रोहित ने भज्जी-रायडू मामले पर सफाई दी
इससे पहले भज्जी, श्रीसंथ के अलावा पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर एंड्रयू साइमंड्स से भी भिड़ चुके हैं. श्रीशंत मामले में भज्जी को 11 मैचों का बैन और एक मैच की फीस का जुर्माना झेलना पड़ा था. वही साइमंड्स मामले में भारत-ऑस्ट्रेलिया दोनों को ही काफी फजीहत का सामना करना पड़ा था.
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View In Appभज्जी ने दक्षिण अफ्रीका के साथ मार्च में मुम्बई में हुए टी-20 मैच में 27 रन दिए थे लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली थी. इसके बाद आईपीएल-9 में उनकी सबसे बेहतरीन गेंदबाज 1-24 रही है, जो उन्होने उद्घाटन मैच में पुणे के खिलाफ लिया था. इस मैच में हरभजन ने नाबाद 45 रन भी बनाए थे. इसके अलावा हरभजन अपने प्रदर्शन से अपनी साख के साथ न्याय नहीं कर सके हैं. जाहिर है, उन पर इसका दबाव है लेकिन इससे उन्हें एक ऐसे खिलाड़ी पर अनावश्यक रौब जमाने की छूट नहीं मिल सकती जो लगातार अच्छा प्रदर्शन करता रहा है. रायुडू ने आईपीएल-9 में अब तक 22, 20, 54, 31, 25, 65, 32 और 22 रनों की पारियां खेली हैं. एक बल्लेबाज के तौर पर वह अपनी भूमिका के साथ न्याय करने में सफल रहे हैं. यह बात भी भज्जी को शायद खलती होगी?
तो फिर भज्जी को इतना गुस्सा क्यों आया? इसका कारण यह हो सकता है कि भारतीय टीम से अंदर-बाहर हो रहे भज्जी को अहसास है कि आईपीएल-9 में उनका प्रदर्शन खराब रहा है और इसके आधार पर उन्हें आगामी दौरों के लिए भारतीय टीम में जगह नहीं मिलेगी. गौर करें तो पता चलता है कि भज्जी ने बीते 10 मैचों में सिर्फ छह विकेट लिए हैं. इनमें से नौ मैच आईपीएल के हैं और एक अंतर्राष्ट्रीय मैच है. यहां गौर करने वाली बात यह भी है कि मुम्बई इंडियं के कप्तान रोहित शर्मा के लिए भज्जी एक मैच विजेता स्पिन गेंदबाज हैं लेकिन भज्जी इस अंदाज में कभी नजर नहीं आए.
भज्जी मुम्बई इंडियंस के अभिन्न अंग रहे हैं. वह उन मार्की खिलाड़ियों में एक हैं, जिन्हें टीम ने रिटेन किया था. वह इस टीम के कप्तान भी रह चुके हैं. दूसरी ओर, रायुडू भी इस टीम का अभिन्न हिस्सा रहे हैं और बल्ले से लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं.
वीडियो में साफ है कि रायुडू भावनात्मक तौर पर काफी आहत नजर आ रहे थे और यही कारण है कि भज्जी ने मौके की नजाकत को भांपते हुए खुद को नरम किया और रायुडू को समझाने में लग गए. यह अलग बात है कि उनकी यह चाल काम नहीं आए और रायुडू नहीं माने.
ऐसा नहीं है कि भज्जी पहली बार आईपीएल में किसी साथी खिलाड़ी के साथ अभद्रता करते नजर आए. 2008 में आईपीएल मे ही वह मुम्बई के लिए खेलते हुए किंग्स इलेवन के गेंदबाज शांताकुमारन श्रीसंत को थप्पड़ मारने की भी हिमाकत कर चुके हैं. उस समय भज्जी और श्रीसंत भारतीय टीम में साथ खेला करते थे. चौका जाने के बाद भज्जी का गुस्सा जायज था लेकिन जिस अंदाज में वह रायुडू के साथ पेश आए, वह जायज नहीं था. बाद में हालांकि भज्जी ने अपनी गलती का अहसास करते हुए नुकसान की भरपाई की और रायुडू के साथ मेलजोल की कोशिश की लेकिन रायुडू ने इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई.
भज्जी-रायडू विवाद में टीम के कप्तान रोहित शर्मा का बयान समाने आया है. जब उनसे मामले से जुड़ा एक सवाल पूछा गया तब उन्होंने कहा, ऐसा कुछ नहीं हुआ था. मुझे लगता है कि भज्जी चाहते थे कि रायडु थोड़ा स्क्वायर में खड़े हों और वे रायडू को यही समझाने गए थे. इसके आलावा कुछ और नहीं हुआ था. वैसे हरभजन सिंह बिना किसी शक के एक महान खिलाड़ी रहे हैं लेकिन मैदान के अंदर अपने व्यवहार के कारण वह लगातार निगेटिव ख़बरों में रहे हैं. चाहे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट हो या इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल), हर बार हरभजन मैदान के अंदर अपने ख़राब व्यवहार के कारण चर्चा में रहते हैं. रविवार को मुंबई इंडियंस और राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स के बीच खेले गए आईपएल मैच में हरभजन ने अपनी टीम के साथी अंबाती रायुडू को गाली दे दी. हालांकि, माहौल बिगड़ते देख भज्जी, रायुडू को समझाते नजर आए, लेकिन वे उन्हें झिड़ककर चलते बने. रायुडू का दोष सिर्फ इतना था कि उनसे मिसफील्डिंग हुई थी. वीडियो से साफ था कि रायुडू ने चौका रोकने की पूरी कोशिश की थी लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए. जानें कि हरभजन को कब-कब, किन-किन पर किन वहजों से गुस्सा आया
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