'ग्रेट मार्च ऑफ रिटर्न' के दौरान 16 नागरिकों ने गंवाई जान, सैकड़ो घायल- फिलिस्तीन
प्रदर्शन के पहले ही इस्राइल ने साफ किया था कि वो बल का प्रयोग करने से नहीं हिचकेगा. इस्राइल के मुताबिक ये प्रदर्शन बॉर्डर में तब्दीलियां लाने के लिए किया जा रहा है जिसे वो किसी कीमत पर रोकने को तैयार है.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appइस्राइल ने प्रदर्शन को इसके विरोधी गुट हमास का षडयंत्र बताकर खारिज कर दिया. इस प्रदर्शन को विफल करने के लिए इस्राइल ने विशेष बलों को तैनात किया है जिसमें 100 शार्प शूटर्स भी शामिल हैं. फिलिस्तीन की हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक प्रदर्शन शुरू होने से पहले ही दो फिलिस्तनी नागरिकों को इस्राइली टैंक के हमले का शिकार होने पड़ा जिसमें उनकी जानें चली गईं.
प्रदर्शन के लिए कुछ दिनों पहले से गज़ा पट्टी पर टेंट लगाकर लोग जुटने लगे. ये उन बैरियर्स से थोड़ी दूरी पर लगाए गए जो इस्राइली की फौज ने फिलिस्तीन के नागरिकों को रोकने के लिए लगाए हैं. जब फिलिस्तीन के नागरिकों ने इसी की तरफ काफी संख्या में मार्च करना शुरू किया और पत्थरबाज़ी की तब इस्राइली फौज ने इनपर गोलियां चलानी शुरू कर दी. सभी के पैरों पर गोलियां चलाई गईं.
इस प्रदर्शन को ऑर्गेनाइज़ करने वालों का कहना है कि इस बार का प्रदर्शन बिल्कुल शांतिपूर्ण है. इसे ग्रेट मार्च ऑफ रिटर्न का नाम दिया गया है. ऑर्गेनाइज़र्स ने बताया कि इस प्रदर्शन में सिर्फ मर्द ही नहीं बल्कि महिलाएं और बच्चे भी हिस्सा ले रहे हैं. इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है. लेकिन फिर भी इस्राइल ने ऐसे कदम उठाए.
फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने हिंसा के लिए इस्राइल को ज़िम्मेदार ठहराया है और कहा है कि शनिवार को पूरे देश में शोक मनाया जाएगा. आपको बता दें कि इस्राइल की फौज फिलिस्तीन के नागरिकों को गाज़ा से दूर रखती है. दूर रखने के लिए पत्थर मारने वालों तक पर सीधे गोली चलाने जैसे कदम उठाए जाते हैं.
कथित तौर पर 16 फिलिस्तीनी नागरिकों को मार गिराने वाली इस्राइली मिलिट्री का कहना है कि 17,000 के करीब फिलिस्तीनी गज़ा में छह जगहों पर दंगा कर रहे थे. उन्होंने आगे कहा कि फिलिस्तीनी नागरिक टायर जला कर उन्हें इस्राइल की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और इस्राइली फोर्सेज़ को निशाना बनाने के लिए इस्तेमाल कर रहे थे जिसके बाद दंगा भड़काने में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई और उनपर सीधे तौर पर गोली भी चलाई गई.
फिलिस्तीन मेडिक्स के हवाले से जानकारी मिली है कि इस्राइली फोर्सेज़ की गोलीबारी से गाज़ा में कम से कम 16 फिलिस्तीनी नागरिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी है और सैकड़ों घायल हो गए हैं. ये सब एक प्रदर्शन के दौरान हुआ. ये प्रदर्शन छह हफ्तों तक चलने वाला है. प्रदर्शन के दौरान ये मांग की जा रही है कि रिफ्यूजियों को लौटने का अधिकार दिया जाए.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -