छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के साथ युवाओं की टीम, आदिवासियों की पूंजी बचाने की कोशिश में कर रहे मदद
Bastar News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में ग्रीन कमांडो (Green Commando) के नाम से अपनी पहचान बना चुके वीरेंद्र सिंह (Virendra Singh) पर्यावरण को बचाने के लिए और पेड़ों की कटाई रोकने के लिए समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाते आ रहे हैं. इस बार पेड़ों की कटाई रोकने के लिए अपने टीम के साथ बनाई गई उनकी एक छोटी सी डॉक्यूमेंट्री काफी लोकप्रिय हो रही है. दरअसल इस डॉक्यूमेंट्री में ग्रीन कमांडो अपनी टीम के साथ आदिमानव का वेश भूषा धारण किए हुए हैं, और पेड़ों की कटाई रोकने के लिए संदेश दे रहे हैं.
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View In Appछत्तीसगढ़ के बालोद जिले के दल्ली राजहरा में रहने वाले ग्रीन कमांडो वीरेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ बालोद के जंगल में एक डॉक्यूमेंट्री बना रहे थे, लेकिन इसकी जानकारी बालोद निवासियों को नहीं थी, अचानक आदिमानव वेशभूषा में पहुंचे उनकी टीम को देखकर सभी लोग अचंभित हो गए, और उन्हें घूर घूर के देखने लगे, एक पल में उन्हें ऐसा लगा कि ये आदिमानव कहां से आ गए हैं.जिसके बाद उन्होंने अपना परिचय दिया और पेड़ो की कटाई रोकने और पर्यावरण को लेकर जागरूकता अभियान चलाने के दौरान यह वेशभूषा उसी का एक पार्ट होने की जानकारी लोगों को दी.
छत्तीसगढ़ के ग्रीन कमांडो वीरेंद्र सिंह का कहना है कि लगातार छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में अंधाधुध पेड़ों की कटाई हो रही है, और इसको लेकर वे काफी चिंतित रहते हैं, इसलिए उन्होंने बालोद जिले के कुछ युवा साथियों के साथ एक टीम बनाई है, और इस टीम के द्वारा पेड़ों की कटाई रोकने के लिए और पर्यावरण की उपयोगिता को लोगों को समझाने के लिए समय-समय पर वीडियो बनाकर जागरूकता अभियान चलाते हैं, यही नहीं हर शनिवार और रविवार को अपनी टीम के साथ शहर और ग्रामीण अंचलों में सफाई में लग जाते हैं.
इससे पहले भी अपने डॉक्यूमेंट्री और पेड़ों की कटाई रोकने के लिए किए गए अपने प्रयासो के लिए ग्रीन कमांडो वीरेंद्र सिंह ने काफी सुर्खियां बटोरी है, यही वजह है कि उन्हें उनके इस सराहनीय कार्य के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है.वहीं आदिमानव वेशभूषा में पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए बनाए गए डॉक्यूमेंट्री की पूरे छत्तीसगढ़ में जमकर तारीफ हो रही है, और इस संदेश को लेकर छत्तीसगढ़ के बुद्धिजीवी और पर्यावरणविद भी उनकी काफी तारीफ कर रहे हैं. इस डॉक्यूमेंट्री में सभी जंगल बॉय बने हैं जो एक ग्रामीण को पेड़ काटने से रोक रहे हैं.
वीरेंद्र सिंह का कहना है कि छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के सबसे बड़ी पूंजी यहां की जल ,जंगल, जमीन है, और इसे बचाने के लिए वे अपने माध्यम से एक छोटा सा प्रयास कर रहे हैं, जिसमें उनकी युवाओं की टीम उनका भरपूर सहयोग कर रही है ,और केवल अब बालोद जिले में ही नहीं बल्कि अन्य जिलों में भी पर्यावरण को बचाने और पेड़ों की कटाई रोकने के लिए उन्होंने जागरुकता अभियान चलाने की बात कही है, फिलहाल आदिमानव वेशभूषा में जंगल बॉय बने युवाओं और ग्रीन कमांडो वीरेंद्र सिंह की पेड़ों की कटाई रोकने के लिए बनाई गई वीडियो और उनके इस कार्य को जमकर सराहा जा रहा है.
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