मंकीपॉक्स के बाद अब ओरोपोच वायरस: डेंगू जैसे हैं लक्षण, अमेरिका में अब तक 8000 से ज्यादा मामले
इन दिनों दुनिया भर में दो तरीके के वायरस फैल रहे हैं. एक है मंकीपॉक्स और दूसरा है ओरोपोच. जहां मंकीपॉक्स अफ्रीकी देशों में फैल रहा है तो वहीं ओरोपोच अमेरिका समेत अन्य देशों में फैल रहा है, जिसने हेल्थ एक्सपर्ट्स की चिंता बढ़ती है. इस वायरस को स्लॉथ फीवर भी कहते हैं. बीते साल यह वायरस अमेरिका के अमेजन के आसपास के इलाकों में अज्ञात बीमारी के रूप में फैला था, लेकिन अब कुछ जेनेटिक बदलाव के बाद इसने अपनी सीमा को बढ़ाना शुरू कर दिया है.
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View In Appदक्षिण अमेरिका में 1 अगस्त तक इस वायरस के 8000 मामले सामने आ चुके हैं. यूरोप में भी यह बीमारी तेजी से फैल रही है. हालांकि, भारत में इसका अब तक असर नहीं दिखा है. कई रिसर्च के बाद भी इस वायरस के बारे में कुछ स्पष्ट तरीके से नहीं कहा गया है. इसलिए यह एक रहस्यमय वायरस की तरह फैल रहा है. इसके लक्षण क्या है, यह कैसे फैलता है और इससे बचने के उपाय क्या है वह भी हम आपको बताते हैं.
ओरोपोच एक ऐसा वायरस है, जो मिज या फिर मच्छर के काटने से फैलता है. यह एक प्रकार का छोटा कीड़ा है जो मक्खी या मच्छर की प्रजाति में नहीं गिना जाता. यह कीड़े मध्य और दक्षिण अमेरिका में यह आमतौर पर पाए जाते हैं.
इस वायरस के लक्षणों के बारे में बात करें तो शरीर में सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में अकड़न और रोशनी से हल्की समस्या पैदा हो सकती है. यही नहीं शरीर में ठंड लगने और बार-बार उल्टी आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इतना ही नहीं शरीर में खरोच के निशान भी देखने को मिलते हैं. जहां यह लक्षण गंभीर हो जाए वहां पर चक्कर, आंखों में दर्द, गर्दन में अकड़न और मानसिक स्थिति में परिवर्तन होने लगता है.
इस वायरस के कारण गर्भपात होने के चांसेस बढ़ जाते हैं. मृत प्रसव हो सकता है. यही नहीं माइक्रोसेफली या अन्य जन्मजात कंडीशन भी बनती है. माइक्रोसेफली मतलब जब बच्चा पैदा होता है तो उसके मस्तिष्क का आकार सामान्य से बहुत छोटा होता है. ऐसा तब होता है, जब प्रेगनेंसी के दौरान ब्रेन डेवलपमेंट में रुकावट पैदा होती है.
इस वायरस के इलाज के लिए कोई एंटीवायरस नहीं है बल्कि उन्हीं दावाओं का प्रयोग किया जाता है, जो किसी तरह के इंफेक्शन को दूर करने के लिए इस्तेमाल की जाती है. जैसे एसिटामिनोफेन इस वायरस के लक्षण को कम करने में मदद कर सकती है. एस्पिरिन या इबुप्रोफेन जैसी दावाओं का प्रयोग इस वायरस के दौरान नहीं करना चाहिए.
इस वायरस से बचने के लिए किसी कीटनाशक का प्रयोग घर में कर सकते हैं, जिसमें DEET या कोई अन्य तत्व शामिल हो, जिससे मच्छर और कीड़े घरों से दूर रहे. कोशिश करें कि उस जगह पर फुल बाजू के कपड़े पहने, जहां पर कीड़े काटने का डर हो. फुल स्लीव शर्ट, पैंट और मोजे पहन कर रखें. घर या आसपास में जमे पानी को तुरंत हटा दें, क्योंकि यहां पर मच्छर पनप सकते हैं.
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