Bilaspur News: गर्मी की छुट्टियों में समय बिताने के लिए बिलासपुर का कानन पेंडारी उद्यान है खास, देखें तस्वीरें
छत्तीसगढ़ वनों से भरा पूरा प्रदेश है. सरगुजा से बस्तर तक प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण है. खूबसूरत पहाड़, झरने और नदियों के अलावा यहां घूमने के लिए कई उद्यान हैं.
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View In Appजिनमें से एक बिलासपुर जिले का कानन पेंडारी उद्यान खास है. कानन पेंडारी उद्यान घूमने के लिए अच्छी जगह है.
इस उद्यान में अलग-अलग प्रजाति के जानवर जैसे सफेद बाघ, गैंडा, जंगली सूअर, हिरण, भालू, दरियाई घोड़ा, तेंदुआ, इमू, शाही और भी इसी तरह के जानवर मौजूद हैं.
यहां विभिन्न प्रकार के पक्षी, मछली और सर्प की भी अलग-अलग प्रजातियां देखने को मिल जाएगी.
कानन पेंडारी में सर्दी और गर्मी के मौसम में भी पर्यटक पहुंचते हैं. यहां बिलासपुर के अलावा छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों से लोग सैर सपाटा के लिए पहुंचते हैं.
कानन पेंडारी बिलासपुर शहर के एकदम करीब है. इस कारण हर दिन सैकड़ों पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है.
कानन पेंडारी छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर से 10 किलोमीटर दूर मुंगेली रोड पर सकरी के पास स्थित है. इस जूलॉजिकल गार्डन की स्थापन वर्ष 2004-2005 में किया गया.
यह लगभग 114.636 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है. यहां लगभग 70 प्रजातियों के वन्यजीव हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं.
वैसे तो छत्तीसगढ़ के कई उद्यान हैं. लेकिन कानन पेंडारी में व्यवस्थाएं अलग है. यहां पर्यटकों के लिए कई जगहों पर पीने के पानी के लिए वॉटर कूलर लगाया गया है. बैठने के लिए बेंच, शौचालय भी है. इसके अलावा बच्चों के लिए झूले की व्यवस्था भी है.
बता दें की उद्यान की लंबाई इतनी ज्यादा है कि पैदल घूमने में लगभग दो तीन घंटे लगेंगे. यहां पहुंचने के लिए बस या टैक्सी माध्यम का उपयोग किया जा सकता है.
इस उद्यान में एक भारतीय व्यक्ति को जाने के लिए प्रवेश शुल्क के रूप में 50 रुपए और भारतीय बच्चे को प्रवेश शुल्क के रूप में 20 रुपए देना पड़ता है.
वहीं अगर विदेशी पर्यटक की बात करें तो विदेशी पर्यटक को प्रवेश शुल्क के रूप में एक व्यक्ति को 100 रुपए और एक बच्चे को 50 रुपये देना पड़ता है.
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