Virat Kohli: जब पिता के निधन के बावजूद कोहली ने खेला था क्रिकेट, ऐसे ही 'महान' नहीं बने विराट
विराट कोहली को क्रिकेट जगत के महान खिलाड़ियों में शुमार किया जाता है. लेकिन कोहली रातों-रात महान नहीं बने बल्कि इसके लिए उन्होंने कई बलिदान दिए हैं, जिसको अक्सर लोग नहीं जानते हैं.
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View In Appकोहली के सामने एक वक़्त ऐसा आ गया था, जब उन्हें इस बात का फैसला करना था कि वह पिता के निधन को देखें या उस रणजी मैच को, जिसमें वो 40 रन पर नाबाद थे. यह बात है दिसंबर, 2006 की, जब दिल्ली और कर्नाटक के बीच रणजी का मुकाबला फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में खेला जा रहा था. कोहली उस मैच में दिल्ली का हिस्सा थे.
मुकाबले का दिन खत्म हो गया था और कोहली होटल पहुंच चुके थे. फिर रात में कोहली के पास फोन आया कि उनके पिता की तबीयत खराब है. रात में ही कोहली घर पहुंचे और उसी रात उनके पिता की ब्रेन स्ट्रोक से मृत्यु हो गई.
अगले दिन कोहली को रणजी मुकाबले के लिए मैदान पर उतरना था, लेकिन उनके सामने पिता की मौत थी. शायद कोई और इतनी हिम्मत नहीं जुटा पाता, जो कोहली ने मैच खेलने का फैसला लेकर जुटाई थी.
40 रनों पर नाबाद कोहली ने अपनी पारी को आगे बढ़ाते हुए 90 रनों का किया और टीम को फॉलोऑन से बचाया. इसके बाद कोहली अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल हुए.
इस तरह कोहली ने बहुत बड़ा बलिदान देकर क्रिकेट का साथ दिया था और आज क्रिकेट कोहली के साथ है. मौजूदा वक़्त में कोहली दुनियाभर में अपने खेल के लिए जाने जाते हैं.
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