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(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने जारी की 'ढोंगी' बाबाओं की लिस्ट, बताया- फर्जी हैं ये सभी संत
इलाहाबाद का ओम नमः शिवाय बाबा पर लोगों की आस्था से खिलवाड़ के कई मामले दर्ज हैं. वो शिविर में लगातार लोगों की गंभीर बीमारियों के इलाज का दावा करता था और इसी दौरान लोगों से ठगी करता था.
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View In Appसंत समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले इन बाबा का नाम है आचार्य कुशमुनि. इन्होंने कुछ साल पहले फर्जी शंकराचार्यों को बहिष्कार करने की आवाज़ उठाई थी लेकिन इलाहाबाद के अखाड़ा परिषद ने इन्हें ही फर्जी संतों की लिस्ट में डाल दिया है.
धोखाधड़ी का आरोप लगने के बाद निरंजनी अखाड़े ने सच्चिदानंद गिरि को बर्खास्त कर दिया था. बताया जाता है कि स्वामी बनने से पहले वह जिस पब का मालिक था वहां उसका कार्यक्रम होने पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए जाते थे.
बिल्डर से बाबा बने महामंडलेश्वर सच्चिदानंद पुलिस की गिरफ्त में है. सचिदानंद पर कई धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं. सच्चिदानंद स्वयंभू स्वामी बनने से पहले बियर बार और रियल स्टेट के कारोबार से जुड़ा था.
भीमानंद पर चित्रकूट के आश्रम में प्रवचन की आड़ में सेक्स रैकेट चलाने का आरोप लगा. जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ़्तार किया था. सेक्स रैकेट के मामले में इच्छाधारी भीमानंद कई बार पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है.
सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में फंसे इच्छाधारी बाबा उर्फ संत भीमानंद महाराज का असली नाम शिवमूरत द्विवेदी है. यूपी के चित्रकूट में जेल से छूटने के बाद इच्छाधारी बाबा ने खुद को साईं का अवतार बनाता शुरू कर दिया था और फिर उसने साईं भक्ति के नाम पर लोगों को ठगना शुरू कर दिया.
असीमानंद अजमेर दरगाह में 2007 में हुए विस्फोट मामले में आरोपी रहे. स्वामी असीमानंद को अजमेर, हैदराबाद और समझौता एक्सप्रेस विस्फोट मामलों में 19 नवंबर 2010 को उत्तराखंड के हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया था.
समझौता ब्लास्ट केस से चर्चा में आए असीमानंद का असली नाम नब कुमार है. मूल रूप से पश्चिम बंगाल के हुगली के रहने वाले असीमानंद 1990 से 2007 के बीच राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ी संस्था वनवासी कल्याण आश्रम के प्रांत प्रचारक प्रमुख रहे. इन्होंने शबरी माता का मंदिर बनाया और शबरी धाम स्थापित किया.
भारत में अंधविश्वास थोक के भाव में बेचा जाता है. यही कारण है कि हमारे देश में बाबाओं और साधुओं के बहुत से फॉलोवर्स (अनुसरण करने वाले) मिल जाते हैं. इन बाबाओं और साधुओं की तरफ से लोगों को गुमराह करना एक बिजनेस बन गया है. इन स्वयं-भू भगवानों के अनुयायी अपने 'भगवानों' के आशीर्वाद पाने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार रहते हैं. इन बाबाओं-साधुओं के ऊपर ठगी, जालसाजी, रेप जैसे इल्जाम लग चुके हैं. राम रहीम भी संत होने का दावा करता था लेकिन रेप के गुनाह में जेल गया. आसाराम बापू नाबालिग के रेप के आरोप में जेल में बंद है. राधे मां, निर्मल बाबा, रामपाल जैसे लोग देश में साधु होने का दावा करते हुए घूम रहे हैं. कोई अपराध कर रहा है कोई ऊटपटांग हरकतें करके अपनी दुकान चलाता है. भक्ति भाव में फंसे लोग ऐसे बाबाओं के बहकावे में लूटे जा रहे हैं. देश को बचाने के लिए साधु-संतों की सबसे बड़ी और सम्मानित संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने पहली बार ऐसी लिस्ट निकाली है जिसमें फर्जी बाबाओं के नाम हैं. नीचे की स्लाइड्स में हम आपको बताने जा रहे हैं इन फर्जी बाबाओं के नाम और उनरी किन करतूतों के कारण इन्हें फर्जी घोषित किया गया है.
सतलोक आश्रम में जब रामपाल को पुलिस पकड़ने आई थी तब वहां पुलिस पर हमला हुआ था. उसके बाद जिन लोगों को बाहर निकाला गया था उन्होंने रामपाल पर बंधक बनाने का आरोप लगाया था. 2006 में रामपाल समर्थकों ने जिस गोलीकांड को अंजाम दिया उसकी साजिश रचने का आरोप भी रामपाल पर है. रामपाल के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज है और 2006 में रामपाल पर हत्या का केस दर्ज हुआ था. रामपाल अभी देशद्रोह और हत्या के मुकदमे में जेल काट रहा है.
खुद को भगवान बताने वाले रामपाल ने सरकारी नौकरी छोड़कर प्रवचन देना शुरू किया और बाद के दिनों में कबीर पंथ को मानने लगा. इसके बाद रामपाल अपने अनुयायी जुटाने में लग गया. 2006 में रामपाल के समर्थकों और आर्य समाज के लोगों के बीच झड़प हुई थी. जिसमें रामपाल समर्थकों ने गोलियां चला दी थी. इस घटना में तीन लोगों की मौत हुई थी और 150 से ज्यादा घायल हुए थे.
