IN PICS: इस बार गणतंत्र दिवस परेड में दिखेगी राम मंदिर की झांकी, इस मंदिर का भी मिलेगा नज़ारा
हर साल 26 जनवरी यानी भारत के गणतंत्र दिवस समारोह पर पूरी दुनिया की नजरें रहती हैं. इस बार का गणतंत्र दिवस कई मायनों में अलग होने वाला है. इसमें सबसे अहम कोविड-19 से पैदा हुए हालात के कारण सामने आए बदलाव हैं. इसके अलावा, कुछ चीजें ऐसी भी हैं, जो देशवासी पहली बार गणतंत्र दिवस समारोह में देखेंगे जैसे उत्तर प्रदेश के राम मंदिर की एक झलक. इस बार राजपथ पर अयोध्या में बनने जा रही भव्य राम मंदिर की झांकी देखने को मिलेगी. उत्तर प्रदेश की ओर से जो झांकी परेड में शामिल होगी, उसमें राम मंदिर का मॉडल होगा. यूपी की ओर से इस बार अयोध्या की सांस्कृतिक धरोहर को ही थीम बनाया गया है. साल 2021 के गणतंत्र दिवस के मौके पर होने वाली परेड खास होने जा रही है. एंट्री प्वाइंट पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था होगी और साथ ही डॉक्टर और हेल्थ वर्कर भी होंगे. सैनिटाइजर, फेस मास्क और ग्लव्स की भी व्यवस्था होगी.
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View In Appउत्तर प्रदेश की झांकी- गणतंत्र दिवस परेड में इस साल राम मंदिर की झांकी भी देखने को मिलेगी. उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर अयोध्या थीम पर आधारित होगी. इस झांकी में अयोध्या में होने वाला दीपोत्सव भी दर्शाया जाएगा साथ ही अयोध्या में हाल ही में छह लाख दीयों के प्रज्जवल का गिनीज बुक रिकॉर्ड भी दिखाया जाएगा.
केरल की झांकी - केरल में 61% नारियल की पैदावार होती है वही 85% तक नारियल की जटा का इस्तेमाल अलग अलग तरह की चीज़ें बनाने के लिए किया जाता है. लिहाजा केरल की झांकी में बड़े-बड़े नारियल और नारियल की जताएं मुख्य रूप से देखने को मिलेंगी साथ ही केरल का राज्य पशु हाथी और केरल की स्नेक नाव भी लोगों को आकर्षित करेगी.
कर्नाटक की झांकी- कर्नाटक की झांकी में हंपी के अंजना देवी पहाड़ी के सबसे बड़े आकर्षण उग्र नरसिम्हा को दिखाया गया है जो कि पवन पुत्र हनुमान की जन्म भूमि मानी जाती है. झांकी में वर्ष 1509 के विजयनगर साम्राज्य के सम्राट कृष्णदेवराया का राज अभिषेक और हजारों राम मंदिर के भक्तों को दिखाया गया है.
मंत्रालयों की झांकियों में इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, आयुष मंत्रालय, केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), जैव-प्रौद्योगिकी विभाग, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग(CPWD ), संस्कृति मंत्रालय की झांकियां देखने को मिलेंगी. मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की झांकी- इस झांकी में भारतीय तकनीक और डिजिटल इंडिया की एक झलक दिखाई गई है. ट्रैक्टर की शुरुआत में एक 3D AL रोबोट का मॉडल दिखाई देता है जो डिजिटल क्रांति को दिखाता है. साथ ही झांकी में भीम एप , ई संजीवनी, ई विद्या इत्यादि नजर आएगा. अंत में देश का हीरो कहे जाने वाला आरोग्य एप सबसे ऊंचा रखा गया है.
उत्तराखंड की झांकी - उत्तराखंड राज्य के कलाकारों द्वारा उत्तराखंड की पारंपरिक वेशभूषा में राष्ट्रीय रंगशाला में आकर्षक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया. जाने वाली झांकी का विषय केदारखंड रखा गया है. झांकी की शुरुआत में राज्य पशु 'कस्तूरी मृग' सजाया गया है. झांकी में केदारनाथ धाम में यात्रियों को यात्रा करते हुए और श्रद्धालुओं को भक्ति में लीन दिखाया गया है. गुजरात की झांकी- गुजरात की झांकी के रूप में विश्व प्रसिद्ध मोढेरा का सूर्य मंदिर बनाया गया है. 60 कलाकारों ने 3 महीने की मेहनत और लगन से इस खूबसूरत मंदिर का निर्माण किया है. मोटेरा सूर्य मंदिर की झांकी के साथ 12 महिला कलाकार टिप्पणी नृत्य की प्रस्तुति करेंगे.
55 साल बाद गणतंत्र दिवस समारोह में इस बारे विदेश का कोई गणमान्य मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल नहीं होगा. गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए दर्शकों को या तो पास या फिर टिकट की आवश्यकता होती है. परेड का लुत्फ उठाने के लिए हर साल हजारों लोग इकट्ठा होते हैं लेकिन इस साल कारोनाकाल के कारण खुले स्टैंडिंग इलाके में आने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
इस वर्ष आपको 32 झांकियां देखने को मिलेंगी, जिसमें अलग अलग प्रदेशों की झांकियां, मंत्रालय की झांकियां और महत्त्वपूर्ण विभाग भी शामिल होंगे. प्रदेशों की झांकियां - लद्दाख , गुजरात, असम ,तमिल नाडु, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, पंजाब, त्रिपुरा , वेस्ट बंगाल, सिक्किम, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश.
मंत्रालयों की झांकियों में इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, आयुष मंत्रालय, केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), जैव-प्रौद्योगिकी विभाग, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग(CPWD ), संस्कृति मंत्रालय की झांकियां देखने को मिलेंगी.
हर साल 1 लाख से अधिक लोगों की तुलना में इस बार केवल 25 हजार लोगों को राजपथ पर परेड देखने की इजाजत मिलेगी. वहीं केवल 4,000 आम लोगों को अनुमति दी जाएगी, बाकी दर्शक वीवीआईपी और वीआईपी मेहमान होंगे.
कोरोना वायरस की वजह से इस बार गणतंत्र दिवस का नजारा अलग देखने को मिलेगा. राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में कोरोना वायरस महामारी और चल रहे किसान विरोध के कारण दर्शकों और झाकियों-प्रदर्शनियों की संख्या में कटौती होगी. कोरोना वायरस की वजह से इस बार गणतंत्र दिवस का नजारा भी अलग दिखेगा.
आयुष मंत्रालय की झांकी- चरक संहिता से घिरे आचार्य चरक को दिखाया गया है जिनके आसपास विभिन्न तरह के औषधीय पौधे दिखाई दे रहे हैं. औषधीय पौधा गिलोय झांकी में कई जगह दिखाई दिया है साथ ही आयुष काढ़ा और चवनप्राश रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए प्रदर्शित किया गया है. झांकी के बीच वाले हिस्से में अशोक का पेड़ और उसके लाभों को दिखाया गया है.
72वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर 32 झांकियों की छटा देखने को मिलेगी. रक्षा मंत्रालय द्वारा राषट्रीय रंगशाला शिविर, नई दिल्ली में विभिन्न प्रदेशों और मंत्रालय की झांकी प्रेस के सामने प्रस्तुत की गई. 23 जनवरी को राजपथ पर फाइनल रिहर्सल है. ऐसे में एक दिन पूर्व अपने अपने राज्यों की सांस्कृतिक झलक प्रेस के सामने पेश की गई.
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