एक्सप्लोरर

Nobel Peace Prize 2023: सिर्फ नरगिस मोहम्मदी ही नहीं, ये है वो 4 लोग जो जेल में रहते हुए जीत चुके हैं नोबेल शांति पुरस्कार, जानें कौन है वो

Nobel Peace Prize 2023: नॉर्वेजियन नोबेल समिति के प्रमुख ने ईरान के जेल में बंद नरगिस मोहम्मदी को इस साल 2023 का नोबेल शांति पुरस्कार देने का ऐलान किया है.

Nobel Peace Prize 2023: नॉर्वेजियन नोबेल समिति के प्रमुख ने ईरान के जेल में बंद नरगिस मोहम्मदी को इस साल 2023 का नोबेल शांति पुरस्कार देने का ऐलान किया है.

नोबेल शांति पुरस्कार 2023

1/5
ईरानी मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगिस मोहम्मदी जेल में रहते हुए नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाली 5वीं व्यक्ति है.पिछले किसी भी मामले में पुरस्कार के परिणामस्वरूप प्राप्तकर्ता की रिहाई नहीं हुई है. उनमें से दो तब तक कैद में रहे जब तक उनकी मृत्यु नहीं हो गई.
ईरानी मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगिस मोहम्मदी जेल में रहते हुए नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाली 5वीं व्यक्ति है.पिछले किसी भी मामले में पुरस्कार के परिणामस्वरूप प्राप्तकर्ता की रिहाई नहीं हुई है. उनमें से दो तब तक कैद में रहे जब तक उनकी मृत्यु नहीं हो गई.
2/5
बेलारूसी लोकतंत्र समर्थक प्रचारक एलेस बायलियात्स्की, जिन्होंने पिछले साल 2022 में रूस और यूक्रेन में मानवाधिकार समूहों के साथ नोबेल शांति पुरस्कार साझा किया था. वो कैद में रहते हुए पुरस्कार प्राप्त करने वाले चौथे व्यक्ति थे.
बेलारूसी लोकतंत्र समर्थक प्रचारक एलेस बायलियात्स्की, जिन्होंने पिछले साल 2022 में रूस और यूक्रेन में मानवाधिकार समूहों के साथ नोबेल शांति पुरस्कार साझा किया था. वो कैद में रहते हुए पुरस्कार प्राप्त करने वाले चौथे व्यक्ति थे.
3/5
चीन के लियू ज़ियाओबो को साल 2010 में शांति पुरस्कार के लिए चुना गया था. जब उन्हें पुरस्कार के लिए चुना गया तब वो चीन में  व्यापक राजनीतिक सुधारों और व्यापक मानवाधिकारों की वकालत करने के आरोप में 11 साल की सजा काट रहे थे. हालांकि, साल  2017 में लीवर कैंसर से उनकी मृत्यु हो गई.
चीन के लियू ज़ियाओबो को साल 2010 में शांति पुरस्कार के लिए चुना गया था. जब उन्हें पुरस्कार के लिए चुना गया तब वो चीन में व्यापक राजनीतिक सुधारों और व्यापक मानवाधिकारों की वकालत करने के आरोप में 11 साल की सजा काट रहे थे. हालांकि, साल 2017 में लीवर कैंसर से उनकी मृत्यु हो गई.
4/5
म्यांमार की विपक्षी नेता आंग सान सू को साल 1991 में नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजा गया था. वो उस वक्त जेल में थी.  हालांकि, 2010 में अपनी रिहाई तक वह घर में नजरबंद रहीं.
म्यांमार की विपक्षी नेता आंग सान सू को साल 1991 में नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजा गया था. वो उस वक्त जेल में थी. हालांकि, 2010 में अपनी रिहाई तक वह घर में नजरबंद रहीं.
5/5
जर्मन पत्रकार कार्ल वॉन ओस्सिट्ज़की को 1935 में नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था. इसकी वजह से एडोल्फ हिटलर इतना क्रोधित हो गया कि नाजी नेता ने सभी जर्मनों को नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने से रोक दिया. इसके बाद 1920 के दशक में जर्मन पुनरुद्धार की गुप्त योजनाओं को उजागर करने के लिए ओस्सिएट्ज़की को जेल में डाल दिया गया था. वह कैद में मरने वाले पहले नोबेल शांति पुरस्कार विजेता थे.
जर्मन पत्रकार कार्ल वॉन ओस्सिट्ज़की को 1935 में नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था. इसकी वजह से एडोल्फ हिटलर इतना क्रोधित हो गया कि नाजी नेता ने सभी जर्मनों को नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने से रोक दिया. इसके बाद 1920 के दशक में जर्मन पुनरुद्धार की गुप्त योजनाओं को उजागर करने के लिए ओस्सिएट्ज़की को जेल में डाल दिया गया था. वह कैद में मरने वाले पहले नोबेल शांति पुरस्कार विजेता थे.

