In Photos: बालोद में सीएम बघेल ने किया मलखंब एकेडमी का उद्घाटन, ग्रामीण युवाओं को मिला जौहर दिखाने का मौका
युवाओं को फिट रखने और मलखंब के क्षेत्र में रुचि रखने वाले युवाओं के लिए जिला प्रशासन मसीहा बनकर उभरी है. जो पहले संसाधनों सुविधाओं और प्रशिक्षक के अभाव में मलखंब का अभ्यास नहीं कर पाते थे, आज उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए जिला प्रशासन ने मलखंब अकादमी खोल दी है.
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View In Appहज़ारों साल पहले जब दुनिया मे शरीर को फिट रखने के लिए जिम और वैज्ञानिक संसाधन उपलब्ध नहीं थे तब लोग शरीर को स्वस्थ और तंदुरुस्त रखने के लिए अखाड़े और मलखंब का सहारा लेते थे. आज भी ग्रामीण अंचलों में यह परंपरा बरकरार है. लेकिन संसाधनों के आभाव में मलखंब सीखना कठिन हो गया है. ऐसे में बालोद जिला प्रशासन की पहल ने मलखंब में रुचि रखने वालों के लिए मलखंब एकेडमी खोलकर मिशाल कायम की है.
बीते महीने भेंट मुलाकात कार्यक्रम में बालोद जिले के प्रवास पर रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों जिला मुख्यालय में मलखंब अकादमी का उद्घाटन किया गया. जैसे ही युवाओं को मुख्यालय में मलखंब अकादमी खुलने की जानकारी मिली उसके बाद से धीरे-धीरे कर मलखंब सीखने के लिए युवा उस अकादमी से जुड़ने लगे. मलखंब एक ऐसी कला है जो लोगों के सामने सर्कस की तरह करतब दिखाने के भी काम आती है. जिससे मनोरंजन भी होता है और शरीर फिट भी रहता है.
आज मलखम्ब को ओलम्पिक में भी स्थान मिल गया है. बालोद जिला मुख्यालय के इंडोर स्टेडियम में खोले गए मलखंब अकादमी में फिलहाल 8 युवा मलखंब का अभ्यास कर रहे हैं. जहां लकड़ी के खंभे का इस्तेमाल कर करतब दिखाने का बेहतर प्रशिक्षण देने के लिए एक प्रशिक्षक व जिला प्रशासन ने व्यवस्था की है.
मलखंब के लिए तमाम सुविधाएं जिला प्रशासन ने मुहैया करा दी है और निशुल्क प्रशिक्षण युवाओं को दिया जा रहा है. जिसे देश और दुनिया में बालोद के युवा पेश करके जिले और प्रदेश का नाम रोशन कर सकेंगे. धीरे - धीरे मलखंब में रुचि रखने वाले युवा मलखंब अकादमी से जुड़ते जा रहे हैं.
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