एक्सप्लोरर

बस्तरिया खानों के जायके की विदेशों में भी धूम, बारिश और ठंडक में बढ़ जाती हैं इन डिशेज की डिमांड

Tribal Cuisine in Bastar: बस्तर क्षेत्र आदिवासियों के रहन सहन, खान पान और संस्कृति के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है. बड़ी संख्या में देसी-विदेशी पर्यटक बस्तरिया लोकल खाने का जायका लेने पहुंचते हैं.

Tribal Cuisine in Bastar: बस्तर क्षेत्र आदिवासियों के रहन सहन, खान पान और संस्कृति के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है. बड़ी संख्या में देसी-विदेशी पर्यटक बस्तरिया लोकल खाने का जायका लेने पहुंचते हैं.

बस्तर के खानों के देशी विदेशी हैं दीवाने

1/8
छत्तीसगढ़ का आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बस्तर अपने प्राकृतिक सुंदरता, यहां के आदिवासियों के रहन-सहन और खान-पान के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. बस्तर को कुदरत ने बेशुमार खूबसूरती से नवाजा है. घने जंगल यहां की वादियां औरवाटरफॉल सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित करते हैं.
छत्तीसगढ़ का आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बस्तर अपने प्राकृतिक सुंदरता, यहां के आदिवासियों के रहन-सहन और खान-पान के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. बस्तर को कुदरत ने बेशुमार खूबसूरती से नवाजा है. घने जंगल यहां की वादियां औरवाटरफॉल सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित करते हैं.
2/8
बस्तर के आदिवासियों के खानपान में काफी चीजें कॉमन होती हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी व्यंजन इसमें शामिल होते हैं जो बस्तर को अलग पहचान दिलाते हैं. इनमें चापड़ा चटनी, चींटी से बनी चटनी, गुलगुला भजिया और मांसाहारी में सूखी मछली और कड़कनाथ मुर्गा, शाकाहारी में कुम्हड़ा भाजी और देसी कोचई, आमट शामिल है.
बस्तर के आदिवासियों के खानपान में काफी चीजें कॉमन होती हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी व्यंजन इसमें शामिल होते हैं जो बस्तर को अलग पहचान दिलाते हैं. इनमें चापड़ा चटनी, चींटी से बनी चटनी, गुलगुला भजिया और मांसाहारी में सूखी मछली और कड़कनाथ मुर्गा, शाकाहारी में कुम्हड़ा भाजी और देसी कोचई, आमट शामिल है.
3/8
बारिश और ठंड का मौसम में यहां के शहरी लोगों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासी समुदाय भी सेहत का खास ख्याल रखते हैं. इस दौरान यहां के लोग मांसाहारी खाना ज्यादा पसंद करते हैं, जिससे उनके शरीर में गर्मी बनी रहे. इसके लिए सबसे ज्यादा सूखी मछलियां, कड़कनाथ मुर्गा का सेवन करते हैं. शाकाहारी खाने में वनों में मिलने वाले कई तरह की भाजी, कांदा और बास्ता का सेवन किया जाता है.
बारिश और ठंड का मौसम में यहां के शहरी लोगों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासी समुदाय भी सेहत का खास ख्याल रखते हैं. इस दौरान यहां के लोग मांसाहारी खाना ज्यादा पसंद करते हैं, जिससे उनके शरीर में गर्मी बनी रहे. इसके लिए सबसे ज्यादा सूखी मछलियां, कड़कनाथ मुर्गा का सेवन करते हैं. शाकाहारी खाने में वनों में मिलने वाले कई तरह की भाजी, कांदा और बास्ता का सेवन किया जाता है.
4/8
बस्तर में मिलने वाले वनोपज पूरे देश में प्रसिद्ध है. यहां के आदिवासियों के जरिये तैयार की जाने वाली लोकल व्यंजन के लाखों लोग दीवाने हैं. देश-दुनिया से बस्तर घूमने आने वाले पर्यटकों की बस्तरिया व्यंजन पहली पसंद होती है. बस्तरिया डिशेज में हेल्दी फूड के साथ स्वादिष्ट व्यंजन शामिल होते हैं.
बस्तर में मिलने वाले वनोपज पूरे देश में प्रसिद्ध है. यहां के आदिवासियों के जरिये तैयार की जाने वाली लोकल व्यंजन के लाखों लोग दीवाने हैं. देश-दुनिया से बस्तर घूमने आने वाले पर्यटकों की बस्तरिया व्यंजन पहली पसंद होती है. बस्तरिया डिशेज में हेल्दी फूड के साथ स्वादिष्ट व्यंजन शामिल होते हैं.
5/8
बारिश और ठंड के मौसम में अगर बस्तर की खूबसूरत वादियों को देखने जा रहे हैं तो यहां के आदिवासियों की मशहूर डिश चापड़ा चटनी का सेवन जरुर करें. इस चटनी को खाने को लेकर कई वैज्ञानिक कारण भी है. आदिवासियों का मानना है कि वैसे तो चापड़ा चटनी 12 महीने खाया जाता है, लेकिन ठंड के मौसम में चापड़ा चटनी ग्रामीण अंचलों में हर घर में बनाई जाने वाली डिश है.
बारिश और ठंड के मौसम में अगर बस्तर की खूबसूरत वादियों को देखने जा रहे हैं तो यहां के आदिवासियों की मशहूर डिश चापड़ा चटनी का सेवन जरुर करें. इस चटनी को खाने को लेकर कई वैज्ञानिक कारण भी है. आदिवासियों का मानना है कि वैसे तो चापड़ा चटनी 12 महीने खाया जाता है, लेकिन ठंड के मौसम में चापड़ा चटनी ग्रामीण अंचलों में हर घर में बनाई जाने वाली डिश है.
6/8
चापड़ा चटनी शरीर के लिए काफी लाभदायक होती है. चापड़ा चटनी के सेवन से शरीर ठंड के मौसम में भी पूरी तरह से चुस्त-दुरुस्त रहता है और शरीर में गर्मी पैदा करता है. यही वजह है कि घने जंगलों में कड़कड़ाती ठंड के बावजूद यहां के आदिवासी ग्रामीण इस ठंड को बरदाश्त करने की सहन शक्ति बरकरार रहती हैं. इसकी वजह चापड़ा चटनी का सेवन है.
चापड़ा चटनी शरीर के लिए काफी लाभदायक होती है. चापड़ा चटनी के सेवन से शरीर ठंड के मौसम में भी पूरी तरह से चुस्त-दुरुस्त रहता है और शरीर में गर्मी पैदा करता है. यही वजह है कि घने जंगलों में कड़कड़ाती ठंड के बावजूद यहां के आदिवासी ग्रामीण इस ठंड को बरदाश्त करने की सहन शक्ति बरकरार रहती हैं. इसकी वजह चापड़ा चटनी का सेवन है.
7/8
इसके अलावा शाकाहारी में भी आदिवासी ठंड के मौसम में सबसे ज्यादा कुमड़ा भाजी का सेवन करते हैं. यह भी शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है. इसके अलावा मांसाहारी में बस्तर संभाग के अंदरूनी क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीण जंगली कड़कनाथ मुर्गा बड़े चाव से खाते हैं.
इसके अलावा शाकाहारी में भी आदिवासी ठंड के मौसम में सबसे ज्यादा कुमड़ा भाजी का सेवन करते हैं. यह भी शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है. इसके अलावा मांसाहारी में बस्तर संभाग के अंदरूनी क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीण जंगली कड़कनाथ मुर्गा बड़े चाव से खाते हैं.
8/8
ग्रामीणों का मानना है कि कड़कनाथ जंगली मुर्गा बारिश और ठंड में शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है. बस्तर घूमने आने वाले पर्यटक भी मांसाहार में कड़कनाथ मुर्गा खाना ही पसंद करते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि कड़कनाथ मुर्गा इम्यूनिटी बढ़ाने में काफी लाभदायक है. यही वजह है कि सबसे ज्यादा बस्तर में कड़कनाथ मुर्गा पाया जाता है और बस्तर के लोग बड़े चाव से इसे खाते हैं और ऐसे मौसम में इसकी डिमांड बढ़ जाती है.
ग्रामीणों का मानना है कि कड़कनाथ जंगली मुर्गा बारिश और ठंड में शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है. बस्तर घूमने आने वाले पर्यटक भी मांसाहार में कड़कनाथ मुर्गा खाना ही पसंद करते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि कड़कनाथ मुर्गा इम्यूनिटी बढ़ाने में काफी लाभदायक है. यही वजह है कि सबसे ज्यादा बस्तर में कड़कनाथ मुर्गा पाया जाता है और बस्तर के लोग बड़े चाव से इसे खाते हैं और ऐसे मौसम में इसकी डिमांड बढ़ जाती है.

