Chhattisgarh: जशपुर में पत्थर खदान में ब्लास्ट से सहमे ग्रामीण, स्कूल में आई दरार, देखें तस्वीरें
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के जशपुर (Jashpur) जिले में पत्थर खदान मालिकों की मनमानी से स्कूली बच्चों समेत ग्रामीण बुरी तरह घबराए हुए हैं. बिना किसी नियम के सुबह, दोपहर और शाम कभी भी अचानक ब्लास्टिंग कर रहे हैं.
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View In Appइससे स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे, घर में रह रहे लोग और खेतों में काम कर रहे किसान डरे हुए हैं. ब्लास्टिंग से स्कूल में दरारें पड़ गई हैं. छत के प्लास्टर टूटकर गिर रहे हैं.
पंचायत की सरपंच भी लाइसेंस निरस्त करने की मांग कर रही है. वहीं छात्र-छात्राएं मुख्यमंत्री, कलेक्टर, विधायक से ब्लास्टिंग बंद करने की गुहार लगा रही हैं.
दरअसल जशपुर जिले के कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र के भंडरी और जयकारी ग्राम पंचायत में फैला स्टोन माइंस का इलाका है. यहां 4 बड़े माइंस हैं, जिनमें आए दिन वक्त-बेवक्त ब्लास्टिंग की जाती है.
29 सितंबर को देवबोरा सरकारी स्कूल में दोपहर 2 बजे के करीब बड़े धमाके की आवाज हुई. इससे बिल्डिंग की दीवारें टूट गईं और परीक्षा लिख रहे स्टूडेंट डर गए.
स्कूल के शिक्षकों, छात्र-छात्राओं ने बताया कि ब्लास्टिंग का कोई टाइम टेबल नहीं है और पास में एक कच्चा मकान भी 5 दिन पहले धमाके से गिर गया. बच्चे मुख्यमंत्री समेत कलेक्टर, विधायक से इसे रोकने की मांग कह रहे हैं.
कुनकुरी के विधायक और संसदीय सचिव यूडी मिंज ने बताया कि स्टोन माइंस में अवैध ब्लास्टिंग की शिकायतें मिली हैं. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पिछली बार हुई शिकायत पर लोगों को धर्म के नाम पर बरगलाकर मामले को रफा-दफा कर दिया था.
मयाली क्षेत्र में नेचर कैंप है. बड़ा डैम है और विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग मधेश्वर पर्वत है. पर्यटकों की भीड़ भी इस क्षेत्र में बढ़ने लगी है. वहीं पत्थर की क्वालिटी भी सड़कों और सीसीरोड के लायक नहीं है. संसदीय सचिव ने कलेक्टर को पत्थर खदान मालिकों की मनमानी रोकने के लिए कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
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