स्वामी ओम पर लगे आरोप- स्वामी ओम पर भी कई गंभीर केस दर्ज हैं. टाडा आर्म्स एक्ट केस में स्वामी ओम पांच साल जेल में भी सजा काट चुका है. उस पर चोरी, ठगी जैसे आरोप हैं. इसके अलावा स्वामी ओम आए दिन अपनी करतूतों की वजह से चर्चा में बना रहता है.
न्यूज चैनल पर मारपीट और टीवी रियलिटी शो 'बिग बॉस' में अपनी हरकतों के चलते सुर्खियों में आए ओम बाबा का असली नाम विवेकानन्द झा है. साल 1972 में ओम बाबा ने साधु का रूप धारण किया. ओम बाबा से जुड़े कई लोग दावा करते रहे हैं कि पुलिस से बचने के लिए ही विवेकानंद झा ने ओम बाबा का चोला पहना.
नारायण साईं पर लगे आरोप- आसाराम के बेटे नारायण साईं पर रेप और हत्या जैसे संगीन आरोप है. फिलहाल नारायण साईं जेल में बंद है. कुछ दिन पहले नारायण साईं ने चुनाव लड़ने की भी इच्छा जाहिर की थी और खुद की पार्टी बनाने का ऐलान किया था.
आसाराम का बेटा नारायण साईं भी फर्जी बाबाओं की लिस्ट में शामिल है. नारायण साईं ने खुद को महंत घोषित किया था और आसाराम के साथ ही प्रवचन के दौरान दिखाई देता था. बताया जाता है कि आसाराम की करोड़ों की संपत्ति की देखरेख का जिम्मा भी उसके बेटे नारायण साईं के पास ही था.
आसाराम पर लगे आरोप- साल 2013 में आसाराम पर अपनी नाबालिग शिष्या से रेप का आरोप लगा. जिसके बाद से आसाराम जोधपुर की जेल में बंद हैं. आसाराम पर आरोप है कि वो आशीर्वाद देने के नाम पर नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण और बलात्कार करता था. जेल में बंद आसाराम ने कई बार जमानत के लिए कोर्ट से गुहार भी लगाई लेकिन कोर्ट ने हर बार आसाराम की अपील ठुकरा दी.
खुद को संत बताने वाले आसाराम ने अपने धर्म की दुकान गुजरात के अहमदाबाद से शुरू की. शुरू-शुरू में प्रवचन के जरिए आसाराम चर्चा में आए और फिर पूरे देश में आसाराम के प्रवचन होते थे. धर्म का सहारा लेकर आसाराम ने करोड़ों का साम्राज्य खड़ा किया जिसमें कई बार हेरफेर के भी आरोप लगे.
निर्मल बाबा पर लगे आरोप- निर्मल बाबा पर आय से अधिक संपत्ति के कई मामले दर्ज हैं. दिल्ली के पॉश ग्रेटर कैलाश इलाके में रहने वाले निर्मल बाबा के खिलाफ कई लोगों ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है. बाबा पर आरोप है कि लोगों से बहलाकर उन्होंने करोड़ों की संपत्ति बनाई है. निर्मल बाबा कार्यक्रम में जाने वाले कई लोगों ने उन पर पाखंड का भी आरोप लगाया है.
ऊटपटांग उपाय बताकर लोगों की समस्याएं सुलझाने का दावा करने वाले निर्मल बाबा का दावा है कि छठी इंद्री का ज्ञान होने के बाद उनमें लोगों की समस्याएं दूर करने की शक्ति आई. हालांकि, निर्मल बाबा के दरबार में जाने वाले कई लोग उनके दावों पर सवाल उठाते रहे हैं.
राधे मां पर लगे आरोप- विवादों से राधे मां का भी चोली-दामन का साथ रहा है. राधे मां पर पहले अश्लीलता फैलाने के आरोप लगा और फिलहाल उसके खिलाफ घरेलू हिंसा और दहेज प्रताड़ना का मामला चल रहा है. मुंबई की बोरीवली कोर्ट में राधे मां ने इस प्रकरण से खुद का नाम हटाने के लिए आवेदन दिया था लेकिन कोर्ट ने इस मांग को खारिज कर दिया.
खुद को देवी का अवतार बताने वाली राधे मां उर्फ सुखविंदर कौर पंजाब के गुरुदासपुर की रहने वाली हैं. 21 साल की उम्र में राधे मां रामाधीन परमहंस की शरण में पहुंचीं और छह महीने उनसे दीक्षा ली. रामाधीन परमहंस ने ही सुखविंदर कौर को नया नाम दिया और वो 'राधे मां' के तौर पर जानी जाने लगीं. कुछ साल पहले इन्होंने खुद को महंत घोषित कर दिया.
राम रहीम के ऊपर आरोप- बलात्कार का अपराधी राम रहीम जेल में 20 साल की सजा काट रहा है. भक्तों के सामने अपनी अलग छवि रख पर्दे के पीछे अपराधों को अंजाम देने वाले राम रहीम पर आश्रम के भक्तों को नपुंसक बनाने के मामले में भी केस दर्ज है. यही नहीं राम रहीम पर पत्रकार की हत्या कराने का मामला भी दर्ज है.
गुरमीत राम रहीम सिंह सिरसा के डेरा सच्चा सौदा का प्रमुख है. राम रहीम को हाल ही में दो साध्वियों के साथ बलात्कार के मामले में 20 साल की सजा सुनाई गई है. इस बलात्कारी बाबा ने अपने खास अंदाज से पहचान बनाई थी. राम रहीम ने कई फिल्में भी बनाईं थी. इसके अलावा राम रहीम अपने भक्तों की संख्या 5 करोड़ से ज्यादा होने का दावा करता रहा है. राम रहीम के अनुयायी देशभर में फैले हुए हैं.
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