एक्सप्लोरर

Bastar News: लाख की खेती में पिछड़ रहे बस्तर को प्रशिक्षण के साथ मिलेगा लोन, उत्पादन में पहले स्थान पर लाने की तैयारी

बस्तर में लाख उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए झारखंड के रांची से आए वैज्ञानिकों ने एक बार फिर से बस्तर के ग्रामीणों को लाख उत्पादन के लिए प्रशिक्षित करना शुरू कर दिया है.

बस्तर में लाख उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए झारखंड के रांची से आए वैज्ञानिकों ने एक बार फिर से बस्तर के ग्रामीणों को लाख उत्पादन के लिए प्रशिक्षित करना शुरू कर दिया है.

( बस्तर में लाख की खेती के लिए दिया जा रहा प्रशिक्षण )

1/6
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बस्तर (Bastar) में आदिवासी ग्रामीणों के मुख्य आय का स्त्रोत यहां मिलने वाली वनोपज है. यहां के वनोपज को तोड़ और इकट्ठा कर शासन को बेचकर इससे होने वाले आय से ही बस्तर के वनवासी क्षेत्रों में रहने वाले अधिकतर ग्रामीणों के जीवन का गुजारा होता है. वहीं कोरोना काल की वजह से पिछले तीन सालों से देखा जा रहा है कि बस्तर में बहुतायत में पाए जाने वाली लाख उत्पादन को लेकर ग्रामीण ज्यादा रुचि नहीं ले रहें हैं.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बस्तर (Bastar) में आदिवासी ग्रामीणों के मुख्य आय का स्त्रोत यहां मिलने वाली वनोपज है. यहां के वनोपज को तोड़ और इकट्ठा कर शासन को बेचकर इससे होने वाले आय से ही बस्तर के वनवासी क्षेत्रों में रहने वाले अधिकतर ग्रामीणों के जीवन का गुजारा होता है. वहीं कोरोना काल की वजह से पिछले तीन सालों से देखा जा रहा है कि बस्तर में बहुतायत में पाए जाने वाली लाख उत्पादन को लेकर ग्रामीण ज्यादा रुचि नहीं ले रहें हैं.
2/6
इस वजह से लाख उत्पादन में देश में पहले स्थान पर रहने वाला छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ रहा है. इसे ध्यान में रखते हुए बस्तर में लाख उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए झारखंड के रांची से आए वैज्ञानिकों ने एक बार फिर से बस्तर के ग्रामीणों को लाख उत्पादन के लिए प्रशिक्षित करना शुरू कर दिया है. ताकि बस्तर के ग्रामीण ज्यादा से ज्यादा लाख उत्पादन कर अच्छी आय प्राप्त कर सकें.
इस वजह से लाख उत्पादन में देश में पहले स्थान पर रहने वाला छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ रहा है. इसे ध्यान में रखते हुए बस्तर में लाख उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए झारखंड के रांची से आए वैज्ञानिकों ने एक बार फिर से बस्तर के ग्रामीणों को लाख उत्पादन के लिए प्रशिक्षित करना शुरू कर दिया है. ताकि बस्तर के ग्रामीण ज्यादा से ज्यादा लाख उत्पादन कर अच्छी आय प्राप्त कर सकें.
3/6
जानकारी के मुताबिक साल 2008 और 2009 में  7200 टन के साथ पूरे देश में लाख उत्पादन में छत्तीसगढ़ ने रिकॉर्ड कायम किया था. खास बात यह है कि पूरे देश में बस्तर से लाख उत्पादन और सप्लाई की बड़ी चेन बस्तर से संचालित हो रही थी. इसे बढ़ावा देने के लिए वन विभाग सक्रिय तौर पर काम कर रहा था. पिछले तीन सालों से उत्पादन क्षमता में तेजी से कमी आई. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में लाख उत्पादन को अब खेती का दर्जा मिल गया है और ऐसे में किसानों को प्रशिक्षित कर लाख उत्पादन के लिए विशेष तौर पर तैयार किया जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक साल 2008 और 2009 में 7200 टन के साथ पूरे देश में लाख उत्पादन में छत्तीसगढ़ ने रिकॉर्ड कायम किया था. खास बात यह है कि पूरे देश में बस्तर से लाख उत्पादन और सप्लाई की बड़ी चेन बस्तर से संचालित हो रही थी. इसे बढ़ावा देने के लिए वन विभाग सक्रिय तौर पर काम कर रहा था. पिछले तीन सालों से उत्पादन क्षमता में तेजी से कमी आई. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में लाख उत्पादन को अब खेती का दर्जा मिल गया है और ऐसे में किसानों को प्रशिक्षित कर लाख उत्पादन के लिए विशेष तौर पर तैयार किया जा रहा है.
4/6
