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सोनाली बेंद्रे को हुआ मेटास्टेटिस हाई ग्रेड कैंसर, जानिए कितनी खतरनाक है ये बीमारी

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ये एक्सपर्ट के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले   लें.
ये एक्सपर्ट के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.
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डॉ. अशोक ने ये भी बताया कि आमतौर पर हम ब्रेस्ट या लंग कैंसर को एक बीमारी समझते हैं लेकिन ये कैंसर के ग्रुप होते हैं इनके भी कई प्रकार होते हैं. जैसे   ब्रेस्ट कैंसर कई तरह का होता है. लंग कैंसर कई तरह का होता है. इसीलिए कैंसर की टाइप भी मरीज के सही इलाज के लिए जानना जरूरी है.
डॉ. अशोक ने ये भी बताया कि आमतौर पर हम ब्रेस्ट या लंग कैंसर को एक बीमारी समझते हैं लेकिन ये कैंसर के ग्रुप होते हैं इनके भी कई प्रकार होते हैं. जैसे ब्रेस्ट कैंसर कई तरह का होता है. लंग कैंसर कई तरह का होता है. इसीलिए कैंसर की टाइप भी मरीज के सही इलाज के लिए जानना जरूरी है.
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ऐसी स्थिति में रोग का निदान करना भी मुश्किल हो जाता है. लेकिन फिर भी कैंसर का प्राइमरी सोर्स क्या है, सबसे पहले कैंसर कहां हुआ इस बारे में जानकारी   बहुत जरूरी है.फोटोः गूगल फ्री इमेज
ऐसी स्थिति में रोग का निदान करना भी मुश्किल हो जाता है. लेकिन फिर भी कैंसर का प्राइमरी सोर्स क्या है, सबसे पहले कैंसर कहां हुआ इस बारे में जानकारी बहुत जरूरी है.फोटोः गूगल फ्री इमेज
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जितना ज्यादा ये हाई ग्रेड कैंसर होता उनकी मल्टीप्लीकेशन भी उतनी ही ज्या‍दा होगी. यानि सेल्स बहुत ज्यादा मात्रा में तेजी से बनकर शरीर के कई हिस्सों में   फैलेंगे.फोटोः गूगल फ्री इमेज
जितना ज्यादा ये हाई ग्रेड कैंसर होता उनकी मल्टीप्लीकेशन भी उतनी ही ज्या‍दा होगी. यानि सेल्स बहुत ज्यादा मात्रा में तेजी से बनकर शरीर के कई हिस्सों में फैलेंगे.फोटोः गूगल फ्री इमेज
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जब बॉडी में सेल्स जरूरत से अधिक नियंत्रि‍त तरीके से शरीर में बनने लगते हैं वो कैंसर होता है. जब ये सेल्स शरीर के एक हिस्से में अधिक बढ़ जाते हैं जैसे   लिवर में एक लाख सेल्स ही आ सकते हैं लेकिन सेल्स लगातार बन रहे हैं जो ये शरीर के दूसरे हिस्से में पहुंचने लगते हैं. ये ब्रेन में, ब्लड में कहीं भी जा सकते हैं.फोटोः गूगल फ्री इमेज
जब बॉडी में सेल्स जरूरत से अधिक नियंत्रि‍त तरीके से शरीर में बनने लगते हैं वो कैंसर होता है. जब ये सेल्स शरीर के एक हिस्से में अधिक बढ़ जाते हैं जैसे लिवर में एक लाख सेल्स ही आ सकते हैं लेकिन सेल्स लगातार बन रहे हैं जो ये शरीर के दूसरे हिस्से में पहुंचने लगते हैं. ये ब्रेन में, ब्लड में कहीं भी जा सकते हैं.फोटोः गूगल फ्री इमेज
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 डॉ. अनिल का कहना है कि सबसे पहले ये बताना होना चाहिए कि हाई ग्रेड कैंसर किस जगह का है क्योंकि शरीर का हर अंग कैंसर की चपेट में आ सकता है. ऐसे   में कैंसर शरीर के किस हिस्से में है सबसे पहले ये जानना जरूरी होगा. फोटोः गूगल फ्री इमेज
डॉ. अनिल का कहना है कि सबसे पहले ये बताना होना चाहिए कि हाई ग्रेड कैंसर किस जगह का है क्योंकि शरीर का हर अंग कैंसर की चपेट में आ सकता है. ऐसे में कैंसर शरीर के किस हिस्से में है सबसे पहले ये जानना जरूरी होगा. फोटोः गूगल फ्री इमेज
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आमतौर पर बात करें तो हाई ग्रेड कैंसर का मतलब है कि अधिक गड़बड़ है. इसकी केयर बहुत कम होती और इसका पुख्ता इलाज भी मौजूद नहीं है. साफ शब्दों में   कहें तो ये क्योरेबल नहीं है. फोटोः गूगल फ्री इमेज
आमतौर पर बात करें तो हाई ग्रेड कैंसर का मतलब है कि अधिक गड़बड़ है. इसकी केयर बहुत कम होती और इसका पुख्ता इलाज भी मौजूद नहीं है. साफ शब्दों में कहें तो ये क्योरेबल नहीं है. फोटोः गूगल फ्री इमेज
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हाई ग्रेड कैंसर ब्रेन कैंसर, लंग कैंसर, लिवर कैंसर और किडनी कैंसर कोई भी हो सकता है. फोटोः गूगल फ्री इमेज
