IN Pics: लाल आंतक की पाठशाला से लेकर बड़े नक्सली हमलों की रणनीति इसी वॉर रूम में करते थे तैयार, देखें इसकी तस्वीरें
Chhattisgarh Naxal Area: एबीपी लाइव ने आपको दिखाया था कि नक्सली किस तरह से पूवर्ती गांव को हेड क्वार्टर बनाकर यहां रेस्ट रूम बनाने के साथ ही करीब चार एकड़ में सब्जी की खेती, ट्रेनिंग सेंटर बना रखा था, वहीं पहली बार नक्सलियों के वॉर रूम की तस्वीर भी सामने आई है, जहां बड़े नक्सली कैडर्स, ताड़मेटला की घटना जिसमे 75 जवानो की शहादत हुई थी.
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View In Appकसालपाड़ की घटना, बुर्कापाल नक्सली हमला और टेकलगुड़ेम के साथ ही झीरम घाटी हमले जैसे बड़ी वारदातों को अंजाम देने के लिए इसी वॉर रूम में बैठकर रणनीति तैयार की थी. आज से पिछले चार दशक तक पूर्वर्ती गांव नक्सलियों का काफी सेफ जोन माना जाता था. और नक्सलियों ने इस गांव के चारों तरफ जगह-जगह आईईडी बम प्लांट करने के साथ ही अपने स्नाइपर्स को तैनात कर पूरे इलाकों में मचान बनाकर छावनी में तब्दील कर दिया था. यही वजह थी कि नक्सलियो के बिना इजाजत के पुलिस फोर्स तो दूर परिंदा भी पर नहीं मार सकता था.
इसी वजह से तीनों राज्यों के नक्सलियों के बड़े कैडर्स ने पूर्ववर्ती गांव के वॉर रूम में बड़ी घटनाओं की साजिश रचकर इन घटनाओं को अंजाम दिया था. खासकर देश में हुए चार बड़ी नक्सली घटनाओं में 120 से ज्यादा जवानों की शहादत हुई थी और 30 से अधिक जवान घायल हुए थे, लेकिन अब नक्सलियो के इस वॉर रूम में जवानों का कब्जा है, और अब इसे एसटीएफ की वॉर रूम में तब्दील कर दिया गया है.
Chhattisgarh Naxal Attack News: बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि देश की आजादी के बाद यह पहली बार है जब बस्तर पुलिस की फोर्स नक्सलियों की राजधानी और हेड क्वार्टर माने जाने वाले पूवर्ती गांव में पहुंची और यहां कैंप स्थापित कर तिरंगा लहराया है. इस पूवर्ती गांव में पहुंचने के बाद फोर्स को नक्सलियो की कई ऐसी जानकारी और जगह मिली. जहां नक्सली हमले की रणनीति तैयार करने के लिए वॉर रूम, बड़े नक्सली कैडर्स के लिए रेस्ट रूम ,और ट्रेनिंग सेंटर के साथ ही लाल आतंक का पाठशाला चलाते थे. नक्सलियों के वॉर रूम में नक्सली बकायदा फोर्स पर हमले को लेकर रणनीति तैयार करते थे. इस वॉर रूम को नक्सलियों ने इस तरह से बनाया है जहां बरसात के मौसम में भारी बारिश झेलने के साथ ही ठंड में गर्मी और गर्मी के मौसम में ठंड का एहसास दिलाता है, बकायदा नक्सलियों ने इस वॉर रूम को हरे चादर से ढक रखा है, ताकि गर्मी के मौसम में हाई टेंपरेचर रहने के बावजूद भी उन्हें गर्मी का एहसास भी ना हो सके.
Chhattisgarh Naxal News: इसके अलावा इसी वॉर रूम में नक्सलियों ने अलग किचन रूम बना रखा है ,जहां से जवानों ने नक्सलियों का राशन सामान भी बरामद किया है, वही इस वॉर रूम के दरवाजे पर ही नक्सली अपने लाल आतंक की पाठशाला चलाते थे, इसके दरवाजे पर वर्णमाला लिखे होने के साथ ही लड़ाकू नक्सलियों के नाम भी लिखे हैं, यही नहीं सरकारी योजना के तहत ग्रामीण अंचलों में मलेरिया से बचाव के लिए नि:शुल्क मच्छरदानी वितरण की जाती है, नक्सलियों के वॉर रूम से सरकारी मच्छरदानी भी बरामद हुई है.
इसके अलावा नक्सलियों के द्वारा उपयोग किए जाने वाले बर्तन, स्पीकर , माइक सेट और वॉर रूम के बाहर बिजली और बैटरी के अलावा अपने उपकरणों को चार्ज करने के लिए नक्सलियों ने सरकारी योजना के तहत गांव में लगे सोलर प्लेट भी लगा रखे हैं. आईजी सुंदरराज पी ने यह भी बताया कि वॉर रूम के साथ ही नक्सलियों ने यहां ट्रेनिंग सेंटर भी बना रखा है, जहां नक्सली संगठन में शामिल हुए युवक और युवतियों को ट्रेनिंग देते थे.
Chhattisgarh Naxalite Attack: हालांकि अब यहां पर पूरी तरह से पुलिस फोर्स का कब्जा है, वही पूवर्ती गांव के जवानों ने छावनी में तब्दील कर दिया है, यहाँ DRG, CRPF, STF, बस्तर बटालियन, कोबरा और बस्तर फाइटर्स के करीब 1000 से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है, बाकायदा पुलिस कैंप का 50 प्रतिशत काम भी पूरा हो चुका है ,और इस कैंप को टैक्टिकल हेड क्वार्टर के तर्ज पर बनाया गया है, यानी कि अब यहां से नक्सलियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन चलाए जाने के लिए उपयोगी सभी संसाधन उपलब्ध रहेंगे, इसके अलावा कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जा रहा है.
Chhattisgarh Naxal District: साथ ही आसपास के इलाकों में लगातार सर्च अभियान भी चलाया जा रहा है, जानकारी मिली है कि नक्सली पूर्ववर्ती गांव के आसपास के इलाके को पूरी तरह से छोड़कर कहीं नई जगह शिफ्ट होने के फिराक में है ,ऐसे में जवान ड्रोन से भी नक्सलियों के मूवमेंट पर नजर बनाए रखने का प्रयास कर रहे है..वही बस्तर पुलिस ने यहां दो हेलीपैड भी तैयार कर लिया है. अब आसानी से पूवर्ती गांव में हेलीकॉप्टर से पुलिस के आला अधिकारी भी पहुंच सकते हैं, साथ ही मुठभेड़ में घायल जवानों को पूवर्ती कैम्प से ही एयरलिफ्ट किया जा सकता है.
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