बस्तर संभाग के मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद ने बताया कि बस्तर वन मंडल के अंतर्गत दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर और बस्तर जिले में लाख उत्पादन की पर्याप्त संभावनाएं हैं. यहां के जंगलों में मिलने वाले पलाश, कुसुम और बेर के पेड़ों में स्वाभाविक तौर पर लाख तैयार होता है. इसे और बेहतर तरीके से उपज के तौर पर तैयार करने और इसके संग्रहण और विक्रय चैन को डेवलप करने के लिए वन विभाग एक बार फिर से चारों जिलों के 100 से अधिक किसानों को प्रशिक्षित कर रहा है, क्योंकि देखा जा रहा था कि पिछले कुछ सालों से किसान लाख उत्पादन में ज्यादा रुचि नहीं ले रहे थे. इस वजह से इन्हें झारखंड के रांची से आए विशेष वैज्ञानिकों के द्वारा लाख उत्पादन की तकनीक को  लेकर एक बार फिर से किसानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है.
बस्तर संभाग के मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद ने बताया कि बस्तर वन मंडल के अंतर्गत दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर और बस्तर जिले में लाख उत्पादन की पर्याप्त संभावनाएं हैं. यहां के जंगलों में मिलने वाले पलाश, कुसुम और बेर के पेड़ों में स्वाभाविक तौर पर लाख तैयार होता है. इसे और बेहतर तरीके से उपज के तौर पर तैयार करने और इसके संग्रहण और विक्रय चैन को डेवलप करने के लिए वन विभाग एक बार फिर से चारों जिलों के 100 से अधिक किसानों को प्रशिक्षित कर रहा है, क्योंकि देखा जा रहा था कि पिछले कुछ सालों से किसान लाख उत्पादन में ज्यादा रुचि नहीं ले रहे थे. इस वजह से इन्हें झारखंड के रांची से आए विशेष वैज्ञानिकों के द्वारा लाख उत्पादन की तकनीक को लेकर एक बार फिर से किसानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है.
5/6
वन विभाग के अधिकारी मोहम्मद शाहिद ने बताया कि लाख का प्रमुख उपयोग चपड़ा बनाने, रंजक निकालकर विद्युत उपकरणों और वाद्य यंत्रों के साथ-साथ महिलाओं द्वारा पहने जाने वाली चूड़ियों के निर्माण में किया जाता है. साथ ही सीमेंट और स्याही बनाने में भी लाख का बहुतायात में इस्तेमाल होता है. पिछले कुछ सालों से पूरे देश में सप्लाई होने वाले लाख का 42% हिस्सा अकेले छत्तीसगढ़ राज्य सप्लाई करता है. लाख के जो कीट होते हैं वह काफी छोटे होते हैं और यह अपने शरीर से लाख का उत्पादन करते हैं. बस्तर में घने जंगलों में सामान्य रूप से लाख के कीट  पाए जाते हैं पर इनसे लाख संग्रहण की प्रक्रिया श्रम साध्य होती है.
वन विभाग के अधिकारी मोहम्मद शाहिद ने बताया कि लाख का प्रमुख उपयोग चपड़ा बनाने, रंजक निकालकर विद्युत उपकरणों और वाद्य यंत्रों के साथ-साथ महिलाओं द्वारा पहने जाने वाली चूड़ियों के निर्माण में किया जाता है. साथ ही सीमेंट और स्याही बनाने में भी लाख का बहुतायात में इस्तेमाल होता है. पिछले कुछ सालों से पूरे देश में सप्लाई होने वाले लाख का 42% हिस्सा अकेले छत्तीसगढ़ राज्य सप्लाई करता है. लाख के जो कीट होते हैं वह काफी छोटे होते हैं और यह अपने शरीर से लाख का उत्पादन करते हैं. बस्तर में घने जंगलों में सामान्य रूप से लाख के कीट पाए जाते हैं पर इनसे लाख संग्रहण की प्रक्रिया श्रम साध्य होती है.
6/6
इस वजह से पिछले दो सालों से ग्रामीण इसमें रुचि नहीं ले रहे थे. वन अधिकारियों का कहना है कि पिछली बार के मुकाबले इस बार लाख का उत्पादन ज्यादा हो इसके लिए विशेष तौर पर किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. साथ ही उन्हें बैंकों से लोन भी दिलाया जाएगा. इससे भी वह लाख के बीज खरीदकर जंगलों में उसकी फसल तैयार कर सकें. गौरतलब है कि इससे पहले लाख उत्पादन और प्रसंस्करण के लिए महिला स्व सहायता समूह को स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षित किया गया था. अब किसानों के मुकाबले महिलाएं भी लाख संग्रहण का काम इस सीजन में कर रही है.
इस वजह से पिछले दो सालों से ग्रामीण इसमें रुचि नहीं ले रहे थे. वन अधिकारियों का कहना है कि पिछली बार के मुकाबले इस बार लाख का उत्पादन ज्यादा हो इसके लिए विशेष तौर पर किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. साथ ही उन्हें बैंकों से लोन भी दिलाया जाएगा. इससे भी वह लाख के बीज खरीदकर जंगलों में उसकी फसल तैयार कर सकें. गौरतलब है कि इससे पहले लाख उत्पादन और प्रसंस्करण के लिए महिला स्व सहायता समूह को स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षित किया गया था. अब किसानों के मुकाबले महिलाएं भी लाख संग्रहण का काम इस सीजन में कर रही है.

