IN Photos: भारी बारिश के बीच बाढ़ में फंसे 120 यात्रियों को निकाला गया, SDRF ने कुछ यूं किया रेस्क्यू
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में तीसरी बार आयी बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है. इस साल बाढ़ में जहां 4 ग्रामीणों की बाढ़ में बहने से मौत हो गयी, वहीं 200 से ज्यादा ग्रामीणों के घर इस बाढ़ में तबाह हो गए. बीते 10 सितंबर शनिवार सुबह से रविवार 11 सितंबर देर रात तक हुए बारिश से 60 से ज्यादा पालतू मवेशी उफनते नाले में बह गए. साथ ही रविवार की रात बाढ़ में फंसे 120 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला गया. बाढ़ का पानी बीजापुर मुख्यालय तक पहुंचाया गया.
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View In Appनेशनल हाईवे- 63 में लगभग 4 से 5 फीट तक बारिश का पानी भर जाने से यहां वाहनों की लंबी कतार लग गई. तेलंगाना से बीजापुर आ रहे दो बसों में सवार 120 से ज्यादा यात्री बाढ़ में फंस गए. इन्हें देर रात रेस्क्यू कर एसडीआरएफ की टीम ने बोट के माध्यम से सुरक्षित निकाला और बीजापुर तक पहुंचाया. इस रेस्क्यू के दौरान खुद बीजापुर के विधायक भी मौके पर मौजूद थे.
जिले में बीते 48 घंटो की झमाझम बारिश से छोटे-बड़े नदी नाले उफान पर हैं. रविवार देर रात जानकारी मिली कि नेशनल हाइवे-63 पेगड़ापल्ली में सड़क के दोनों ओर अचानक बाढ़ का पानी बढ़ गया. नेशनल हाइवे के बीचों बीच छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र और तेलंगाना आने जाने वाली दो यात्री बसें और दो टैक्सी में सवार करीब 120 यात्री पुल के ऊपर फंस गए.
लगातार बारिश और बढ़ते नदी के जलस्तर से यात्री डरे सहमे थे और मदद की गुहार सरकार और प्रसाशन से लगा रहे थे. देर रात यात्रियों को वहीं छोड़ना एक बड़ा हादसा हो सकता था, जिसके बाद देर रात करीब 12 बजे से खुद विधायक विक्रम मंडावी, जिला प्रशासन के अधिकारी और नगर सेना की टीम ने रेस्क्यू आपरेशन चलाया. वहां बाढ़ में फंसे लोगों तक पहुंचकर उन्हें सुरक्षित निकाला गया.
यात्री इस बाढ़ में करीब 7 घंटे से फंसे रहे और इस दौरान बारिश भी रुक-रुककर हो रही थी. ज्यादातर फंसे यात्री तेलंगाना और बेंगलुरु से लौटने वाले लोग थे. वहीं छत्तीसगढ़ से तेलंगाना जाने वाले यात्री भी यहां फंसे रहे. साथ ही 2 टेक्सी वाहन भी इस बाढ़ की चपेट में आकर पुल पर ही रुक गए. रेस्क्यू के दौरान सबसे पहले महिलाओं और बच्चों को निकाला किया गया जिसके बाद एक-एक करके सभी 120 लोगों का रेस्क्यू नगर सेना की टीम ने किया. वहीं रेस्क्यू किये गए सभी लोगों के भोजन और सोने की व्यवस्था मद्देड में की गई. फिलहाल सोमवार को भी बीजापुर में रुक-रुक कर बारिश हो रही है.
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