In Photos: बस्तर संभाग में मूसलाधार बारिश से कई गांव बने टापू, आम जनजीवन अस्त-व्यस्त, देखें तस्वीरें
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में सप्ताह भर से हो रही झमाझम बारिश ने पूरे इलाके में तबाही मचा रखा है. रविवार से ही लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग और मुख्य सड़कों में पानी भर जाने से आवागमन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appइन क्षेत्रो के कई कच्चे मकान बारिश में धराशायी होने की वजह से प्रभावित लोगों को जान जोखिम में डालकर नदी नाले पार कर सुरक्षित जगह ठिकाना ढूंढना पड़ रहा है.
बारिश ने सबसे ज्यादा तबाही सुकमा और बीजापुर जिले में मचा रखा है. इन दोनों ही जिलों में शबरी नदी और मिंगांचल नदी पूरे उफान पर है और बरसाती नाले भी भर जाने की वजह से आवागमन प्रभावित होने के साथ ही बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधा से ग्रामीण वंचित हो गए हैं. इन इलाकों में पुल पुलियों का निर्माण नहीं किए जाने से ग्रामीण बरसात के मौसम में शहरी क्षेत्रों के तरफ नहीं आ पाते है, और पूरी तरह से मुख्यालय से कट जाते हैं.
संभाग के कई अंदरूनी गांव टापू में तब्दील हो गए हैं, वहीं ग्रामीणों को अपने खाने पीने की और जरूरत सामानों को लाने के लिए उफनते नदी नालों में जान जोखिम में डालकर शहरी इलाकों तक आना पड़ रहा है.
बीजापुर कलेक्टर राजेन्द्र कटारा से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में अब तक नदी में बह जाने से दो लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें एक सीआरपीएफ का जवान शामिल है जबकि एक कड़ेनार गांव का ग्रामीण है. फिलहाल बाढ़ आपदा प्रबंधन को पूरी तरह से अलर्ट किया गया है और जो भी गांव टापू बने हैं वहां के लोगों को रेस्क्यू कर निकालने की तैयारी की जा रही है.
अगले 48 घंटे में पूरे बस्तर संभाग में बारिश को लेकर अलर्ट किया गया है. वहीं नदी तट के इलाकों से लगे सभी ग्रामीणों को अपने-अपने घर छोड़कर सुरक्षित ठिकानों में जाने के लिए आदेशित किया गया है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -