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Bastar News: बस्तर का ये पुलिस कैंप बना इको टूरिज्म रिजॉर्ट, पर्यटकों के लिए होगा खास, देखें तस्वीरें
![](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/05/30/601087ed6c9b7845ef20c6ab8596a372_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
(बस्तर का इको टूरिज्म रिसॉर्ट)
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![छत्तीसगढ़ का बस्तर जिला नक्सल मुक्त होते ही अब इस जिले को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित कर देश दुनिया में नई पहचान दिलाने के लिए जिला प्रशासन पूरी कोशिश में लग गया है. पहले ही प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण यहां के वॉटरफॉल्स, नैसर्गिक गुफाएं और घने जंगल पर्यटकों को यहां आने के लिए आकर्षित करते हैं. अब ज्यादा से ज्यादा पर्यटक यहां आएं और बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा मिले इसके लिए टूरिज्म रिसॉर्ट का निर्माण प्रशासन द्वारा किया जा रहा है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/05/30/eb2671df8c9dba79ac797771e249aa9209d19.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
छत्तीसगढ़ का बस्तर जिला नक्सल मुक्त होते ही अब इस जिले को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित कर देश दुनिया में नई पहचान दिलाने के लिए जिला प्रशासन पूरी कोशिश में लग गया है. पहले ही प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण यहां के वॉटरफॉल्स, नैसर्गिक गुफाएं और घने जंगल पर्यटकों को यहां आने के लिए आकर्षित करते हैं. अब ज्यादा से ज्यादा पर्यटक यहां आएं और बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा मिले इसके लिए टूरिज्म रिसॉर्ट का निर्माण प्रशासन द्वारा किया जा रहा है.
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![जिले में नक्सल दहशत कम होते ही यहां नक्सलियों से लोहा लेने के लिए तैनात एसटीएफ के जवानों के कैंप को अब इको टूरिज्म रिसॉर्ट के रूप में बनाया गया है. जहां सरेंडर नक्सलियों को रोजगार दिया गया है. अब यहां एसटीएफ के जवान नहीं बल्कि मुख्यधारा में लौट चुके सरेंडर नक्सली पर्यटकों का स्वागत करेंगे और साथ ही इस रिजॉर्ट की देखरेख करेंगे.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/05/30/0a3badb57686bd11fa084fd566ab2311e7d41.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
जिले में नक्सल दहशत कम होते ही यहां नक्सलियों से लोहा लेने के लिए तैनात एसटीएफ के जवानों के कैंप को अब इको टूरिज्म रिसॉर्ट के रूप में बनाया गया है. जहां सरेंडर नक्सलियों को रोजगार दिया गया है. अब यहां एसटीएफ के जवान नहीं बल्कि मुख्यधारा में लौट चुके सरेंडर नक्सली पर्यटकों का स्वागत करेंगे और साथ ही इस रिजॉर्ट की देखरेख करेंगे.
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![अपने भेंट- मुलाकात कार्यक्रम के तहत कुछ दिन पहले बस्तर पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस इको टूरिज्म रिजॉर्ट का उद्घाटन किया है. यहां रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम कर रही सरेंडर महिला नक्सली दसमी से मुख्यमंत्री ने मुलाकात की. बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने बताया कि करीब 3 करोड़ की लागत से इस रिजॉर्ट का निर्माण जिला प्रशासन ने कराया है. यहां बच्चों की पढ़ाई के लिए डॉरमेट्री भी बनाई गई है. यहां रूफ टॉप रेस्टोरेंट और रिवर राफ्टिंग जैसी सुविधाएं भी है. कलेक्टर ने बताया कि यह रिजॉर्ट पहले STF जवानों का कैंप हुआ करता था लेकिन बस्तर जिले के चित्रकोट और लौंहडीगुड़ा ब्लॉक में नक्सली दहशत कम होने के साथ ही अब इस कैंप को इको टूरिज्म रिजॉर्ट बनाया गया है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/05/30/43ab22f846f3815c8fa985771ad1e0cc8e0d5.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अपने भेंट- मुलाकात कार्यक्रम के तहत कुछ दिन पहले बस्तर पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस इको टूरिज्म रिजॉर्ट का उद्घाटन किया है. यहां रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम कर रही सरेंडर महिला नक्सली दसमी से मुख्यमंत्री ने मुलाकात की. बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने बताया कि करीब 3 करोड़ की लागत से इस रिजॉर्ट का निर्माण जिला प्रशासन ने कराया है. यहां बच्चों की पढ़ाई के लिए डॉरमेट्री भी बनाई गई है. यहां रूफ टॉप रेस्टोरेंट और रिवर राफ्टिंग जैसी सुविधाएं भी है. कलेक्टर ने बताया कि यह रिजॉर्ट पहले STF जवानों का कैंप हुआ करता था लेकिन बस्तर जिले के चित्रकोट और लौंहडीगुड़ा ब्लॉक में नक्सली दहशत कम होने के साथ ही अब इस कैंप को इको टूरिज्म रिजॉर्ट बनाया गया है.
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![उन्होंने बताया कि चित्रकोट में बने इस इको टूरिज्म रिजॉर्ट में सरेंडर कर चुके नक्सली और नक्सल पीड़ित परिवारों को रोजगार दिया जा रहा है. इस रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम देख रही दसमी कुहरामी ने कभी नक्सलियों के बहकावे में आकर बंदूक थामा था लेकिन अब आत्मसमर्पण के बाद जिला प्रशासन ने उन्हें रिजॉर्ट में नौकरी दी है. कलेक्टर ने बताया कि इस रिजॉर्ट का संचालन छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के द्वारा किया जाएगा.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/05/30/0d5b1c4c7f720f698946c7f6ab08f687c575e.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
उन्होंने बताया कि चित्रकोट में बने इस इको टूरिज्म रिजॉर्ट में सरेंडर कर चुके नक्सली और नक्सल पीड़ित परिवारों को रोजगार दिया जा रहा है. इस रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम देख रही दसमी कुहरामी ने कभी नक्सलियों के बहकावे में आकर बंदूक थामा था लेकिन अब आत्मसमर्पण के बाद जिला प्रशासन ने उन्हें रिजॉर्ट में नौकरी दी है. कलेक्टर ने बताया कि इस रिजॉर्ट का संचालन छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के द्वारा किया जाएगा.
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![जगदलपुर और जगदलपुर शहर से महज 40 किलोमीटर की दूरी पर चित्रकोट रोड पर इस इको टूरिज्म रिजॉर्ट का निर्माण किया गया है. साथ ही यहां पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए खाने-पीने के साथ-साथ सारी सुविधाओं का इंतजाम किया गया है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/05/30/fe3d9647c820782b91bd8d4fd7fcf7c76415c.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
जगदलपुर और जगदलपुर शहर से महज 40 किलोमीटर की दूरी पर चित्रकोट रोड पर इस इको टूरिज्म रिजॉर्ट का निर्माण किया गया है. साथ ही यहां पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए खाने-पीने के साथ-साथ सारी सुविधाओं का इंतजाम किया गया है.
Published at : 30 May 2022 11:15 PM (IST)
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