छत्तीसगढ़ फोटो गैलरी

छत्तीसगढ़ वेब स्टोरीज

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने की जयशंकर की तारीफ तो PAK एक्सपर्ट बोले- हमारे विदेश मंत्री तो सिसक-सिसक कर...
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने की जयशंकर की तारीफ तो PAK एक्सपर्ट बोले- हमारे विदेश मंत्री तो सिसक-सिसक कर...
यूपी उपचुनाव में पुलिस पर किया था हमला, अब सपा-AIMIM के 100 से ज्यादा कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज
यूपी उपचुनाव में पुलिस पर किया था हमला, अब सपा-AIMIM के 100 से ज्यादा कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज
Shah Rukh Khan Death Threat: शाहरुख खान को मारने की धमकी देने वाले शख्स के थे ये खतरनाक मंसूबे, हुआ खुलासा
शाहरुख खान को मारने की धमकी देने वाले शख्स के थे ये खतरनाक मंसूबे, हुआ खुलासा
विराट कोहली के पोस्ट से मचा बवाल, अनुष्का से तलाक की होने लगी चर्चा; जानें आखिर क्या है पूरा मामला
विराट कोहली के पोस्ट से मचा बवाल, अनुष्का से तलाक की होने लगी चर्चा; जानें आखिर क्या है पूरा मामला
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Gautam Adani Bribery Case: अमेरिका न्याय विभाग के सभी आरोप को बेबुनियाद - Adani GroupDelhi Election: AAP की पहली लिस्ट जारी, लिस्ट में 11उम्मीदवारों के नाम शामिल | ABP  NEWSGautam Adani Bribery Case: अदाणी की गिरफ्तारी हुई तो ये सरकार गिर जाएगी- राहुल गांधी | Rahul GandhiTop News: 1 बजे  की बड़ी खबरें | Maharashtra Exit Poll | Adani charged in US with bribery

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने की जयशंकर की तारीफ तो PAK एक्सपर्ट बोले- हमारे विदेश मंत्री तो सिसक-सिसक कर...
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने की जयशंकर की तारीफ तो PAK एक्सपर्ट बोले- हमारे विदेश मंत्री तो सिसक-सिसक कर...
यूपी उपचुनाव में पुलिस पर किया था हमला, अब सपा-AIMIM के 100 से ज्यादा कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज
यूपी उपचुनाव में पुलिस पर किया था हमला, अब सपा-AIMIM के 100 से ज्यादा कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज
Shah Rukh Khan Death Threat: शाहरुख खान को मारने की धमकी देने वाले शख्स के थे ये खतरनाक मंसूबे, हुआ खुलासा
शाहरुख खान को मारने की धमकी देने वाले शख्स के थे ये खतरनाक मंसूबे, हुआ खुलासा
विराट कोहली के पोस्ट से मचा बवाल, अनुष्का से तलाक की होने लगी चर्चा; जानें आखिर क्या है पूरा मामला
विराट कोहली के पोस्ट से मचा बवाल, अनुष्का से तलाक की होने लगी चर्चा; जानें आखिर क्या है पूरा मामला
UP Police Result 2024: यूपी पुलिस का रिजल्ट जारी, सफल कैंडिडेट्स का होगा पीईटी और पीएसटी, ये है आगे का पूरा प्रोसेस
यूपी पुलिस का रिजल्ट जारी, सफल कैंडिडेट्स का होगा पीईटी और पीएसटी, ये है आगे का पूरा प्रोसेस
हेल्दी समझकर कहीं आप भी तो नहीं खा रहे ज्यादा हल्दी, जान लें इसके गंभीर नुकसान
हेल्दी समझकर कहीं आप भी तो नहीं खा रहे ज्यादा हल्दी, जान लें इसके नुकसान
Jobs: इस प्रदेश के स्टाफ सेलेक्शन कमीशन ने निकाली ग्रुप बी व सी के दों के भर्ती, जानें क्या है आवेदन प्रक्रिया और बाकी जानकारी
इस प्रदेश के स्टाफ सेलेक्शन कमीशन ने निकाली ग्रुप बी व सी के दों के भर्ती, जानें क्या है आवेदन प्रक्रिया और बाकी जानकारी
वैश्विक मंच पर देश की बेइज्जती कराकर भी नहीं सुधर रहे ट्रूडो, भारत ने बताई हैसियत
वैश्विक मंच पर देश की बेइज्जती कराकर भी नहीं सुधर रहे ट्रूडो, भारत ने बताई हैसियत
Embed widget