच ब्रिटेन के किंग चार्ल्स तृतीय अपनी पत्नी क्वीन कंसोर्ट कैमिला के साथ पहुंचे. किंग चार्ल्स ने कहा, ‘‘हम स्नेहिल महारानी और एक बहुत प्यारी मां के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हैं. मुझे पता है कि उनके निधन को पूरे देश, क्षेत्र और राष्ट्रमंडल तथा दुनिया भर के अनगिनत लोगों द्वारा गहराई से महसूस किया जाएगा.”
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View In Appलंदन के बकिंघम पैलेस और बर्कशायर में विंडसर कैसल के बाहर भारी भीड़ जमा हो गयी, जिसमें कई लोगों ने 70 साल तक राज करने वाली महारानी के निधन पर नम आंखों से श्रद्धांजलि दी.
किंग्स ट्रूप रॉयल हॉर्स आर्टिलरी और ऑनरेबल आर्टिलरी कंपनी द्वारा लंदन टॉवर से दिवंगत महारानी को श्रद्धांजलि देने के लिए 96 तोपों की सलामी दी गयी, जिसका प्रत्येक राउंड महारानी के जीवन के एक-एक साल को समर्पित था.
चर्च ऑफ इंग्लैंड द्वारा पूरे देश के विभिन्न चर्च को प्रार्थना या विशेष सेवाओं के लिए खोलने को लेकर प्रोत्साहित किये जाने के बाद गिरजाघरों ने घंटियां बजाईं. फुटबॉल और क्रिकेट मैचों सहित प्रमुख खेल आयोजनों को महारानी के सम्मान में स्थगित कर दिया गया है.
राष्ट्रमंडल सचिवालय के पास से लेकर बकिंघम पैलेस तक जाने वाले मार्ग में महारानी को श्रद्धांजलि देने के लंदन ब्लैक कैब को एक के बाद एक पंक्तिबद्ध खड़ा किया गया था, जिनकी हेडलाइट्स एक साथ जलाकर रखी गई थीं. ब्रिटेन की राजधानी के सभी बस स्टॉप पर और प्रसिद्ध पिकाडिली सर्कस स्क्रीन पर महारानी के सम्मान में उनकी छवियां उकेरी गयी थीं.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने महारानी को श्रद्धांजलि देने के लिए बुलाए गए एक विशेष संयुक्त संसद सत्र में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. पीएम लिज ट्रस ने कहा कि जब से महारानी की मृत्यु की घोषणा की गई है, दुनिया भर में ‘शोक की लहर‘ है. उन्होंने कहा, ‘‘जो भी उनसे (महारानी से) मिला होगा वह उस पल को याद रखेगा.’’
ब्रिटेन में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को शुक्रवार को महारानी के आवास के इर्द-गिर्द श्रद्धांजलि देने वालों की भीड़ जुटी थी. तस्वीर में देखा जा सकता है कि एक महिला दो बच्चों के साथ पहुंची.
बाल्मोरल में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को लोग श्रद्धांजलि देने पहुंचे. इसी बीच राष्ट्रमंडल की महासचिव बैरोनेस पेट्रीसिया स्कॉटलैंड ने कहा, ‘‘1953 में महारानी ने राष्ट्रों के समूह को एक ऐसे परिवार के रूप में परिभाषित किया, जिसकी तुलना 'अतीत के साम्राज्यों’ से नहीं की जा सकती. अपने शासनकाल की शुरुआत में राष्ट्रमंडल के लिए महारानी की परिकल्पना उनके समर्पण और प्रतिबद्धता से प्रेरित होकर पूरी हुई है.’’
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