छत्तीसगढ़ फोटो गैलरी

छत्तीसगढ़ वेब स्टोरीज

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

संसद में गूंजेगा महाकुंभ भगदड़ का मुद्दा! बजट सत्र में पेश हो सकते हैं वक्फ संशोधन बिल समेत ये 16 विधेयक
संसद में गूंजेगा महाकुंभ भगदड़ का मुद्दा! बजट सत्र में पेश हो सकते हैं वक्फ संशोधन बिल समेत ये 16 विधेयक
'अरविंद केजरीवाल की गारंटी पर...', कालकाजी में भगवंत मान ने सीएम आतिशी के साथ किया रोड शो
'अरविंद केजरीवाल की गारंटी पर...', कालकाजी में भगवंत मान ने सीएम आतिशी के साथ किया रोड शो
रेलवे के खिलाफ मैच में विराट कोहली ने DDCA कैन्टीन से मंगाया लंच, जानें खाने में क्या किया था ऑर्डर
रेलवे के खिलाफ मैच में विराट कोहली ने DDCA कैन्टीन से मंगाया लंच, जानें खाने में क्या किया था ऑर्डर
हिना खान को कीमो के दौरान ये चीजें भेजते थे सुनील ग्रोवर, एक्ट्रेस ने कॉमेडियन को बताया 'फेवरेट पड़ोसी'
हिना खान को कीमो के दौरान ये चीजें भेजते थे सुनील ग्रोवर, बताया 'फेवरेट पड़ोसी'
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Mahadangal with Chitra Tripathi: दिल्ली की लड़ाई...Mahakumbh पर आई! | Delhi Election 2025 | ABP NewsArvind Kejriwal Full Interview : केजरीवाल, Atishi और Manish Sisodia वोटर्स को इशारे में क्या बता गए?Mahakumbh Stampede: महाकुंभ में भगदड़ दूसरी भगदड़...तस्वीरें हैरान कर देंगी | Prayagraj | ABP News24 Ghante 24 Reporter Full Episode: दिनभर की बड़ी खबरें | Mahakumbh Stampede | Delhi Election 2025 | ABP News

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
संसद में गूंजेगा महाकुंभ भगदड़ का मुद्दा! बजट सत्र में पेश हो सकते हैं वक्फ संशोधन बिल समेत ये 16 विधेयक
संसद में गूंजेगा महाकुंभ भगदड़ का मुद्दा! बजट सत्र में पेश हो सकते हैं वक्फ संशोधन बिल समेत ये 16 विधेयक
'अरविंद केजरीवाल की गारंटी पर...', कालकाजी में भगवंत मान ने सीएम आतिशी के साथ किया रोड शो
'अरविंद केजरीवाल की गारंटी पर...', कालकाजी में भगवंत मान ने सीएम आतिशी के साथ किया रोड शो
रेलवे के खिलाफ मैच में विराट कोहली ने DDCA कैन्टीन से मंगाया लंच, जानें खाने में क्या किया था ऑर्डर
रेलवे के खिलाफ मैच में विराट कोहली ने DDCA कैन्टीन से मंगाया लंच, जानें खाने में क्या किया था ऑर्डर
हिना खान को कीमो के दौरान ये चीजें भेजते थे सुनील ग्रोवर, एक्ट्रेस ने कॉमेडियन को बताया 'फेवरेट पड़ोसी'
हिना खान को कीमो के दौरान ये चीजें भेजते थे सुनील ग्रोवर, बताया 'फेवरेट पड़ोसी'
किस देश के लोगों को सबसे जल्दी मिल जाता है वीजा, जान लीजिए नाम
किस देश के लोगों को सबसे जल्दी मिल जाता है वीजा, जान लीजिए नाम
कांग्रेस ने की RSS पर बैन लगाने की मांग, कहा- 'देश के लोकतंत्र के लिए खतरा'; गिनाए 7 कारण
कांग्रेस ने की RSS पर बैन लगाने की मांग, कहा- 'देश के लोकतंत्र के लिए खतरा'; गिनाए 7 कारण
CME Technique: भारतीय वैज्ञानिकों का कमाल, खोज निकाली सूर्य से निकलने वाले सीएमई का आकार मापने की तकनीक
भारतीय वैज्ञानिकों का कमाल, खोज निकाली सूर्य से निकलने वाले सीएमई का आकार मापने की तकनीक
महाकुंभ में एक और जगह मची थी भगदड़, चश्मदीदों के मुताबिक कुछ लोगों की हुई मौत, प्रशासन चुप
महाकुंभ में एक और जगह मची थी भगदड़, चश्मदीदों के मुताबिक कुछ लोगों की हुई मौत, प्रशासन चुप
Embed widget