Buddha Jayanti: बुद्ध जयंती पर थाईलैंड के बल्बों से सजाया गया महाबोधि मंदिर, पंचशील ध्वज से पटा है परिसर
गया के बोधगया में 2568 वीं बुद्ध जयंती धूमधाम से मनाई जाएगी. इसकी सारी तैयारी अंतिम चरण में है. 23 मई से बुद्ध जयंती मनाई जानी है. महाबोधि मंदिर के बोधी वृक्ष के नीचे दीप प्रज्वलित कर बुद्ध जयंती का शुभारंभ किया जाएगा.
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View In Appबुद्ध जयंती को लेकर महाबोधि मंदिर को आकर्षक लाइटों से सजाया गया है. बोधगया मंदिर प्रबंधकारिणी समिति ने थाईलैंड से बल्ब और एलईडी लाइट मंगवाया है. गौतम बुद्ध के जन्म, ज्ञान और मृत्यु (महापरिनिर्वाण) को एक साथ बुद्ध जयंती के रूप में बौद्ध श्रद्धालुओं मनाते हैं.
इस अवसर पर विश्वशांति के लिए विशेष प्रार्थना की जाएगी. जिसमें बोधगया के विभिन्न देशों के बौद्ध मठों के बौद्ध भिक्षु शामिल होंगे. 23 मई की सुबह 80 फीट बुद्ध मूर्ति से महाबोधि मंदिर तक भव्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी.
बुद्ध जयंती बौद्ध धर्मावलंबीयों के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है. जिसमें बुद्ध के जीवन का स्मरण करते है. इसे लेकर महाबोधी मंदिर के आस–पास के क्षेत्रों को पंचशील ध्वज से सजाया गया है. बुद्ध जयंती के अवसर पर विभिन्न प्रदेशों से बौद्ध श्रद्धालुओ के आने की संभावना है.
बौद्ध श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने की संभावना को लेकर महाबोधि मंदिर को रात 9 बजे के बदले 11 बजे तक आम श्रद्धालुओं के लिए 2 घंटे अतिरिक्त खोला गया है, ताकि बौद्ध श्रद्धालु बोधी वृक्ष के नीचे साधना कर सकें.
इसे लेकर कालचक्र मैदान में आवासन, पेयजल, स्वास्थ्य, शौचालय आदि की व्यवस्था की जा रही है. 1 हजार बौद्ध भिक्षुओं के बीच चिवरदान और संघदान की व्यवस्था की गई है. बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे.
एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि बुद्ध जयंती के मौके पर बोधगया की सुरक्षा व्यवस्था और ज्यादा बढ़ाई गई है. महाबोधी मंदिर के पास सड़क मार्गों को भी डायवर्ट किया जाएगा, ताकि ट्रैफिक जाम की समस्या न हो. आमजनों से अपील है कि जिला प्रशासन की बनाई गई व्यवस्था में सहयोग करें.
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