विश्व फोटो गैलरी

विश्व वेब स्टोरीज

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

'हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार के पीछे बांग्लादेशी सेना और आतंकवादी ताकतें', VHP ने उठाई ये मांग
'हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार के पीछे बांग्लादेशी सेना और आतंकवादी ताकतें', VHP ने उठाई ये मांग
इस सत्र में नहीं पास होगा वक्फ संशोधन बिल, अगले सत्र तक बढ़ेगा संसदीय समिति का कार्यकाल
इस सत्र में नहीं पास होगा वक्फ संशोधन बिल, अगले सत्र तक बढ़ेगा संसदीय समिति का कार्यकाल
संभल हिंसा पर बोले वकील- पूर्व नियोजित थी हिंसा, दूसरा सर्वे ‘एडवोकेट कमिश्नर’ के आदेश पर हुआ
संभल हिंसा पर बोले वकील- पूर्व नियोजित थी हिंसा, दूसरा सर्वे ‘एडवोकेट कमिश्नर’ के आदेश पर हुआ
राजकुमार की शादी में हुआ था अनोखा काम, पत्रलेखा ने एक्टर की मांग में भरा था सिंदूर, जानें वजह
शादी में पत्रलेखा ने भरा था राजकुमार राव की मांग में सिंदूर, ये है वजह
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

कम सीटें या अजित पवार, बीजेपी के सामने सरेंडर क्यों हो गए शिंदे?शिंदे का सरेंडर, फिर भी सीएम पर सस्पेंस, PM मोदी के मन में क्या है?Normal PAN, e-PAN, या PAN 2.0: कौन सा आपके लिए सही है? | Paisa LiveMera Balam Thanedar: OMG! बुलबुल बनी under-cover agent, चोरी हुए हार का कैसे पता लगाएगी बुलबुल?

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
'हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार के पीछे बांग्लादेशी सेना और आतंकवादी ताकतें', VHP ने उठाई ये मांग
'हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार के पीछे बांग्लादेशी सेना और आतंकवादी ताकतें', VHP ने उठाई ये मांग
इस सत्र में नहीं पास होगा वक्फ संशोधन बिल, अगले सत्र तक बढ़ेगा संसदीय समिति का कार्यकाल
इस सत्र में नहीं पास होगा वक्फ संशोधन बिल, अगले सत्र तक बढ़ेगा संसदीय समिति का कार्यकाल
संभल हिंसा पर बोले वकील- पूर्व नियोजित थी हिंसा, दूसरा सर्वे ‘एडवोकेट कमिश्नर’ के आदेश पर हुआ
संभल हिंसा पर बोले वकील- पूर्व नियोजित थी हिंसा, दूसरा सर्वे ‘एडवोकेट कमिश्नर’ के आदेश पर हुआ
राजकुमार की शादी में हुआ था अनोखा काम, पत्रलेखा ने एक्टर की मांग में भरा था सिंदूर, जानें वजह
शादी में पत्रलेखा ने भरा था राजकुमार राव की मांग में सिंदूर, ये है वजह
मुसीबत में फंसा इंडियन तो पाकिस्तानी छात्र ने की मदद! ईरान से वायरल हो रहा खूबसूरत वीडियो
मुसीबत में फंसा इंडियन तो पाकिस्तानी छात्र ने की मदद! ईरान से वायरल हो रहा खूबसूरत वीडियो
कैसे बनाएं अपना मंथली बजट, जानें स्मार्ट फाइनेंशियल प्लानिंग के टिप्स
कैसे बनाएं अपना मंथली बजट, जानें स्मार्ट फाइनेंशियल प्लानिंग के टिप्स
पीएम किसान योजना का फायदा लेने के लिए जरूर कर लें ये काम, नहीं तो अटक जाएगी आपकी अगली किस्त
पीएम किसान योजना का फायदा लेने के लिए जरूर कर लें ये काम, नहीं तो अटक जाएगी आपकी अगली किस्त
Exclusive: एक कैंप से दूसरे कैंप जाने वाला भारत नहीं, एक मजबूत भारत चाहिए, बोले- डेनमार्क के राजदूत
Exclusive: एक कैंप से दूसरे कैंप जाने वाला भारत नहीं, एक मजबूत भारत चाहिए, बोले- डेनमार्क के राजदूत
Embed widget