हाई ग्रेड कैंसर ब्रेन कैंसर, लंग कैंसर, लिवर कैंसर और किडनी कैंसर कोई भी हो सकता है. फोटोः गूगल फ्री इमेज
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बहरहाल, हम उम्मीद करते हैं कि सेानाली बेंद्रे जल्द से जल्द ठीक होकर हमारे बीच वापिस आएं. फोटोः इंस्टाग्राम
बहरहाल, हम उम्मीद करते हैं कि सेानाली बेंद्रे जल्द से जल्द ठीक होकर हमारे बीच वापिस आएं. फोटोः इंस्टाग्राम
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वहीं मेदांता हॉस्पिटल के कैंसर इंस्टीट्यूट के चेयरमैन डॉ. अशोक वैद्य का कहना है कि जब तक शरीर के किस हिस्से में कैंसर हुआ है ये ना पता चले तब तक  कुछ भी कहना संभव नहीं है. हर कैंसर का अलग टाइप और प्रतिक्रिया होती है. ऐसे में कैंसर कहां है और किस टाइप का है ये जानना बेहद जरूरी है. वहीं लाइफ  स्पैन में टाइप ऑफ कैंसर, बॉडी पार्ट और व्यक्ति के लाइफस्टाइल पर निर्भर करता है. फोटोः इंस्टाग्राम
वहीं मेदांता हॉस्पिटल के कैंसर इंस्टीट्यूट के चेयरमैन डॉ. अशोक वैद्य का कहना है कि जब तक शरीर के किस हिस्से में कैंसर हुआ है ये ना पता चले तब तक कुछ भी कहना संभव नहीं है. हर कैंसर का अलग टाइप और प्रतिक्रिया होती है. ऐसे में कैंसर कहां है और किस टाइप का है ये जानना बेहद जरूरी है. वहीं लाइफ स्पैन में टाइप ऑफ कैंसर, बॉडी पार्ट और व्यक्ति के लाइफस्टाइल पर निर्भर करता है. फोटोः इंस्टाग्राम
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डॉ. ने ये भी कहा कि अगर सोनाली बेंद्रे ने लिखा है कि मेटास्टेटिस है तो इसका मतलब कैंसर स्टेज 4 पर है. मेटास्टेटिस कैंसर में सेल्स शरीर में एक हिस्से से   दूसरे हिस्से में फैलने लगते हैं. ऐसे में ये डायग्नोज करना मुश्किल हो जाता है कि आखिर कैंसर की शुरूआत किस हिस्से में हुई थी. फोटोः इंस्टाग्राम
डॉ. ने ये भी कहा कि अगर सोनाली बेंद्रे ने लिखा है कि मेटास्टेटिस है तो इसका मतलब कैंसर स्टेज 4 पर है. मेटास्टेटिस कैंसर में सेल्स शरीर में एक हिस्से से दूसरे हिस्से में फैलने लगते हैं. ऐसे में ये डायग्नोज करना मुश्किल हो जाता है कि आखिर कैंसर की शुरूआत किस हिस्से में हुई थी. फोटोः इंस्टाग्राम
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एबीपी न्यूज ने बत्रा हॉस्पिटल के क्लीनिकल ओंकोलॉजिस्ट सीनियर कंसल्टेंट डॉ. अनिल थकवानी से बात की. डॉक्टर से हमने इस बारे में जाना कि आखिर ये   कैंसर क्या और कैसे रिएक्ट करता है. फोटोः इंस्टाग्राम
एबीपी न्यूज ने बत्रा हॉस्पिटल के क्लीनिकल ओंकोलॉजिस्ट सीनियर कंसल्टेंट डॉ. अनिल थकवानी से बात की. डॉक्टर से हमने इस बारे में जाना कि आखिर ये कैंसर क्या और कैसे रिएक्ट करता है. फोटोः इंस्टाग्राम
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उनका इलाज न्यूयॉर्क में हो रहा है. अभी उनके लगातार टेस्ट जारी हैं. ऐसे में उन्होंने ये नहीं बताया है कि शरीर के किस हिस्से में उन्हें ये कैंसर हुआ है.फोटोः इंस्टाग्राम
उनका इलाज न्यूयॉर्क में हो रहा है. अभी उनके लगातार टेस्ट जारी हैं. ऐसे में उन्होंने ये नहीं बताया है कि शरीर के किस हिस्से में उन्हें ये कैंसर हुआ है.फोटोः इंस्टाग्राम
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कुछ देर पहले ही बॉलीवुड अभिनेत्री और रियलिटी शेाज में सक्रिय सोनाली बेंद्रे ने अपने इंस्टाग्राम पर बताया है कि उन्हें हाई ग्रेड कैंसर मेटास्टेटिस हो गया है. फोटोः इंस्टाग्राम
कुछ देर पहले ही बॉलीवुड अभिनेत्री और रियलिटी शेाज में सक्रिय सोनाली बेंद्रे ने अपने इंस्टाग्राम पर बताया है कि उन्हें हाई ग्रेड कैंसर मेटास्टेटिस हो गया है. फोटोः इंस्टाग्राम
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कुछ समय पहले ही इरफान खान को न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर डायग्नोज हुआ था. उनके फैंस अभी इस खबर से उभर भी नहीं पाए थे अब सोनोली बेंद्रे को लेकर ये   खबरें आ रही हैं. फोटोः इंस्टाग्राम
कुछ समय पहले ही इरफान खान को न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर डायग्नोज हुआ था. उनके फैंस अभी इस खबर से उभर भी नहीं पाए थे अब सोनोली बेंद्रे को लेकर ये खबरें आ रही हैं. फोटोः इंस्टाग्राम

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