तीसरी बार भारत आ रहे है मिस्त्र के राष्ट्रपति अल सीसी कौन हैं, गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि के आने से भारत-मिस्र संबंधों का नया अध्याय शुरू होगा
भारत में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर हमेशा एक मुख्य अतिथि होता है. इस बार गणतंत्र दिवस में मुख्य अतिथी मिस्त्र के राष्ट्रपति होंगे.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appमिस्त्र के राष्ट्रपति अब्दल फतह अल सीसी इस हफ्ते भारत पहुंचेंगे. उनके दौरे पर नजर रखने वाले विदेशी मामलों के जानकार के मुताबिक अब्दल फतह की नजर इस दौरान रक्षा और कृषि संबंधों को मजबूत करने पर होगी.
यह पहला मौका है जब भारत के गणतंत्र दिवस में मिस्त्र के राष्ट्रपति शामिल हो रहे हैं. इससे भारत और मिस्त्र के रिश्ते और मजबूत होंगे. दोनों देशों के बीच अहम समझौते हो सकते हैं.
अब्दल फतह 24 जनवरी को भारत पहुंचेंगे और आधिकारिक कार्यक्रमों का आगाज 25 जनवरी से शुरू हो जाएगा. राष्ट्रपति भवन में उनका स्वागत किया जाएगा.
दोनों देशों के संबंधों में कृषि का बड़ा योगदान रहा है. पिछले साल पहली बार भारत ने मिस्त्र को गेहूं का रेकॉर्ड निर्यात किया था. भारत ने मिस्त्र को 61000 टन गेहूं भेजा था.
2022 के मई में इसकी पहली खेप देश को मिली थी. इससे पहले मिस्त्र ने भारतीय गेहूं को प्रतिबंधित कर दिया था.लेकिन जब रूस- यूक्रेन के युद्ध की वजह से देश को गेहूं की कमी हुई तो प्रतिबंध को हटा दिया था.
मिस्त्र भारत के साथ कृषि के अलावा रक्षा संबंधों को भी मजबूत करना चाहते हैं. मिस्त्र ने भारत के पहले स्वदेशी फाइटर जेल एलसीए तेजस के अलावा अन्य रक्षा उपकरणों में भी अपनी रूचि दिखाई है.
फरवरी में बेंगलुरु में होने वाले एयर-इंडिया के लिए भी मिस्त्र के राष्ट्रपति को आमंत्रित किया गया है. दोनों देश काउंटर टेररिज्म पर भी साथ मिलकर काम कर रहे है.
मिस्त्र को इस्लामिक देशों की एक प्रभावशाली आवाज माना जाता है. मिस्त्र ने कई बार आतंकवाद की कड़ी निदा भी की है.
मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्दल का यह तीसरा भारत दौरा हैं. इससे पहले जब वह 2014 में देश के राष्ट्रपति बने थे. साल 2016 में वह भारत आए थे. वो 2015 में तीसरे भारत-अफ्रीका सम्मेलन में शामिल हुए थे.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -