बीजेपी नेताओं ने पीएम मोदी को दिया जीता का श्रेय, बयानों में केजरीवाल को धोया!
पूर्व आम आदमी पार्टी नेता और वर्तमान में दिल्ली बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) की उपाध्यक्ष शाजिया इल्मी ने कहा कि ऐसे नतीजे विकास का असर हैं. उन्होंने आगे कहा कि गरीब और पिछड़ा तबका खुलकर बीजेपी के समर्थन में सामने आया है.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appवहीं बीजेपी नेता रवि किशन ने कहा कि ये बीजेपी और मोदी जी के प्रति लोगों के विश्वास का नतीजा है. आम आदमी पार्टी की हार पर रवि किशन ने कहा कि जब कथनी और करनी में अंतर होगा तो ऐसा ही रिजल्ट मिलेगा.
बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) ने एमसीडी में भारी जीत दर्ज की है. वहीं एक तरफ जहां आप की हालत ख़राब हो गई तो दूसरी तरफ कांग्रेस साफ होने से बच गई. जीत के बाद सत्ता पक्ष वालों के लगातार बयान आ रहे हैं. इस स्लाइड में आप पढ़ सकते हैं कि बीजेपी के बड़े नेताओं के जीत के बाद क्या कहा. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने जीत के बाद कहा कि जीत का श्रेय पीएम मोदी को और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की नीतियों को जाता है. उन्होंने दिल्ली की जनता को नमन किया और साथ ही कहा कि ऐसी जीत के बाद भी वे सुकमा की घटना से दुखी हैं. ‘राइट टू रीकॉल’ की बात करते हुए उन्होंने कहा कि केजरीवाल अक्सर इसकी बात किया करते थे. ऐसे में जनता का ये मैंडेट केजरीवाल के खिलाफ राइट टू रिकॉल का इस्तेमाल है. उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने केजरीवाल के खिलाफ जनमत दिया है.
बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि पीएम मोदी की गरीबों के लिए जो नीतियां रही हैं वो बीजेपी को आगे ले जाती रही हैं. उन्होंने आगे कहा कि अरविंद केजरीवाल की हार के कारण तीन A में हैं. पहला A- अहंकार, दूसरा A अब्यूसिव पॉलीटिक्स (खराब जुबान), तीसरा A है एंबिशन (महत्वाकांक्षा). पात्रा ने आगे कहा कि केजरीवाल सोच रहे थे कि वे शाम तक मुख्यमंत्री और सुबह तक प्रधानमंत्री बन जाएंगे और ऐसी बात दिल्ली की जनता पसंद नहीं करती है.
एक और पार्टी प्रवक्ता शहनवाज हुसैन ने कहा कि बात-बात पर पीएम मोदी के खिलाफ बोलना, सिर्फ आरोप लगाना, इससे दिल्ली की जनता ऊब गई थी. आम आदमी पार्टी ने लोगों की उम्मीदों पर झाड़ू फेर दिया था. अब लोगों को लगने लगा था कि बीजेपी ही एक ऐसी पार्टी है जो दिल्ली का भला कर सकती है. उन्होंने आगे कहा कि आप के लिए ये चिंतन का वक्त है. नैतिकता की दुहाई देने वाले अरविंद केजरीवाल को क्या सत्ता में बनने रहने का अधिकार है? दिल्ली में उनकी सरकार है और वहीं पर हुए चुनाव में जनता ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -