मुंबई की निधि दिव्यांग अधिकार और महिला न्याय कार्यकर्ता हैं. निधि ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नामी संगठनो के साथ काम किया है. निधि नेत्रहीन हैं और 'द राइजिंग फ्लेम' नाम से एक संगठन चलाती हैं.
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जयपुर की रहने वाली नीरजा पालीसेट्टी सूत्रकार क्रिएशन की संस्थापक हैं. इस संस्था की शुरूआत करीब डेढ़ साल पहले हुई थी. संस्था का उद्देश्य नए तरीके की हथकरघा बुनाई को बढ़ावा देना है. ये कागज और प्राकृतिक सामग्री के साथ ईको-टेक्सटाइल क्रिएशन तैयार करते हैं. नीरजा का जन्म आंध्र प्रदेश के पोंडुरा गांव में बुनकर परिवार में हुआ था. पोंडुरा बेहतरीन हथकरघा के सामान और खादी के लिए प्रसिद्ध है. पिछले 400 सालों से ये परंपरा चलती चली आ रही है. नीरजा ने इसी परंपरा को एक नए अंदाज में किया है.
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चांदनी खान 'वॉइस ऑफ स्लम' नाम की एनजीओ की संस्थापक हैं. चांदनी नोएडा के स्लम में रहती थी. पेट भरने की जद्दोजहद ने पांच साल की उम्र में ही चांदनी को काम करने के लिए मजबूर कर दिया. इन कठिन परिस्थितियों में रहते हुए चांदनी ने अपने जीवन में कुछ कर गुजरने की ठान ली. चांदनी ने 'वॉइस ऑफ स्लम' नाम की एक ऐसा एनजीओ बनाया जो कि झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले बच्चों के लिए है और उन्ही के द्वारा चलाया जाता है.
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अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर एबीपी न्यूज़ तीन सुपर वुमन को सम्मानित कर रहा है. देश भर से सुपर वुमन के लिए एंट्रीज मंगवाई गई थी. एबीपी न्यूज़ की ज्यूरी ने इनमें से तीन महिलाओं को सम्मान देने के लिए चुना है. दिल्ली की चांदनी, जयपुर से नीरजा पालीसेट्टी और मुंबई की निधि गोयल को सम्मानित किया गया. आज हम आपको एबीपी न्यूज द्वारा सम्मानित की गईं इन तीनों सुपर वुमेन के योगदान के बारे में बता रहे हैं.